Published on: May 08, 2025
By: BTI
Location: Amritsar, India
श्री हरमंदिर साहिब, जिसे स्वर्ण मंदिर के नाम से विश्वभर में जाना जाता है, में पहली बार इतिहास में बिजली आपूर्ति को पूरी तरह बंद किया गया। मंगलवार रात को किए गए इस असाधारण ब्लैकआउट ने अमृतसर सहित संपूर्ण सिख समुदाय में चर्चा का नया विषय छेड़ दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह कदम प्रशासन और श्री अकाल तख्त साहिब के निर्देशानुसार एहतियातन सुरक्षा कारणों से उठाया गया। सुरक्षा एजेंसियों द्वारा संभावित खतरे के इनपुट मिलने के बाद, श्री गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने ब्लैकआउट का कठिन लेकिन जरूरी निर्णय लिया। रात लगभग दो घंटे तक मंदिर परिसर में बिजली सप्लाई पूरी तरह बंद रही, जिससे स्वर्ण मंदिर का पवित्र परिसर पहली बार अंधेरे में डूबा नजर आया।
एसजीपीसी के प्रवक्ता ने ‘बार्बरीका ट्रुथ’ से बातचीत में बताया, “श्रद्धालुओं की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। हमें कुछ विशेष अलर्ट मिले थे, जिसके बाद यह कदम सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए उठाया गया।”
ब्लैकआउट के दौरान स्वर्ण मंदिर में लंगर सेवा और अतिथि गृहों में सीमित बिजली व्यवस्था बहाल रखी गई ताकि श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो। वहीं, पवित्र सरोवर और दरबार साहिब के मुख्य भवन की सभी लाइटें बंद रहीं। इस दृश्य ने वहां मौजूद श्रद्धालुओं और स्थानीय नागरिकों को पहली बार मंदिर का यह अनदेखा स्वरूप दिखाया।
इस ऐतिहासिक घटना को लेकर सोशल मीडिया पर भी तीव्र प्रतिक्रियाएं सामने आईं। जहां एक ओर श्रद्धालुओं ने सुरक्षा कारणों से इस निर्णय का समर्थन किया, वहीं कुछ लोगों ने परंपराओं में इस असाधारण बदलाव को लेकर चिंता जताई। हालांकि, एसजीपीसी ने स्पष्ट किया कि यह सिर्फ एक अस्थाई सुरक्षा कदम था और इसका उद्देश्य स्वर्ण मंदिर की गरिमा और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
गौरतलब है कि स्वर्ण मंदिर, जो हर दिन लाखों श्रद्धालुओं और पर्यटकों का स्वागत करता है, अपनी सुनहरी रोशनी और अद्वितीय सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है। रात के समय जब मंदिर की रोशनी दूर-दूर तक चमकती है, वही दृश्य इस बार पहली बार पूरी तरह अंधेरे में तब्दील हो गया।
फिलहाल, मंदिर परिसर में सभी व्यवस्थाएं सामान्य कर दी गई हैं और सुरक्षा के अतिरिक्त उपाय जारी हैं। स्थानीय प्रशासन और SGPC ने श्रद्धालुओं को भरोसा दिलाया है कि भविष्य में भी सुरक्षा के लिए हर आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।