Published on: May 07, 2025
By: BTI
Location: Karnaal, India
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को हरियाणा के करनाल में पहलगाम आतंकी हमले में शहीद हुए नौसेना अधिकारी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी नरवाल और उनके परिजनों से मुलाकात की। यह मुलाकात 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पीड़ित परिवारों के प्रति उनकी संवेदना और समर्थन व्यक्त करने का हिस्सा थी, जिसमें 26 से 28 लोगों की जान गई थी।
राहुल गांधी ने हिमांशी नरवाल से उनके आवास पर मुलाकात की, जहां उन्होंने शहीद विनय को श्रद्धांजलि दी और परिवार के दुख में शामिल हुए। इस दौरान हरियाणा कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे। हिमांशी ने देश में अमन, शांति और सांप्रदायिक सद्भाव की अपील की थी, जिसके बाद उन्हें कुछ लोगों की ओर से निशाना बनाए जाने की खबरें भी सामने आई थीं। राहुल गांधी ने परिवार को भरोसा दिलाया कि वह उनके साथ खड़े हैं और शहीदों को सम्मान देने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।
सूत्रों के अनुसार, राहुल गांधी ने शहीद विनय नरवाल को शहीद का दर्जा देने की मांग का समर्थन किया और कहा कि वह इस मुद्दे को संसद में उठाएंगे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध किया कि इस त्रासदी में जान गंवाने वालों के परिवारों की भावनाओं का सम्मान करते हुए उन्हें यह सम्मान दिया जाए। यह मांग पहलगाम हमले के अन्य पीड़ितों के लिए भी उठाई जा रही है, जिसमें कानपुर के शुभम द्विवेदी भी शामिल हैं, जिनके परिवार से राहुल गांधी ने पिछले सप्ताह मुलाकात की थी।
पहलगाम हमला, जिसे 2019 के पुलवामा हमले के बाद क्षेत्र का सबसे घातक हमला माना जा रहा है, ने देशभर में गुस्से और शोक की लहर पैदा की है। हमले में आतंकवादियों ने पर्यटकों को निशाना बनाया और कथित तौर पर उनकी धार्मिक पहचान पूछकर गोलीबारी की। इस घटना ने आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता और कठोर कार्रवाई की मांग को और तेज कर दिया है।
राहुल गांधी ने इस मुलाकात के दौरान आतंकवाद के खिलाफ अपनी प्रतिबद्धता दोहराई और कहा, “मैंने अपने पिता और दादी को आतंकवाद के कारण खोया है। मैं पीड़ित परिवारों का दर्द समझता हूं। हम आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर लड़ेंगे और शहीदों को सम्मान दिलाएंगे।” उन्होंने सरकार से इस मामले में विशेष संसद सत्र बुलाने की भी मांग की ताकि इस गंभीर मुद्दे पर विस्तृत चर्चा हो सके।
हिमांशी नरवाल ने राहुल गांधी के इस कदम की सराहना की और कहा कि वह अपने पति की शहादत को सम्मानित करने के लिए केवल शहीद का दर्जा चाहती हैं। हाल ही में विनय नरवाल की 27वीं जन्मतिथि के अवसर पर करनाल में एक रक्तदान शिविर का आयोजन भी किया गया था, जो उनकी स्मृति को समर्पित था।
यह मुलाकात सोशल मीडिया पर भी चर्चा का विषय रही, जहां कई लोगों ने राहुल गांधी की संवेदनशीलता और पीड़ित परिवारों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता की प्रशंसा की। हालांकि, कुछ आलोचकों ने इसे राजनीतिक कदम करार दिया, लेकिन कांग्रेस नेताओं ने इसे जन भावनाओं के प्रति उनकी जिम्मेदारी का हिस्सा बताया।
पहलगाम हमले के बाद केंद्र सरकार ने सुरक्षा उपायों को और सख्त करने का ऐलान किया है, और जांच एजेंसियां आतंकवादियों और उनके समर्थकों के खिलाफ कार्रवाई में जुटी हैं। राहुल गांधी की यह मुलाकात न केवल पीड़ित परिवारों के लिए एक सांत्वना है, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ राष्ट्रीय एकता के संदेश को भी मजबूत करती है।