पाक में बैठे आतंकवादियों व उनके ठिकानों को तबाह कर भारत ने दुनिया को बता दिया एक “चुटकी सिंदूर की कीमत” -शांभवी चौधरी
Published on: August 01, 2025
By: [BTNI]
Location: New Delhi, India
28 जुलाई -2025 को लोकसभा में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर हुई चर्चा के दौरान एक प्रभावशाली और जोशीला भाषण दिया, जिसने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित कई वरिष्ठ भाजपा नेताओं को प्रभावित किया। 27 वर्षीय लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) की सांसद शांभवी चौधरी ने अपने भाषण में राष्ट्रीय सुरक्षा, भारत की सैन्य ताकत और सांस्कृतिक मूल्यों को जोरदार तरीके से प्रस्तुत किया, जिसकी व्यापक चर्चा हुई।
कश्मीर के पहलगाम में हिंदुओं के नरसंहार के बाद आतंकवादियों घटना में लिफ्ट आतंकवादियों आतंकवादियों के सरगना एवं उनका संरक्षण देने वालों के खिलाफ कार्रवाई हेतु चालू किए गए ऑपरेशन का नाम सिंदूर रखकर सरकार की जो मंशा थी वह चरितार्थ हुई और हमारी सेना ने पाकिस्तान के अंदर सौ किलोमीटर की दूरी में घुस कर न केवल आतंकवादियों के ठिकानों को ध्वस्त किया बल्कि दुर्दांत आतंकवादियों सहित 100 से भी अधिक आतंकवादियों को ढेर कर दिया।
हमारी बहादुर एवं कुशल सेनानी ऐसा इतनी बारीकी से किया और कितने कम समय में किया 23 मिनट में किया इस ऑपरेशन को अंजाम दिया जिसमें एक भी नागरिक की हताहत का समाचार नहीं है ऐसा करके भारत में आतंकी ठिकानों को ध्वस्त करने एवं आतंकवादियों को ढेर करने वाले इस ऑपरेशन का नाम सिंदूर रखकर पूरी दुनिया को बता दिया की एक चुटकी सिंदूर की कीमत क्या होती है जोश भर उद्गार जिस संसद के आज रहे वह अब तक गुमनामी में थी और पांच सांसदों वाली चिराग पासवान के लोग जनता पार्टी की समस्तीपुर बिहार आज उनके इस देश दरबार जोशीले देशभक्ति और राष्ट्रवाद से भरे भाषण से को सुनकर देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित अनेक बड़े नेता मंत्री हरपूर्व रह गए और मुस्कुराहट के साथ लगातार मेज को तक दबाते रहे अंदर आतंकवादियों के विभिन्न पार्टी का मोसम केसा उस
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भाषण का प्रभाव और नेताओं की प्रतिक्रिया –
शांभवी चौधरी के भाषण ने न केवल सत्तारूढ़ गठबंधन के नेताओं बल्कि पूरे सदन का ध्यान खींचा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह उनके भाषण के दौरान मेज थपथपाते नजर आए, जो उनके समर्थन और प्रशंसा का प्रतीक था। उनके भाषण की तारीफ करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इसे सशक्त और देश की भावनाओं को व्यक्त करने वाला बताया। भाजपा के अन्य वरिष्ठ नेताओं जैसे गृह मंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी उनके तर्कों और आत्मविश्वास की सराहना की। सोशल मीडिया पर भी उनके भाषण की क्लिप वायरल हुई, और कई लोगों ने इसे ‘नए भारत’ की भावना को दर्शाने वाला करार दिया।
भाषण के प्रमुख बिंदु –
शांभवी ने अपने भाषण में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को भारत की सैन्य और कूटनीतिक ताकत का प्रतीक बताया और इसे ऐतिहासिक रूप से स्वर्णिम अक्षरों में लिखे जाने वाला अभियान करार दिया। उन्होंने कहा:
‘नया भारत’ की ताकत: “यह नया भारत है जो आतंकी हमलों के बाद मोमबत्तियां नहीं जलाता, बल्कि दुश्मनों की चिताएं जलाता है। यह शांति चाहता है, लेकिन अपनी शर्तों पर। अगर ये शर्तें पूरी न हों, तो डिप्लोमेसी से डेस्ट्रक्शन तक का रास्ता जानता है।”
रामचरितमानस का उल्लेख:
उन्होंने तुलसीदास के रामचरितमानस की चौपाई का जिक्र करते हुए कहा, “विनय न माने जलधि जड़, गए तीन दिन बीत, बोले राम सकोप तब भय बिन होई न प्रीत।” इसका तात्पर्य यह था कि भारत ने आतंकवाद के खिलाफ कठोर कार्रवाई कर अपनी ताकत और इच्छाशक्ति का प्रदर्शन किया है।
ऑपरेशन सिंदूर का नामकरण:
शांभवी ने ऑपरेशन के नाम को लेकर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे ‘सिंदूर’ नाम देकर दुनिया को बता दिया कि “एक चुटकी सिंदूर की कीमत क्या होती है।” यह हिंदू संस्कृति में सिंदूर के महत्व को रेखांकित करता है, जो सुहाग और सम्मान का प्रतीक है। उन्होंने इसे भारत की माताओं-बहनों के सम्मान की रक्षा से जोड़ा।
महाभारत का संदेश: उन्होंने कहा, “जो लोग कलमा पूछकर हमारे लोगों को मारते हैं, धर्म पूछकर मारते हैं, उन्हें हम महाभारत सुनाना चाहते हैं। महाभारत सत्य और धर्म की लड़ाई है, द्रौपदी के चीरहरण के प्रतिशोध की कहानी है।” यह बयान आतंकवाद के खिलाफ भारत की निर्णायक कार्रवाई और सांस्कृतिक रक्षा की लड़ाई है।