Published on: May 03, 2025
By: BTI
Location: Somni, India
शहर से सटे सोमनी क्षेत्र में शासकीय भूमि की अवैध खरीद-बिक्री का मामला लगातार बढ़ता जा रहा है। हाल ही में शासन द्वारा स्पष्ट निर्देश दिए गए थे कि बिना तहसीलदार की अनुमति के कोई भी पटवारी आबादी भूमि से संबंधित रिकॉर्ड नहीं देगा, इसके बावजूद कुछ भू-माफिया और जमीन दलाल मिलकर सरकारी भूमि को निजी बताकर भारी रक़म में सौदे कर रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार, नेशनल हाइवे के किनारे स्थित महत्वपूर्ण शासकीय भूमि पर प्लॉटिंग कर चुनाई की जा रही है और उसे निजी भूमि के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है। इन भूखंडों की रजिस्ट्री की तैयारी भी चल रही है। यह वही भूमि है जिसका वर्षों से ग्रामीण सार्वजनिक मार्ग और तालाब तक पहुंचने के लिए उपयोग करते आ रहे हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि इस भूमि पर अतिक्रमण कर इसे बेचने की साजिश न केवल कानून का उल्लंघन है बल्कि यह आम जनता की सुविधाओं के साथ सीधा खिलवाड़ है। बताया जा रहा है कि जमीन की कीमत दो से ढाई हजार रुपये प्रति वर्गफुट निर्धारित की गई है, जिससे हजारों-लाखों रुपये का अवैध कारोबार किया जा रहा है।
स्थानीय ग्रामीणों में इस पूरे प्रकरण को लेकर भारी रोष है। उनका कहना है कि यदि प्रशासन ने समय रहते कठोर कार्रवाई नहीं की, तो ग्रामवासियों की आम सुविधाएं, जैसे तालाब तक का रास्ता, स्थायी रूप से बाधित हो सकती हैं। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि अवैध बिक्री नहीं रोकी गई तो वे सामूहिक आंदोलन करेंगे।
उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की है कि इस मामले की गहराई से जांच कर भू-माफियाओं पर कानूनी कार्रवाई की जाए, साथ ही शासकीय भूमि की सुरक्षा के लिए स्थायी समाधान निकाला जाए।