Published on: April 30, 2025
By: [BTI]
Location: Raipur, India
छत्तीसगढ़ सरकार ने शिक्षकों के भविष्य को सुरक्षित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में बुधवार को आयोजित कैबिनेट बैठक में 2621 बी.एड. अर्हताधारी सहायक शिक्षकों के समायोजन का ऐतिहासिक फैसला लिया गया। इन शिक्षकों को सहायक शिक्षक विज्ञान (प्रयोगशाला) के पदों पर समायोजित किया जाएगा, जिससे उनकी नौकरी सुनिश्चित होगी।
शिक्षकों के संघर्ष को मिली राहत
पिछले कुछ समय से बी.एड. डिग्रीधारक सहायक शिक्षक अपनी नौकरी बचाने के लिए संघर्षरत थे। वर्ष 2023 में सीधी भर्ती के तहत नियुक्त इन शिक्षकों की सेवाएँ समाप्त कर दी गई थीं, जिसके बाद से वे लगातार अपनी मांगों को लेकर सरकार के समक्ष आवाज उठा रहे थे। कैबिनेट के इस फैसले ने इन शिक्षकों को नई उम्मीद दी है। वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी ने इस निर्णय को ऐतिहासिक बताते हुए कहा, “यह फैसला हजारों शिक्षकों और उनके परिवारों के लिए एक नया अवसर लेकर आया है। हमारी सरकार शिक्षा और शिक्षकों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है।”
क्या है समायोजन का निर्णय?
कैबिनेट ने फैसला लिया है कि 2621 बी.एड. सहायक शिक्षकों को सहायक शिक्षक विज्ञान (प्रयोगशाला) के पदों पर समायोजित किया जाएगा। यह समायोजन स्कूल शिक्षा विभाग के तहत किया जाएगा, और इससे शिक्षकों को न केवल उनकी नौकरी वापस मिलेगी, बल्कि विज्ञान शिक्षा को बढ़ावा देने में भी उनकी भूमिका महत्वपूर्ण होगी। इस निर्णय से स्कूलों में विज्ञान प्रयोगशालाओं की गुणवत्ता में सुधार होने की उम्मीद है।
शिक्षा विभाग में सुधार की दिशा में कदम
छत्तीसगढ़ सरकार का यह कदम न केवल शिक्षकों के लिए राहत भरा है, बल्कि राज्य में शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में भी एक सकारात्मक पहल है। इससे पहले, स्कूल शिक्षा विभाग ने उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार 2855 बी.एड. धारक सहायक शिक्षकों को नौकरी से हटाया था और उनकी जगह 2613 डी.एड. प्रशिक्षित शिक्षकों की नियुक्ति की थी। अब बी.एड. शिक्षकों के समायोजन का फैसला सरकार की संवेदनशीलता और समावेशी नीति को दर्शाता है।
शिक्षकों ने जताई खुशी
इस फैसले के बाद शिक्षक समुदाय में खुशी की लहर है। कई शिक्षकों ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रियाएँ साझा करते हुए सरकार के इस कदम की सराहना की है। एक प्रभावित शिक्षक ने कहा, “लंबे समय के संघर्ष के बाद हमें न्याय मिला है। हम सरकार और मुख्यमंत्री जी के आभारी हैं।”
आगे की राह
यह फैसला न केवल शिक्षकों के लिए राहत लेकर आया है, बल्कि छत्तीसगढ़ में शिक्षा के क्षेत्र में नए अवसरों को भी खोलेगा। सरकार ने संकेत दिए हैं कि भविष्य में भी शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में ऐसे कदम उठाए जाएँगे, जो युवाओं और समाज के हित में हों। इस समायोजन प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग को निर्देश दिए गए हैं, ताकि शिक्षक बिना देरी के अपने नए दायित्वों को संभाल सकें।
छत्तीसगढ़ सरकार का यह फैसला न केवल शिक्षकों के लिए एक नई शुरुआत है, बल्कि यह राज्य में शिक्षा के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है। सहायक शिक्षक विज्ञान (प्रयोगशाला) के पदों पर समायोजन से न केवल शिक्षकों का भविष्य सुरक्षित होगा, बल्कि स्कूलों में विज्ञान शिक्षा को भी नई दिशा मिलेगी। यह कदम छत्तीसगढ़ को शिक्षा के क्षेत्र में और मजबूत बनाने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा।