जो जितना पिछड़ा, उसे उतनी ज्यादा प्राथमिकता’ के मंत्र के साथ किसानों के लिए समृद्धि का रास्ता
Published on: August 02, 2025
By: BTNI
Location: New Delhi, India
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विकास मंत्र ‘जो जितना पिछड़ा, उसे उतनी ज्यादा प्राथमिकता’ देश के किसानों और ग्रामीण भारत के लिए एक नई उम्मीद बनकर उभरा है। इस मंत्र को साकार करने वाली दो प्रमुख योजनाएं—पीएम किसान सम्मान निधि और प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना—किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने और कृषि क्षेत्र को समृद्ध बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत देश के करोड़ों किसानों को प्रतिवर्ष 6,000 रुपये की आर्थिक सहायता सीधे उनके बैंक खातों में दी जा रही है। यह राशि छोटे और सीमांत किसानों के लिए बीज, खाद और अन्य कृषि जरूरतों को पूरा करने में मददगार साबित हो रही है।
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दूसरी ओर, प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना ने किसानों को आधुनिक तकनीकों, बेहतर बीज और बाजार तक पहुंच प्रदान करके उनकी आय बढ़ाने में सहायता की है।केंद्र सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “प्रधानमंत्री का यह मंत्र समाज के सबसे कमजोर वर्ग को सशक्त बनाने का है। इन योजनाओं के जरिए हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि कोई भी किसान विकास की मुख्यधारा से पीछे न छूटे।”
देश भर के किसानों ने इन योजनाओं का स्वागत किया है। उत्तर प्रदेश के एक किसान, रामकिशोर यादव ने कहा, “पीएम किसान की राशि से मैंने अपने खेत के लिए नया बीज खरीदा, और धन-धान्य योजना ने मुझे नई तकनीकों से जोड़ा। अब मेरी फसल की पैदावार पहले से बेहतर है।”इन योजनाओं ने न केवल किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत किया है, बल्कि ग्रामीण भारत में आत्मनिर्भरता और समृद्धि का एक नया अध्याय भी लिखा है।
सरकार का यह दृष्टिकोण यह दर्शाता है कि विकास का लाभ सबसे निचले स्तर तक पहुंचे, ताकि हर किसान और हर गांव देश की प्रगति का हिस्सा बन सके।प्रधानमंत्री मोदी का यह मंत्र न केवल नीतियों का आधार है, बल्कि यह देश के हर कोने में समावेशी विकास की भावना को भी प्रज्वलित कर रहा है।