2018 बदामी चुनाव में सिद्धरमैया ने 3,000 वोट खरीदे
सी एम इब्राहिम, सिद्धरमैया के सहयोगी रहे
सिद्धरमैया की जीत का अंतर - 1696 वोट
NOTA के वोट - 2007
जीत का मार्जिन NOTA से भी कम था.
Published on: August 13, 2025
By: [BTNI]
Location: Bangalore, India
राहुल गांधी द्वारा ‘वोट-चोरी’ को ‘एटम बम’ कहने का मामला हाल ही में कर्नाटक की राजनीति में चर्चा का विषय बना है। यह मुद्दा 2018 के बदामी विधानसभा चुनाव से जुड़ा है, जहां पूर्व केंद्रीय मंत्री और सिद्धरमैया के पुराने सहयोगी सी.एम. इब्राहिम ने दावा किया कि उन्होंने और बी.बी. चिम्मनकट्टी ने सिद्धरमैया की जीत सुनिश्चित करने के लिए 3,000 वोट खरीदे थे। इब्राहिम के अनुसार, इन वोटों का भुगतान सिद्धरमैया ने किया, जिसे चुकाने में छह महीने लगे। इस चुनाव में सिद्धरमैया की जीत का अंतर महज 1,696 वोट था, जबकि NOTA को 2,007 वोट मिले, यानी जीत का मार्जिन NOTA से भी कम था।
इस खुलासे ने बीजेपी को कांग्रेस पर हमला करने का मौका दिया है। बीजेपी सांसद लहर सिंह सिरोया ने इसे गंभीर मामला बताते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है। बीजेपी इसे राहुल गांधी के ‘वोट-चोरी’ के आरोपों के खिलाफ ‘सेल्फ-गोल’ करार दे रही है, क्योंकि राहुल ने हाल ही में कर्नाटक और अन्य राज्यों में मतदाता सूची में हेराफेरी और वोट चोरी के आरोप लगाए थे।
राहुल गांधी ने 7 अगस्त 2025 को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कर्नाटक के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में 1,00,250 वोटों की चोरी का दावा किया, जिसमें डुप्लीकेट वोटर, फर्जी पते, और फॉर्म-6 के दुरुपयोग जैसे मुद्दे उठाए। उन्होंने इसे ‘एटम बम’ बताते हुए कहा कि उनकी टीम ने छह महीने की जांच के बाद सबूत जुटाए हैं, और चुनाव आयोग बीजेपी के साथ मिलकर ‘वोट चोरी’ कर रहा है।
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हालांकि, इस मामले में विडंबना यह है कि सी.एम. इब्राहिम के आरोप सिद्धरमैया और कांग्रेस के खिलाफ हैं, जिससे राहुल के दावों पर सवाल उठ रहे हैं। बीजेपी का कहना है कि कांग्रेस के ही नेता के खुलासे ने उनके ‘वोट-चोरी’ के नैरेटिव को कमजोर किया है। दूसरी ओर, राहुल ने ‘वोट चोरी’ के खिलाफ votechori.in पोर्टल लॉन्च किया और जनता से समर्थन मांगा।
चुनाव आयोग ने राहुल के आरोपों को भ्रामक बताते हुए उनसे हलफनामा मांगा है, और कहा कि ऐसे दावों को केवल हाईकोर्ट में चुनौती दी जा सकती है। यह मामला अभी भी विवादों में है, और इसका असर कर्नाटक की राजनीति और आगामी बिहार चुनावों पर पड़ सकता है।