योगी जी का भावुक संदेश
2014 से पहले एक सपना था AIIMS, आज 7 करोड़ लोगों के लिए स्वास्थ्य सेवा का केंद्र: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
Published on: June 30, 2025
By: [BTNI]
Location: Gorakhpur, India
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS), गोरखपुर के प्रथम दीक्षांत समारोह में अपने संबोधन में गर्व और उत्साह के साथ कहा, “वर्ष 2014 के पहले गोरखपुर के लिए AIIMS एक सपना था… आज AIIMS का प्रथम बैच यहां से निकल रहा है, तो हम सभी के चेहरे पर एक चमक है, एक उत्साह है।” इस ऐतिहासिक अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मेधावी छात्रों को डिग्री और मेडल प्रदान किए, जबकि मुख्यमंत्री योगी ने AIIMS की स्थापना को पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और नेपाल की सीमावर्ती क्षेत्रों के लिए एक क्रांतिकारी कदम बताया।
AIIMS गोरखपुर: सपने से हकीकत तक का सफर
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में बताया कि 2004 में, जब वे गोरखपुर से सांसद थे, तब उन्होंने इस क्षेत्र में AIIMS की स्थापना के लिए एक जन आंदोलन शुरू किया था। उस समय पूर्वांचल की स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल थीं, और लोग इलाज के लिए दिल्ली या अन्य बड़े शहरों की ओर पलायन करने को मजबूर थे। योगी जी ने कहा, “हमने संसद में और सड़कों पर इस मांग को उठाया। 2014 में जब आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने सत्ता संभाली, तब यह सपना हकीकत में बदलना शुरू हुआ।”
2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने AIIMS गोरखपुर की आधारशिला रखी, और 2017 में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद निर्माण कार्य ने गति पकड़ी। 7 दिसंबर 2021 को पीएम मोदी द्वारा इसका उद्घाटन किया गया। आज यह संस्थान पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी बिहार और नेपाल के लगभग 7 करोड़ लोगों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं का एक प्रमुख केंद्र बन चुका है।
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पहला दीक्षांत समारोह: एक गौरवपूर्ण क्षण
AIIMS गोरखपुर के पहले बैच (2019-2025) के 50 MBBS स्नातकों को डिग्री प्रदान करने के लिए आयोजित इस दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मुख्य अतिथि थीं। उन्होंने मेधावी छात्रों को मेडल प्रदान किए और नवोदित चिकित्सकों को प्रेरित करने वाला संबोधन दिया। योगी जी ने इस अवसर को ‘नए भारत के नए उत्तर प्रदेश’ में स्वास्थ्य शिक्षा की स्वर्णिम उपलब्धि करार दिया। उन्होंने कहा, “ये युवा डॉक्टर न केवल गोरखपुर की शान हैं, बल्कि पूरे देश के लिए एक नई उम्मीद हैं।”
पूर्वांचल में स्वास्थ्य क्रांति
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में जोर देकर कहा कि AIIMS गोरखपुर ने पूर्वांचल के स्वास्थ्य परिदृश्य को बदल दिया है। पहले इस क्षेत्र में जापानी इंसेफेलाइटिस जैसी बीमारियों ने हजारों बच्चों की जान ले ली थी, लेकिन योगी सरकार के प्रयासों से इस महामारी पर काबू पाया गया। AIIMS के साथ-साथ गोरखपुर और बस्ती मंडल में सात मेडिकल कॉलेज स्थापित किए गए हैं, जिनमें पांच सरकारी, एक पीपीपी मॉडल और एक निजी कॉलेज शामिल हैं। इसके अलावा, BRD मेडिकल कॉलेज में क्षेत्रीय चिकित्सा अनुसंधान केंद्र की स्थापना ने इस क्षेत्र को और मजबूत किया है।
सामाजिक एकता का संदेश
योगी जी ने अपने भाषण में सामाजिक एकता पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा, “मुगल और अंग्रेजों ने समाज को बांटने के लिए जो बीज बोए थे, उन्हें उखाड़ने का समय है। AIIMS जैसे संस्थान न केवल स्वास्थ्य सेवाएं दे रहे हैं, बल्कि समाज के हर वर्ग को एक साथ लाकर समरसता को बढ़ावा दे रहे हैं।” उन्होंने इस बात पर गर्व जताया कि AIIMS गोरखपुर में पढ़ने वाले छात्र और यहां इलाज कराने वाले मरीज विभिन्न धर्मों, जातियों और क्षेत्रों से आते हैं, जो भारत की एकता का प्रतीक है।
आगे की योजनाएं
मुख्यमंत्री ने बताया कि AIIMS गोरखपुर में स्वास्थ्य सेवाओं का और विस्तार किया जाएगा। हाल ही में 44 करोड़ रुपये की लागत से पावरग्रिड विश्राम सदन की आधारशिला रखी गई, जो मरीजों और उनके परिजनों के लिए आवास सुविधा प्रदान करेगा। इसके अलावा, फोरेंसिक मेडिसिन और मेडिकोलीगल सेवाओं को मजबूत करने के लिए AIIMS में नई पहल शुरू की गई हैं।
निष्कर्ष
योगी आदित्यनाथ का यह भाषण न केवल AIIMS गोरखपुर की उपलब्धियों का उत्सव था, बल्कि यह पूर्वांचल के लोगों के लिए एक नई उम्मीद और विश्वास का प्रतीक भी बना। उनके शब्दों में, “AIIMS का यह पहला बैच उस सपने का साकार रूप है, जिसे हमने 20 साल पहले देखा था।” यह समारोह न केवल स्वास्थ्य शिक्षा की दिशा में एक मील का पत्थर है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि दृढ़ संकल्प और नेतृत्व के साथ असंभव को भी संभव बनाया जा सकता है।