*आईपीएस* की संख्या अब 142 से बढ़कर 153 हुई
Published on: May 24, 2025
By: BTI
Location: Raipur, India
छत्तीसगढ़ में भारतीय पुलिस सेवा (IPS) कैडर की ताकत में मामूली वृद्धि हुई है। केंद्रीय गृह मंत्रालय (MHA) ने 21 मई 2025 को जारी एक अधिसूचना के अनुसार, छत्तीसगढ़ IPS कैडर की संख्या 142 से बढ़ाकर 153 कर दी गई है। इस वृद्धि से राज्य की पुलिस व्यवस्था को और मजबूती मिलने की उम्मीद है।
यह वृद्धि प्रशासनिक दक्षता को बढ़ाने और राज्य में कानून-व्यवस्था को और सुदृढ़ करने के उद्देश्य से की गई है। सूत्रों के अनुसार, नए अधिकारियों की नियुक्ति और कैडर आवंटन से छत्तीसगढ़ में पुलिस बल की कार्यक्षमता में सुधार होगा, विशेषकर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में। हाल ही में 2024 बैच के 5 नए IPS अधिकारियों को छत्तीसगढ़ कैडर आवंटित किया गया था, जिसमें अपूर्वा अग्रवाल और अनुषा पिल्ले को होम कैडर मिला है।
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गृह मंत्रालय की इस अधिसूचना को राज्य सरकार ने स्वागत किया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा, “IPS कैडर की संख्या में यह वृद्धि छत्तीसगढ़ की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करेगी। हम केंद्र सरकार के इस कदम का समर्थन करते हैं और इसे प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
यह कदम छत्तीसगढ़ में प्रशासनिक और पुलिस सुधारों की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह वृद्धि न केवल पुलिस बल की संख्या बढ़ाएगी, बल्कि राज्य में अपराध नियंत्रण और जनसुरक्षा को भी बढ़ावा देगी।
इसका पुलिस विभाग पर क्या प्रभाव पड़ेगा —-
छत्तीसगढ़ में IPS कैडर की संख्या में वृद्धि (142 से 153) का पुलिस विभाग पर कई सकारात्मक प्रभाव पड़ने की संभावना है:
प्रशासनिक दक्षता में सुधार: अतिरिक्त IPS अधिकारियों की नियुक्ति से पुलिस विभाग में नेतृत्व और प्रबंधन की क्षमता बढ़ेगी। वरिष्ठ अधिकारियों की संख्या बढ़ने से जटिल मामलों और नीतिगत निर्णयों को अधिक प्रभावी ढंग से लागू किया जा सकेगा।
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में मजबूती: छत्तीसगढ़ के कई क्षेत्र नक्सलवाद से प्रभावित हैं। नए IPS अधिकारियों की तैनाती से इन क्षेत्रों में रणनीतिक योजना और संचालन को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी, जिससे सुरक्षा व्यवस्था मजबूत होगी।
अपराध नियंत्रण में वृद्धि: कैडर की संख्या बढ़ने से पुलिस विभाग को विशेष अपराधों, जैसे साइबर अपराध, संगठित अपराध और सामाजिक अशांति से निपटने के लिए अधिक संसाधन और विशेषज्ञता मिलेगी।
क्षेत्रीय तैनाती में लचीलापन: अधिक अधिकारियों की उपलब्धता से पुलिस विभाग विभिन्न जिलों और संवेदनशील क्षेत्रों में बेहतर तैनाती कर सकेगा। इससे स्थानीय स्तर पर पुलिस की उपस्थिति और जवाबदेही बढ़ेगी।
प्रशिक्षण और नवाचार को बढ़ावा: नए IPS अधिकारियों, जैसे हाल ही में शामिल 2024 बैच के अधिकारियों, से नई सोच और तकनीकी दक्षता विभाग में आएगी। यह आधुनिक पुलिसिंग तकनीकों, जैसे डेटा एनालिटिक्स और डिजिटल निगरानी, को लागू करने में मदद करेगा।
काम के बोझ में कमी: मौजूदा अधिकारियों पर काम का दबाव कम होगा, क्योंकि अतिरिक्त अधिकारियों की नियुक्ति से कार्यभार का बेहतर वितरण हो सकेगा। इससे उनकी कार्यक्षमता और मनोबल में सुधार होगा।
हालांकि, इस वृद्धि का पूर्ण प्रभाव नए अधिकारियों की तैनाती, प्रशिक्षण और स्थानीय परिस्थितियों के अनुकूल होने पर निर्भर करेगा। साथ ही, प्रभावी समन्वय और संसाधनों का उचित उपयोग सुनिश्चित करना राज्य सरकार और पुलिस नेतृत्व की जिम्मेदारी होगी।