विकास और जनकल्याण पर जोर
नवगठित जिले में पहली बार हुआ किसी राज्यपाल का दौरा
Published on: May 31, 2025
By: BTNI
Location: Mohla, India
छत्तीसगढ़ के राज्यपाल श्री रमेन डेका ने आज मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले का ऐतिहासिक दौरा किया। यह पहला अवसर था जब छत्तीसगढ़ के गठन के बाद किसी राज्यपाल ने इस नवगठित जिले का दौरा किया। अपने प्रवास के दौरान, राज्यपाल ने जिला कार्यालय के सभाकक्ष में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की और जिले में संचालित योजनाओं, कार्यक्रमों और सेवाओं की गहन समीक्षा की।
प्रशासनिक जवाबदेही और जनता से संवाद पर बल

राज्यपाल श्री डेका ने अधिकारियों को प्रशासनिक उत्तरदायित्व और जवाबदेही के साथ कार्य करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा, “अधिकारी जनता की समस्याओं को सुनें और उनका त्वरित समाधान करें। आप जनता की सेवा के लिए नियुक्त हैं।” उन्होंने छत्तीसगढ़ को विकसित और अग्रणी राज्य बनाने के लिए अधिकारियों से सार्थक भूमिका निभाने का आह्वान किया।
जल संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण पर विशेष ध्यान

बैठक में राज्यपाल ने जल संचयन और संरक्षण के प्रयासों की समीक्षा की। उन्होंने निजी क्षेत्र में डबरी निर्माण को प्रोत्साहित करने और सभी शासकीय भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम स्थापित करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही, पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रत्येक अधिकारी और कर्मचारी को “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान के तहत पौधरोपण करने और पौधों की देखभाल सुनिश्चित करने का आग्रह किया। उन्होंने स्कूलों, कॉलेजों और अस्पतालों में व्यापक स्तर पर पौधरोपण को मिशन के रूप में अपनाने का सुझाव दिया।
किसानों की आय और जैविक खेती को प्रोत्साहन

राज्यपाल ने किसानों की आय बढ़ाने और उन्हें सशक्त बनाने के लिए कार्ययोजना तैयार करने पर जोर दिया। उन्होंने जैविक और पर्यावरण-अनुकूल खेती को बढ़ावा देने, स्थानीय स्तर पर बाजार की व्यवस्था करने और किसानों को उचित मूल्य सुनिश्चित करने के लिए मार्गदर्शन प्रदान करने का निर्देश दिया।
स्वच्छ भारत मिशन और स्वास्थ्य सुविधाओं पर जोर
स्वच्छ भारत मिशन के तहत जिले में खुले में शौच मुक्त ग्राम पंचायतों की स्थायित्व बनाए रखने के लिए जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए गए। साथ ही, गांवों में स्वच्छता कार्यों का नियमित मूल्यांकन करने को कहा गया। स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए योग शिविरों का आयोजन, रेड क्रॉस समिति की सक्रियता बढ़ाने और मरीजों के उपचार में सामाजिक सहभागिता सुनिश्चित करने पर बल दिया गया।
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शिक्षा, कौशल विकास और आत्मनिर्भरता
राज्यपाल ने श्रमिकों के बच्चों की शिक्षा और पुनर्वास के लिए विशेष कार्ययोजना तैयार करने, विद्यार्थियों को एनसीसी से जोड़ने और उनके मनोबल को बढ़ाने के लिए प्रेरक गतिविधियों का आयोजन करने का सुझाव दिया। उन्होंने जिले में एक केंद्रीय पुस्तकालय (सेंट्रल लाइब्रेरी) की स्थापना का प्रस्ताव रखा, जिसमें प्रतियोगी परीक्षाओं और महान हस्तियों की जीवनी से संबंधित पुस्तकें उपलब्ध हों। इसके अतिरिक्त, ग्रामीण और शहरी महिलाओं के कौशल विकास और लखपति दीदी योजना के तहत आत्मनिर्भरता बढ़ाने के प्रयासों की सराहना की।
सार्वजनिक परिवहन और नशा मुक्ति अभियान
राज्यपाल ने जिले में सार्वजनिक परिवहन सुविधाओं को बढ़ाने और आम नागरिकों की सुगम आवाजाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही, नशा मुक्ति के लिए जागरूकता अभियान चलाने और अवैध नशा व्यापार पर सख्त कार्रवाई करने का आह्वान किया। उन्होंने स्वास्थ्य शिविरों और एंबुलेंस सेवाओं को सुदृढ़ करने पर भी जोर दिया।
आकांक्षी जिला कार्यक्रम और टीबी मुक्त ग्राम

आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत कुपोषण उन्मूलन, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और महिलाओं-बच्चों के पोषण पर विशेष ध्यान देने की बात कही गई। बैठक के उपरांत, राज्यपाल ने चार टीबी मुक्त ग्राम पंचायतों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सरपंचों को सम्मानित किया।
उपस्थित अधिकारीगण
इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव श्री सी.आर. प्रसन्ना, कलेक्टर श्रीमती तुलिका प्रजापति, पुलिस अधीक्षक श्री यशपाल सिंह, वनमंडलाधिकारी श्री दिनेश पटेल, जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती भारती चन्द्राकर सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।