Published on: May 03, 2025
By: BTI
Location: Aligarh, India
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) द्वारा कथित तौर पर अतिक्रमित 41 बीघा सरकारी जमीन को नगर निगम और जिला प्रशासन ने संयुक्त कार्रवाई कर कब्जा मुक्त करा लिया है। इस जमीन की अनुमानित कीमत 102 करोड़ 62 लाख 50 हजार रुपये आंकी गई है। यह कार्रवाई बुधवार को कोल तहसील के एसडीएम दिग्विजय सिंह के नेतृत्व में की गई, जिसमें 4.1 हेक्टेयर (41050 वर्ग मीटर) जमीन को मुक्त कराकर नगर निगम ने अपनी संपत्ति का बोर्ड लगा दिया।
*80 साल से था कब्जा*
नगर निगम के अनुसार, यह जमीन पिछले 80 साल से एएमयू के कब्जे में थी। सात अलग-अलग गाटा नंबरों में दर्ज इस जमीन पर यूनिवर्सिटी द्वारा अतिक्रमण किया गया था। अधिकारियों का कहना है कि इस कार्रवाई से पहले यूनिवर्सिटी को नोटिस जारी किया गया था, लेकिन एएमयू प्रशासन ने इसे अवैध बताते हुए दावा किया कि कोई नोटिस नहीं दिया गया और यह जमीन उनकी है। एएमयू के एक अधिकारी ने कहा, “यह जमीन 80 साल से हमारे कब्जे में है, जहां बच्चे हॉर्स राइडिंग करते हैं। नगर निगम का दावा गलत है।”
*नगर निगम की कार्रवाई*
नगर निगम और जिला प्रशासन ने इस ऐतिहासिक कार्रवाई को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप बताया है। अधिकारियों ने कहा कि अभी 45 बीघा जमीन और कब्जा मुक्त कराने की प्रक्रिया बाकी है। इस कार्रवाई को लेकर स्थानीय लोगों और सोशल मीडिया पर भी चर्चा तेज है, जहां इसे सरकारी जमीन की रक्षा के लिए बड़ा कदम बताया जा रहा है।
*एएमयू का पक्ष*
एएमयू प्रशासन ने कार्रवाई को अवैध ठहराते हुए कहा कि जमीन पर उनका वैध कब्जा है और इसे बिना उचित प्रक्रिया के खाली कराया गया। यूनिवर्सिटी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वे इस मामले में कानूनी कदम उठाने पर विचार कर रहे हैं।
*आगे की कार्रवाई*
नगर निगम ने स्पष्ट किया कि जमीन के रिकॉर्ड की जांच के बाद यह कार्रवाई की गई और भविष्य में भी अतिक्रमण के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। इस बीच, जिला प्रशासन ने शांति बनाए रखने के लिए इलाके में पुलिस बल तैनात किया है। इस मुद्दे पर कानूनी और सामाजिक बहस तेज होने की संभावना है।