राष्ट्रपति द्वारा छठे राष्ट्रीय जल पुरस्कार से सम्मानित तीन जिलों के कलेक्टर्स को भोपाल में भव्य अभिनंदन
Published on: November 24, 2025
By: BTNI
Location: Bhopal, India
जल संरक्षण के क्षेत्र में मध्य प्रदेश ने एक बार फिर देश को राह दिखाई है। विगत दिनों राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु जी द्वारा नई दिल्ली में आयोजित छठे राष्ट्रीय जल पुरस्कार वितरण समारोह में जल संरक्षण की श्रेणी में राष्ट्रीय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए मध्य प्रदेश के खरगोन, खंडवा और गुना जिले को प्रतिष्ठित पुरस्कार से नवाज़ा गया था।आज भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र में आयोजित भव्य वाटरशेड महोत्सव में इन तीनों जिलों के कलेक्टर्स एवं अधिकारियों को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंच पर सम्मानित कर हार्दिक बधाई दी।
कार्यक्रम में जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल सहित अनेक वरिष्ठ अधिकारी और जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।खरगोन के कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा, खंडवा के कलेक्टर श्रीमती अनुपमा त्रिपाठी और गुना के कलेक्टर डॉ. सतेंद्र सिंह ने अपने-अपने जिलों में जल संरक्षण के लिए चलाए गए अभिनव अभियानों, भूजल रिचार्ज, तालाबों का जीर्णोद्धार, चेक डैम निर्माण और सामुदायिक भागीदारी के कारण यह राष्ट्रीय सम्मान दिलाया।
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इन प्रयासों से न केवल जलस्तर में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, बल्कि सूखा प्रभावित क्षेत्रों में भी खेती और पेयजल की स्थिति में क्रांतिकारी सुधार आया है।मुख्यमंत्री ने कहा, “ये तीनों जिले आज पूरे देश के लिए प्रेरणा बन गए हैं। यह सम्मान मध्य प्रदेश के हर उस किसान, महिला और अधिकारी का है जिसने जल को जीवन मानकर संरक्षण का संकल्प लिया। हमारा लक्ष्य है कि अगले वर्ष राष्ट्रीय जल पुरस्कार में मध्य प्रदेश के और भी जिले जगह बनाएं।”कार्यक्रम में जल संरक्षण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अन्य अधिकारियों, स्वयंसेवी संस्थाओं और जल योद्धाओं को भी सम्मानित किया गया।
वाटरशेड महोत्सव में प्रदेशभर से आए हजारों प्रतिभागियों ने जल संरक्षण की नई-नई तकनीकों और सफल मॉडलों का प्रदर्शन भी किया।खरगोन, खंडवा और गुना की इस तिहरी जीत ने साबित कर दिया है कि जब इच्छाशक्ति और जनभागीदारी साथ आए तो जल संकट को भी अवसर में बदला जा सकता है।
मध्य प्रदेश को गर्व है अपने जल वीरों पर!
जल है तो कल है।



