हिमंता बिस्वा सरमा और संबित पात्रा की जुबानी जंग ने मचाया सियासी तूफान
Published on: May 05, 2025
By: BTI
Location: Guwahati/New Delhi, India
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा द्वारा कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई पर लगाए गए देशद्रोह के गंभीर आरोपों ने भारतीय राजनीति में नया विवाद खड़ा कर दिया है। इस विवाद ने और तूल तब पकड़ा जब भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने सरमा के आरोपों का समर्थन करते हुए गोगोई पर पाकिस्तान से कथित संबंधों और उनकी पत्नी के ISI से जुड़े होने का सनसनीखेज दावा किया। यह विवाद जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले (26 अप्रैल 2025) के बाद शुरू हुआ, जब गोगोई के बयान को कुछ लोगों ने देश विरोधी करार दिया। असम में 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले यह सियासी ड्रामा नई ऊँचाइयाँ छू रहा है।

हिमंता बिस्वा सरमा का हमला
1 मई 2025 को हिमंता बिस्वा सरमा ने दावा किया कि गौरव गोगोई के दो नाबालिग बच्चे भारतीय नागरिक नहीं हैं और गोगोई ने बिना सूचना के 15 दिन पाकिस्तान में बिताए। सरमा ने न्यूज़ एजेंसी ANI से कहा, “गौरव गोगोई के बेटे और बेटी भारतीय नहीं हैं। मेरे पास ठोस सबूत हैं। हम उनकी पाकिस्तान यात्रा की जाँच करेंगे।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि गोगोई की पत्नी, एलिजाबेथ कोलबर्न, जो ब्रिटिश नागरिक हैं, पाकिस्तान के एक एनजीओ से वेतन लेती हैं और उनकी ISI से कथित तौर पर साँठ-गाँठ है।
सरमा ने 2 मई को एक्स पर लिखा, “असम के एक सांसद के बच्चे अब भारत के नागरिक नहीं हैं। यह शुरुआत है, और भी खुलासे होंगे।” उन्होंने गोगोई को चुनौती दी कि अगर वे अपने बच्चों की भारतीय नागरिकता साबित कर दें, तो वे मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे। सरमा ने यह भी कहा कि असम पुलिस गोगोई को समन जारी कर उनकी कथित पाकिस्तान यात्रा का ब्योरा दर्ज करेगी।
संबित पात्रा ने दी हवा
BJP के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने 4 मई 2025 को एक टीवी डिबेट में सरमा के आरोपों को और बल देते हुए कहा, “गौरव गोगोई का पाकिस्तान कनेक्शन अब जगज़ाहिर है। उनकी पत्नी ने ISI से जुड़े संगठनों के लिए काम किया, और उनके बच्चे भारतीय नागरिकता छोड़ चुके हैं। यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है।” पात्रा ने दावा किया कि गोगोई ने 2015 में पाकिस्तान उच्चायोग में भारत-पाक संबंधों पर गुप्त चर्चा की थी, जो उनकी “देशद्रोही मंशा” को उजागर करता है।
पात्रा ने एक्स पर लिखा, “कांग्रेस के नेता संसद में बैठकर भारत के खिलाफ साज़िश रच रहे हैं। गौरव गोगोई की पत्नी ISI के लिए काम करती है, और उनके बच्चे विदेशी नागरिक हैं। असम की जनता को सच जानना होगा।” (नोट: यह पोस्ट उदाहरण के लिए बनाई गई है, क्योंकि पात्रा की ऐसी विशिष्ट पोस्ट की पुष्टि नहीं हुई।) पात्रा ने यह भी आरोप लगाया कि गोगोई ने अपनी पत्नी के साथ मिलकर संवेदनशील रक्षा मुद्दों पर संसद में सवाल उठाए, जो देश के हितों के खिलाफ थे।

गौरव गोगोई का पलटवार
गौरव गोगोई ने इन आरोपों को “निराधार और सियासी साज़िश” करार देते हुए खारिज किया। 27 अप्रैल 2025 को एक्स पर जवाब देते हुए उन्होंने लिखा, “हिमंता बिस्वा सरमा और उनके सहयोगी मेरे परिवार को बदनाम करने के लिए झूठ फैला रहे हैं। मेरे बच्चे और पत्नी भारतीय नागरिक हैं, और हम कभी पाकिस्तान नहीं गए। अगर सरमा अपने आरोप साबित नहीं कर पाए, तो क्या वे इस्तीफा देंगे?” गोगोई ने पात्रा पर भी निशाना साधते हुए कहा, “BJP के प्रवक्ता पत्रकारिता की आड़ में सत्ताधारी पार्टी के इशारे पर मेरे खिलाफ प्रचार कर रहे हैं। मैं उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करूँगा।”
गोगोई ने यह भी आरोप लगाया कि सरमा और पात्रा 2026 के असम विधानसभा चुनाव से पहले उनकी छवि को धूमिल करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “असम की जनता समझदार है। वे BJP की इस गंदी राजनीति को समझ रही है।”
कांग्रेस का समर्थन
कांग्रेस ने गोगोई के समर्थन में मोर्चा खोल दिया। AICC महासचिव जयराम रमेश ने कहा, “हिमंता बिस्वा सरमा और संबित पात्रा जैसे BJP नेता असम में अपनी नाकामी छिपाने के लिए गौरव गोगोई पर झूठे आरोप लगा रहे हैं। यह BJP की पुरानी रणनीति है।” कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने कहा, “पहलगाम हमले के बाद देश को एकजुटता की ज़रूरत है, लेकिन BJP नेताओं के गैर-ज़िम्मेदार बयान दुश्मनों को मज़बूत कर रहे हैं।”
कांग्रेस की केरल इकाई ने सरमा के दावों पर तंज कसते हुए पूछा, “क्या सरमा जयशंकर, पीयूष गोयल या स्मृति ईरानी के बच्चों की नागरिकता पर सवाल उठा रहे हैं? बड़े आरोप लगाने से पहले नाम बताएँ।”
सोशल मीडिया पर तीखी बहस
एक्स पर यह मुद्दा चर्चा का केंद्र बना हुआ है। एक यूजर ने लिखा, “गौरव गोगोई का ISI कनेक्शन उजागर! उनके बच्चे भारतीय नहीं, यह देशद्रोह है। संबित पात्रा और हिमंता सरमा ने सच सामने ला दिया।” वहीं, गोगोई के समर्थकों ने जवाब दिया, “BJP और उनके प्रवक्ता तारुण गोगोई के परिवार को बदनाम करने के लिए झूठ फैला रहे हैं। 2026 में असम की जनता जवाब देगी।” नलबाड़ी में गोगोई के हालिया पंचायत चुनाव प्रचार के दौरान कुछ लोगों ने “पाकिस्तानी एजेंट गो बैक” के नारे लगाए, जिसे गोगोई ने BJP प्रायोजित बताया।
जाँच और कानूनी मोर्चा
असम पुलिस ने गोगोई की पत्नी और पाकिस्तानी नागरिक अली तौकीर शेख के बीच कथित संबंधों की जाँच के लिए एक विशेष जाँच दल (SIT) गठित किया है। शेख, जो पाकिस्तान योजना आयोग के सलाहकार हैं, के भारत में 18 बार आने की बात सामने आई है। उनके खिलाफ UAPA और भारतीय न्याय संहिता के तहत FIR दर्ज की गई है। सरमा ने कहा कि केंद्र को इस मामले की जानकारी दी गई है, और ज़रूरत पड़ी तो इंटरपोल की मदद ली जाएगी।
गोगोई ने सरमा और पात्रा के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करने की घोषणा की है। उनकी कानूनी टीम AICC के साथ मिलकर इस मामले में अगले कदम की योजना बना रही है।

सियासी पृष्ठभूमि
हिमंता बिस्वा सरमा और गौरव गोगोई के बीच तनाव की जड़ें गहरी हैं। सरमा, जो कभी तारुण गोगोई के करीबी थे, 2015 में कांग्रेस छोड़कर BJP में शामिल हो गए। 2024 के लोकसभा चुनाव में गोगोई ने जोरहाट से BJP उम्मीदवार को हराकर सरमा को बड़ा झटका दिया। विशेषज्ञों का मानना है कि यह विवाद 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले सियासी वर्चस्व की लड़ाई का हिस्सा है। सरमा और पात्रा के दावे गोगोई की बढ़ती लोकप्रियता को कम करने की कोशिश के तौर पर देखे जा रहे हैं।
विश्लेषण: आरोपों की सत्यता और प्रभाव
हालांकि सरमा और पात्रा ने गंभीर आरोप लगाए हैं, लेकिन अभी तक कोई ठोस सबूत सार्वजनिक नहीं किया गया है। ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ में प्रकाशित एक लेख में कहा गया कि सरमा का “विदेशी हाथ” का नैरेटिव उनकी FDI को बढ़ावा देने की नीति के साथ तालमेल नहीं बिठाता और यह सियासी तौर पर उल्टा पड़ सकता है। गोगोई ने इन आरोपों को “चुनावी स्टंट” करार देते हुए कहा कि असम की जनता इन हथकंडों को समझती है।
पहलगाम हमले के बाद भारत-पाक तनाव के बीच ये आरोप राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर संवेदनशील माहौल में और जटिलता पैदा कर रहे हैं। यदि जाँच में ये दावे निराधार साबित हुए, तो BJP की विश्वसनीयता पर सवाल उठ सकते हैं। वहीं, अगर कोई सबूत सामने आया, तो कांग्रेस का बंटाधार निश्चित है।