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भगवान बुद्ध की 6वीं शताब्दी की प्रतिमा के समक्ष सीएम विष्णुदेव साय व डॉ. रमन सिंह ने की पूजा

भोंगापाल को तीर्थस्थल बनाने की घोषणा

क्षेत्रीय सांस्कृतिक धरोहर को राष्ट्रीय पहचान दिलाने के प्रयासों पर दिया बल

Published on: June 01, 2025
By: BTNI
Location: Kondagaon, India

 छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज कोंडागांव जिले के भोंगापाल में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह के साथ भगवान गौतम बुद्ध की ऐतिहासिक प्रतिमा के समक्ष पूजा-अर्चना की। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेशवासियों की सुख, समृद्धि और शांति की कामना की। यह प्रतिमा 6वीं शताब्दी की है और यह क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक व धार्मिक विरासत का प्रतीक मानी जाती है।

Barbarika Truth News India-image= July 22, 2025

मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर कहा कि भगवान बुद्ध के शांति, करुणा और अहिंसा के संदेश आज भी समाज के लिए प्रासंगिक हैं। उन्होंने कहा, “भगवान बुद्ध का जीवन और उनके उपदेश हमें सत्य, प्रेम और मानवता की राह पर चलने की प्रेरणा देते हैं। यह प्रतिमा न केवल धार्मिक महत्व की है, बल्कि यह छत्तीसगढ़ की प्राचीन सांस्कृतिक धरोहर का भी गौरवपूर्ण हिस्सा है।”

विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने भी इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, “यह ऐतिहासिक प्रतिमा हमारी सांस्कृतिक विरासत का एक अनमोल रत्न है। भगवान बुद्ध के उपदेश हमें सामाजिक समरसता और शांति की दिशा में कार्य करने के लिए प्रेरित करते हैं।” उन्होंने इस स्थल को और अधिक विकसित करने के लिए सरकार के प्रयासों की सराहना की।

प्रतिमा का ऐतिहासिक महत्व
भोंगापाल में स्थापित भगवान बुद्ध की यह प्रतिमा 6वीं शताब्दी की मानी जाती है, जो बौद्ध धर्म के प्राचीन प्रभाव को दर्शाती है। पुरातत्वविदों और इतिहासकारों के अनुसार, यह प्रतिमा उस समय की कला और शिल्पकला का उत्कृष्ट उदाहरण है। यह स्थल स्थानीय लोगों के लिए आस्था का केंद्र होने के साथ-साथ पर्यटकों और बौद्ध अनुयायियों के लिए भी आकर्षण का केंद्र है।

सरकार के विकास प्रयास
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर भोंगापाल में पर्यटन और धार्मिक स्थल के विकास के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा कि इस स्थल को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए बुनियादी ढांचे का विकास किया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक लोग इस ऐतिहासिक धरोहर से जुड़ सकें। इसके अतिरिक्त, स्थानीय समुदाय के लिए रोजगार के अवसर सृजित करने की दिशा में भी कदम उठाए जा रहे हैं।

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स्थानीय लोगों में उत्साह
इस आयोजन में स्थानीय लोगों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। भोंगापाल के निवासियों ने मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष के आगमन पर उनका स्वागत किया और इस ऐतिहासिक स्थल के प्रति उनकी रुचि की सराहना की। स्थानीय निवासी रमेश कोर्राम ने कहा, “हमारे गांव में इतने बड़े नेताओं का आना और भगवान बुद्ध की प्रतिमा की पूजा करना हमारे लिए गर्व की बात है। इससे हमारे क्षेत्र को नई पहचान मिलेगी।”

आयोजन का विवरण
इस अवसर पर एक विशेष पूजा-अर्चना समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें स्थानीय बौद्ध भिक्षुओं ने मंत्रोच्चार के साथ प्रार्थना की। मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष ने दीप प्रज्वलन कर समारोह की शुरुआत की और भगवान बुद्ध की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए। इस दौरान जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी, स्थानीय जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह का यह भोंगापाल दौरा न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण रहा, बल्कि इसने छत्तीसगढ़ की समृद्ध ऐतिहासिक विरासत को भी राष्ट्रीय स्तर पर उजागर किया। भगवान बुद्ध की इस प्राचीन प्रतिमा के संरक्षण और प्रचार-प्रसार के लिए सरकार के प्रयास भविष्य में इस क्षेत्र को एक प्रमुख तीर्थस्थल के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

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