मोदी सरकार की आत्मनिर्भर और विकसित भारत की यात्रा
Published on: May 26, 2025
By: [BTNI]
Location: New Delhi, India
आज 26 मई 2014 को नरेंद्र मोदी ने भारत के प्रधानमंत्री के रूप में पहली बार शपथ ली थी। बीते 11 वर्षों में उनकी सरकार ने सेवा, सुशासन और समर्पण के सिद्धांतों को केंद्र में रखकर भारत को आत्मनिर्भरता, डिजिटल क्रांति, इंफ्रास्ट्रक्चर और वैश्विक नेतृत्व के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है।
आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार
मोदी सरकार ने ‘आत्मनिर्भर भारत’ के विजन को साकार करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। मेक इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया और डिजिटल इंडिया जैसी पहलों ने देश में उद्यमिता और नवाचार को बढ़ावा दिया। स्वदेशी विनिर्माण को प्रोत्साहन देने के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (PLI) योजनाओं ने भारत को वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला का महत्वपूर्ण हिस्सा बनाया। रक्षा, इलेक्ट्रॉनिक्स और फार्मास्यूटिकल्स जैसे क्षेत्रों में भारत ने आत्मनिर्भरता की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति की है।
डिजिटल क्रांति की नई इबारत
पिछले 11 वर्षों में डिजिटल इंडिया पहल ने भारत को तकनीकी रूप से सशक्त बनाया। यूपीआई (UPI) के जरिए डिजिटल भुगतान में भारत ने विश्व में अग्रणी स्थान हासिल किया, जिससे वित्तीय समावेशन को बढ़ावा मिला। आधार, डिजिलॉकर और ई-गवर्नेंस ने प्रशासन को पारदर्शी और जन-केंद्रित बनाया। ग्रामीण क्षेत्रों में भारत नेट परियोजना के तहत इंटरनेट कनेक्टिविटी बढ़ाने से डिजिटल खाई को पाटने में मदद मिली।
इंफ्रास्ट्रक्चर में अभूतपूर्व प्रगति
मोदी सरकार ने इंफ्रास्ट्रक्चर विकास पर विशेष जोर दिया। राष्ट्रीय राजमार्गों का नेटवर्क दोगुना हुआ, मेट्रो रेल परियोजनाएं देश के कई शहरों में शुरू हुईं, और सागरमाला व भारतमाला जैसी परियोजनाओं ने कनेक्टिविटी को मजबूत किया। नए हवाई अड्डों, फ्रेट कॉरिडोर और हाई-स्पीड रेल परियोजनाओं ने भारत को आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर वाला देश बनाने की दिशा में कदम बढ़ाए।
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वैश्विक मंच पर भारत की धमक
विदेश नीति के क्षेत्र में भारत ने वैश्विक नेतृत्व की नई मिसाल कायम की। G20 की सफल मेजबानी, क्वाड और ब्रिक्स जैसे मंचों पर सक्रिय भूमिका, और ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के सिद्धांत ने भारत को वैश्विक कूटनीति में अग्रणी बनाया। कोविड-19 महामारी के दौरान ‘वैक्सीन मैत्री’ के तहत भारत ने दुनिया भर के देशों को टीके उपलब्ध कराए, जिसने भारत की मानवीय छवि को और मजबूत किया।
सुशासन और जनकल्याण
मोदी सरकार ने सुशासन को बढ़ावा देने के लिए कई जनकल्याणकारी योजनाएं शुरू कीं। आयुष्मान भारत, उज्ज्वला योजना, पीएम आवास योजना, और स्वच्छ भारत अभियान ने करोड़ों लोगों के जीवन को बेहतर बनाया। किसानों के लिए पीएम किसान सम्मान निधि और फसल बीमा योजना ने कृषि क्षेत्र को सशक्त किया। शिक्षा और कौशल विकास के क्षेत्र में नई शिक्षा नीति और स्किल इंडिया मिशन ने युवाओं को सक्षम बनाया।
सोशल मीडिया पर उत्साह
#11YearsOfModiGovernment और #NewIndia हैशटैग के साथ सोशल मीडिया पर लोग इस यात्रा की उपलब्धियों को साझा कर रहे हैं। कई यूजर्स ने लिखा, “मोदी जी के नेतृत्व में भारत ने हर क्षेत्र में प्रगति की है। यह सुशासन का स्वर्णिम युग है।” वहीं, कुछ ने भविष्य में और अधिक समावेशी विकास की उम्मीद जताई।
चुनौतियां और भविष्य की राह
हालांकि, कुछ आलोचकों का कहना है कि बेरोजगारी, महंगाई और सामाजिक समावेश जैसे क्षेत्रों में अभी और काम करने की जरूरत है। सरकार ने इन मुद्दों पर ध्यान देने का वादा किया है, और ‘विकसित भारत 2047’ के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए नीतियों को और सशक्त करने की बात कही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संदेश में कहा, “पिछले 11 वर्षों में भारत ने सेवा, सुशासन और समर्पण के साथ प्रगति की है। हमारा लक्ष्य 2047 तक भारत को एक विकसित और समृद्ध राष्ट्र बनाना है।”