फ्लैट १ घंटा लेटने से शरीर में काफी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है
Article by BTNI
योग निद्रा की मुद्रा (शवासन या समान रूप से लेटने की स्थिति) में हार्ड पाटे पर 1 घंटा लेटने से शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक स्तर पर कई प्रभाव पड़ सकते हैं। यह मानसिक तनाव कम करने तथा नींद सुधारने में काफी हद तक मददगार हो सकता है।
नीचे इन प्रभावों का संक्षिप्त विवरण दिया गया है:
- शारीरिक प्रभाव
मांसपेशियों में रिलैक्सेशन: हार्ड सतह पर लेटने से शरीर का वजन समान रूप से वितरित होता है, जिससे मांसपेशियों और जोड़ों का तनाव कम होता है।
रीढ़ की हड्डी का संरेखण: हार्ड पाटा रीढ़ को प्राकृतिक रूप से सीधा करने में मदद करता है, जिससे पोस्चर में सुधार हो सकता है और पीठ दर्द में राहत मिल सकती है।
रक्त संचार: योग निद्रा में गहरी सांस लेने और स्थिर स्थिति के कारण रक्त प्रवाह बेहतर होता है, जो शरीर के विभिन्न अंगों को ऑक्सीजन और पोषक तत्व प्रदान करता है।
दबाव बिंदुओं पर प्रभाव: हार्ड सतह कुछ दबाव बिंदुओं (pressure points) को उत्तेजित कर सकती है, जो एक्यूप्रेशर जैसे लाभ दे सकती है।
संभावित असुविधा: यदि आप हार्ड सतह पर लेटने के अभ्यस्त नहीं हैं, तो शुरू में असुविधा या हल्का दर्द महसूस हो सकता है, खासकर कूल्हों या कंधों में। - मानसिक प्रभाव
तनाव में कमी: योग निद्रा गहरी विश्राम की अवस्था है, जो तनाव हार्मोन (कोर्टिसोल) के स्तर को कम करती है और मन को शांत करती है।
बेहतर फोकस और एकाग्रता: लंबे समय तक योग निद्रा का अभ्यास दिमाग को स्थिर करता है, जिससे एकाग्रता और मानसिक स्पष्टता बढ़ती है।
नींद की गुणवत्ता में सुधार: यह अभ्यास अनिद्रा या नींद की समस्याओं को कम करने में मदद करता है, क्योंकि यह मस्तिष्क को रिलैक्स मोड में ले जाता है। - भावनात्मक प्रभाव
भावनात्मक संतुलन: योग निद्रा के दौरान गहरी छूट और सजगता भावनात्मक स्थिरता को बढ़ावा देती है, जिससे चिंता और अवसाद के लक्षण कम हो सकते हैं।
आत्म-जागरूकता: यह अभ्यास आपको अपने विचारों और भावनाओं के प्रति जागरूक बनाता है, जिससे आत्म-निरीक्षण और आत्म-स्वीकृति बढ़ती है। - ऊर्जावान प्रभाव (प्राणिक स्तर)
प्राण प्रवाह: योग निद्रा में स्थिरता और गहरी सांस लेने से शरीर में प्राण (जीवन ऊर्जा) का प्रवाह संतुलित होता है, जिससे ऊर्जा स्तर बढ़ता है।
चक्र संतुलन: यह अभ्यास शरीर के ऊर्जा केंद्रों (चक्रों) को संतुलित करने में मदद कर सकता है।
सावधानियां:
असुविधा से बचें: यदि हार्ड सतह पर लेटना दर्दनाक लगे, तो शुरू में पतला गद्दा या चटाई का उपयोग करें।
शारीरिक स्थिति: यदि आपको गंभीर पीठ दर्द, हर्निया, या अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हैं, तो पहले डॉक्टर या योग विशेषज्ञ से सलाह लें।
समय प्रबंधन: 1 घंटा लंबा समय हो सकता है; सुनिश्चित करें कि आपका शरीर और मन इसके लिए तैयार हो। शुरुआत में 15-20 मिनट से शुरू करें।
निष्कर्ष:
हार्ड पाटे पर योग निद्रा में 1 घंटा लेटने से गहरी शारीरिक विश्रांति, मानसिक शांति, और भावनात्मक संतुलन प्राप्त हो सकता है। यह अभ्यास तनाव कम करने, नींद सुधारने और समग्र स्वास्थ्य को बढ़ाने में प्रभावी है। हालांकि, इसे धीरे-धीरे और सावधानीपूर्वक शुरू करना चाहिए, खासकर यदि आप नौसिखिया हैं।