केंद्रीय मंत्री ने कहा- विपक्ष सदन नहीं चलने देता, फिर बोलने का मौका न मिलने का लगाता है झूठा आरोप
Published on: August 01, 2025
By: [BTNI]
Location: New Delhi, India
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने संसद में विपक्ष के व्यवहार और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयानों पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाया कि वे बहस शुरू होते ही सदन के बीच में आकर हंगामा करते हैं, जिससे संसद की कार्यवाही बाधित होती है। रिजिजू ने कहा, “विपक्ष सदन को चलने नहीं देता और फिर यह झूठा आरोप लगाता है कि उन्हें बोलने का मौका नहीं मिलता।
मैं इस झूठे आरोप की कड़ी निंदा करता हूं।”केंद्रीय मंत्री ने विशेष रूप से विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए उनके हालिया बयानों को देश के हितों के खिलाफ बताया। रिजिजू ने कहा, “राहुल गांधी बार-बार भारत विरोधी बयान दे रहे हैं, जो बिल्कुल ठीक नहीं है। कई विपक्षी नेताओं ने भी उनकी इस हरकत की निंदा की है। भारत की अर्थव्यवस्था और छवि के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल कोई नहीं कर सकता।”
उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी कोई बच्चे नहीं हैं और लोकसभा में विपक्ष के नेता के रूप में उनकी जिम्मेदारी है कि वे राष्ट्रीय हितों का सम्मान करें। रिजिजू ने जोर देकर कहा, “राष्ट्र-विरोधी बयान देना और संसद की कार्यवाही में बाधा डालना गलत है। हर भारतीय का कर्तव्य है कि वह देश की गरिमा को बनाए रखे।”रिजिजू ने यह भी बताया कि संसद के न चलने से सबसे ज्यादा नुकसान विपक्ष को ही हो रहा है।
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उन्होंने कहा, “विपक्षी नेताओं के मुद्दे सदन में नहीं उठ पा रहे हैं। जिन नियमों के तहत मुद्दों पर चर्चा की अनुमति है, उन पर वे बात नहीं करते।” केंद्रीय मंत्री ने विपक्ष से संसद की गरिमा बनाए रखने और रचनात्मक चर्चा में भाग लेने की अपील की।उन्होंने कहा कि सरकार सभी मुद्दों पर खुली चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन इसके लिए विपक्ष को भी नियमों का पालन करना होगा। रिजिजू की इस टिप्पणी ने संसद में चल रहे गतिरोध पर एक नई बहस छेड़ दी है, जहां विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच तनातनी लगातार बढ़ रही है।
यह बयान ऐसे समय में आया है, जब संसद का मॉनसून सत्र चल रहा है और कई महत्वपूर्ण विधेयकों पर चर्चा होनी है। रिजिजू के इस बयान से साफ है कि सरकार विपक्ष के रवैये से नाराज है और वह संसद की कार्यवाही को सुचारू रूप से चलाने के लिए कड़े कदम उठाने को तैयार है। संसद में विपक्ष के व्यवहार और राहुल गांधी के बयानों पर रिजिजू की यह टिप्पणी राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गई है। आने वाले दिनों में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि विपक्ष इस आलोचना का जवाब कैसे देता है और क्या संसद की कार्यवाही पटरी पर लौट पाती है।