नेताजी सुभाष चंद्र बोस के नाम पर समर्पित ट्रेन में बढ़ी सुरक्षा और सुविधा, रेल प्रेमियों ने उत्साह से किया स्वागत
Published on: July 16, 2025
By: BTNI
Location: Raipur, India
भारतीय रेलवे की ऐतिहासिक और प्रतिष्ठित ट्रेनों में से एक, नेताजी एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 12311/12312), ने विरासत और आधुनिक तकनीक के अद्भुत मेल के साथ एक नया अध्याय शुरू किया है। 14 जुलाई, 2025 को हावड़ा जंक्शन से कालका के बीच चलने वाली इस ट्रेन में पारंपरिक ICF रैक की जगह आधुनिक लिंके हॉफमैन बुश (LHB) रैक को शामिल किया गया है।
यह उन्नयन यात्रियों के लिए अधिक सुरक्षा, सुविधा और बेहतर अनुभव का वादा करता है, जो इसे भारतीय रेलवे के आधुनिकीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बनाता है।नेताजी एक्सप्रेस, जिसे पहले हावड़ा-कालका मेल के नाम से जाना जाता था, स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की स्मृति में जनवरी 2021 में पुनर्नामित की गई थी। 160 वर्षों से अधिक समय से यह ट्रेन भारतीय रेलवे की शान रही है, और अब LHB रैक के साथ यह अपनी ऐतिहासिक विरासत को और गौरवमयी बनाए रखेगी। LHB कोचों की शुरूआत न केवल यात्रियों की सुरक्षा को मजबूत करती है, बल्कि उनके सफर को और भी आरामदायक और सुखद बनाती है।
LHB रैक के साथ नेताजी एक्सप्रेस में कई उन्नत सुविधाएँ शामिल की गई हैं। इन कोचों में एंटी-कोलिजन तकनीक और अग्निरोधी सामग्री का उपयोग किया गया है, जो दुर्घटना के जोखिम को कम करता है। बेहतर सस्पेंशन सिस्टम के कारण यात्रा अब अधिक शांत और सुगम होगी। इसके अलावा, कॉम्पैक्ट टॉयलेट डिज़ाइन और अतिरिक्त थर्ड एसी इkoonॉमी कोच के साथ सीटों की संख्या में भी वृद्धि हुई है, जिससे सभी श्रेणियों के यात्रियों—प्रथम एसी से लेकर स्लीपर और अनारक्षित—को बेहतर सुविधाएँ मिलेंगी।
पैंट्री कार की सुविधा के साथ यात्रियों को स्वादिष्ट भोजन का भी आनंद मिलेगा।पूर्व रेलवे के हावड़ा डिवीजन ने इस बदलाव को उत्साह के साथ मनाया, इसे नेताजी सुभाष चंद्र बोस की स्मृति और भारतीय रेलवे की प्रगति का प्रतीक बताया। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि LHB रैक का उपयोग न केवल यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देता है, बल्कि पर्यावरण के अनुकूल और टिकाऊ रेल परिवहन की दिशा में भी एक कदम है।
यह ट्रेन लगभग 1,715 किलोमीटर की दूरी तय करती है, जिसमें बर्द्धमान, आसनसोल, धनबाद, प्रयागराज, कानपुर, दिल्ली और चंडीगढ़ जैसे प्रमुख स्टेशनों सहित 40 से अधिक स्टॉप शामिल हैं। यह शिमला जाने वाले पर्यटकों और दैनिक यात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण साधन है।रेल प्रेमियों और यात्रियों ने इस उन्नयन का गर्मजोशी से स्वागत किया है। थीम-आधारित विनाइल से सजे LHB कोच न केवल आधुनिकता का प्रतीक हैं, बल्कि ट्रेन की ऐतिहासिक महत्ता को भी उजागर करते हैं। यात्रियों ने नए कोचों की सौंदर्यता और आराम की सराहना की है, और इस बदलाव ने उनके सफर के प्रति उत्साह को और बढ़ा दिया है।
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नेताजी एक्सप्रेस का यह नया स्वरूप भारतीय रेलवे की उस प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जिसमें परंपरा और नवाचार का समन्वय कर यात्रियों को बेहतर अनुभव प्रदान किया जा रहा है। नेताजी सुभाष चंद्र बोस के नाम पर समर्पित यह ट्रेन न केवल उनकी विरासत को सम्मान देती है, बल्कि सुरक्षा, आराम और गौरव के साथ नई पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।