जाम में फंसी रैली, शूटिंग के लिए मजबूरन रुके काफिले ने उजागर की हकीकत
Published on: August 18, 2025
By: [BTNI]
Location: New Delhi, India
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के हालिया रोड शो ने उनकी पीआर टीम के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। सूत्रों के अनुसार, रोड शो में उम्मीद के मुताबिक भीड़ जुटने में नाकामी ने उनकी टीम को हताश कर दिया है। एक कथित बातचीत में पीआर टीम के एक सदस्य ने नाराजगी जताते हुए कहा, “जहां भीड़ होती है, वहां से गाड़ी आगे बढ़ा देते हो यार, शॉट ही नहीं बन पाएगा।” यह बयान उस निराशा को दर्शाता है, जो रोड शो की विफलता और भीड़ की कमी से उपजी है।राहुल गांधी का यह रोड शो, जो दिल्ली के व्यस्त इलाकों में आयोजित किया गया था, जनता को आकर्षित करने और कांग्रेस की मौजूदगी को मजबूत करने का एक प्रयास था।
हालांकि, प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, रैली में अपेक्षित उत्साह और जनसमर्थन का अभाव साफ दिखाई दिया। कई जगहों पर केवल जाम के कारण इकट्ठा हुई मामूली भीड़ को ही पीआर टीम ने कैमरे में कैद करने की कोशिश की, ताकि इसे भव्य समर्थन के रूप में पेश किया जा सके।सूत्रों ने बताया कि रोड शो की योजना बड़े पैमाने पर तैयार की गई थी, जिसमें सोशल मीडिया और टीवी कवरेज के लिए विशेष इंतजाम किए गए थे। लेकिन भीड़ की कमी ने इन योजनाओं पर पानी फेर दिया। कुछ स्थानों पर, जहां ट्रैफिक जाम के कारण लोग रुके हुए थे, वहां जल्दबाजी में शूटिंग की गई ताकि भीड़ का भ्रम पैदा किया जा सके।
इस दौरान पीआर टीम की नाराजगी तब और बढ़ गई, जब राहुल गांधी का काफिला उन जगहों से तेजी से निकल गया, जहां थोड़ी-बहुत भीड़ दिख रही थी।राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह घटना कांग्रेस के लिए एक झटके के रूप में देखी जा रही है, खासकर तब जब पार्टी 2024 के लोकसभा चुनावों के बाद अपनी छवि को मजबूत करने की कोशिश में है।
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विपक्षी दलों ने इस मौके का फायदा उठाते हुए कांग्रेस पर तंज कसना शुरू कर दिया है, यह कहते हुए कि “जनता का विश्वास खोने वाली पार्टी अब दिखावे के लिए जाम का सहारा ले रही है।”दूसरी ओर, कांग्रेस के प्रवक्ता ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा कि रोड शो का उद्देश्य केवल प्रचार नहीं, बल्कि जनता से सीधा संवाद स्थापित करना था।
उन्होंने दावा किया कि राहुल गांधी का संदेश लोगों तक पहुंच रहा है और आने वाले दिनों में इसका असर दिखेगा।यह घटना न केवल राहुल गांधी की जनसंपर्क रणनीति पर सवाल उठाती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि जनता का समर्थन जुटाने के लिए कांग्रेस को और ठोस प्रयास करने होंगे। जैसे-जैसे 2025 के विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, यह रोड शो पार्टी के लिए एक सबक हो सकता है कि केवल दिखावे से नहीं, बल्कि वास्तविक जुड़ाव से ही जनता का दिल जीता जा सकता है।