हैदराबाद के बशीरबाग में प्रवर्तन निदेशालय कार्यालय में पहुंचे टॉलीवुड अभिनेता, सट्टेबाजी ऐप प्रोमोशन से जुड़े मामले में जांच तेज
Published on: August 06, 2025
By: [BTNI]
Location: Hyderabad, India
टॉलीवुड के लोकप्रिय अभिनेता विजय देवरकोंडा बुधवार को हैदराबाद के बशीरबाग स्थित प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के क्षेत्रीय कार्यालय में पेश हुए। उन्हें अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप्स के प्रोमोशन से जुड़े एक मामले में पूछताछ के लिए पहले समन जारी किया गया था। इस मामले में ईडी मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रहा है, जिसमें 29 हस्तियों, अभिनेताओं, यूट्यूबर्स और सोशल मीडिया प्रभावशाली व्यक्तियों के नाम शामिल हैं। विजय देवरकोंडा का यह कदम जांच में सहयोग का हिस्सा माना जा रहा है, जिसने टॉलीवुड और सोशल मीडिया हलकों में हलचल मचा दी है।
मामले की पृष्ठभूमि
यह जांच तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में दर्ज कई प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) पर आधारित है, जो अवैध सट्टेबाजी और जुआ ऐप्स को बढ़ावा देने का आरोप लगाती हैं। साइबराबाद पुलिस ने मार्च 2025 में 25 हस्तियों और प्रभावशाली व्यक्तियों के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज की थी, जिसमें विजय देवरकोंडा, प्रकाश राज, राणा दग्गुबाती और मंचू लक्ष्मी जैसे नाम शामिल थे। यह शिकायत मियापुर के 32 वर्षीय व्यवसायी पी.एम. फणींद्र शर्मा ने 19 मार्च को दर्ज की थी, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि इन ऐप्स के प्रचार ने विशेष रूप से निम्न और मध्यम वर्ग के परिवारों को वित्तीय नुकसान पहुंचाया है।
ईडी इस मामले को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत जांच रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या ये प्रचार अभियान अलग-अलग थे या एक बड़े, समन्वित नेटवर्क का हिस्सा थे। जांच में उन डिजिटल विज्ञापनों और वित्तीय लेनदेन पर ध्यान दिया जा रहा है, जो कथित तौर पर जंगल रम्मी, ए23, जीतविन, और लोटस365 जैसे ऐप्स को बढ़ावा देने से जुड़े हैं, जो सार्वजनिक जुआ अधिनियम, 1867 का उल्लंघन करते हैं।
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विजय देवरकोंडा की भूमिका
विजय देवरकोंडा, जिन्हें हाल ही में उनकी फिल्म ‘किंगडम’ के लिए सराहना मिली थी, सुबह करीब 11 बजे ईडी कार्यालय पहुंचे। माना जा रहा है कि उनसे सट्टेबाजी ऐप्स के साथ उनके प्रोमोशनल अनुबंधों और उससे प्राप्त भुगतानों के बारे में पूछताछ की गई। विजय की टीम ने पहले स्पष्ट किया था कि उनका जुड़ाव केवल एक “कौशल-आधारित गेमिंग प्लेटफॉर्म” ए23 के साथ था, जो 2023 में समाप्त हो गया था, और यह पूरी तरह से कानूनी था। हालांकि, ईडी यह जांच कर रही है कि क्या ये प्रचार अवैध सट्टेबाजी को बढ़ावा देने के लिए थे, जो मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े हो सकते हैं।
विजय देवरकोंडा इस मामले में ईडी के सामने पेश होने वाले दूसरे अभिनेता हैं। इससे पहले, 30 जुलाई को अभिनेता प्रकाश राज ने पांच घंटे तक पूछताछ का सामना किया था। प्रकाश राज ने कहा था कि उन्होंने 2016 में जंगल रम्मी के लिए एक विज्ञापन किया था, लेकिन नैतिक आधार पर भुगतान लेने से इनकार कर दिया था और 2017 में इस प्रचार से खुद को अलग कर लिया था।
मामले का व्यापक प्रभाव
इस जांच में शामिल अन्य हस्तियों में राणा दग्गुबाती, मंचू लक्ष्मी, निधि अग्रवाल, प्रणिता सुभाष, और टीवी होस्ट श्रीमुखी जैसे नाम शामिल हैं। राणा दग्गुबाती, जिन्हें 23 जुलाई को बुलाया गया था, ने फिल्म की शूटिंग के कारण नई तारीख मांगी और अब 13 अगस्त को पेश होंगे। मंचू लक्ष्मी को भी उसी दिन बुलाया गया है।
शिकायत के अनुसार, इन ऐप्स के प्रचार ने कई लोगों, खासकर युवाओं को, आसान कमाई के झूठे वादों में फंसाया, जिसके परिणामस्वरूप भारी वित्तीय नुकसान हुआ और कुछ मामलों में आत्महत्या तक की नौबत आई। साइबराबाद पुलिस ने इन हस्तियों के खिलाफ तेलंगाना गेमिंग अधिनियम, भारत न्याय संहिता की धारा 318(4) और 112, और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 66-डी के तहत मामला दर्ज किया है, जो धोखाधड़ी और ऑनलाइन छल से संबंधित हैं।
मीडिया का घेराव और प्रतिक्रिया
ईडी कार्यालय पहुंचने पर विजय देवरकोंडा को मीडियाकर्मियों ने घेर लिया, लेकिन उनकी टीम ने कहा, “सर बात नहीं कर सकते।” अभिनेता ने कोई बयान नहीं दिया और चुपचाप कार्यालय में प्रवेश किया। इस मामले ने टॉलीवुड में व्यापक चर्चा छेड़ दी है, क्योंकि कई हस्तियां यह दावा कर रही हैं कि उन्होंने केवल उन गेमिंग ऐप्स को प्रचारित किया जो उस समय कानूनी माने जाते थे।
ईडी अब इन प्रचारों के पीछे वित्तीय लेनदेन और डिजिटल निशानों की गहराई से जांच कर रही है। यह जांच यह भी तय करेगी कि क्या ये प्रचार “अपराध की आय” के दायरे में आते हैं, जो पीएमएलए के तहत दंडनीय है। तेलंगाना पुलिस और ईडी दोनों इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं, और मियापुर पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर के. क्रांति कुमार ने कहा, “यह जांच जनता को हानिकारक सट्टेबाजी और जुआ मंचों से बचाने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।”
विजय देवरकोंडा की पेशी ने इस मामले को और अधिक सुर्खियों में ला दिया है, और आने वाले दिनों में अन्य हस्तियों की पूछताछ से यह जांच और गति पकड़ सकती है। यह मामला न केवल टॉलीवुड की हस्तियों के लिए, बल्कि सोशल मीडिया प्रभावशाली व्यक्तियों और ऑनलाइन विज्ञापन उद्योग के लिए भी एक चेतावनी के रूप में सामने आया है।