पीएम कुसुम योजना
मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के सहयोग से 2000 मेगावाट का सोलर पार्क, हर 6 महीने मिलेगी बिजली
Published on: July 08, 2025
By: BTNI
Location: Indore, India
प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (पीएम कुसुम योजना) के तहत मध्य प्रदेश सरकार ने किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। इस योजना के अंतर्गत प्रदेश के 32 लाख किसानों को सोलर पंप प्रदान करने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा गया है। इसके साथ ही, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के बीच एक संयुक्त पहल के तहत 2000 मेगावाट क्षमता का सोलर पार्क स्थापित करने की योजना है, जिससे दोनों राज्यों को छह-छह महीने बिजली की आपूर्ति होगी।
पीएम कुसुम योजना के घटक A, B और C के तहत किसानों को सौर ऊर्जा से संचालित पंप उपलब्ध कराए जाएंगे, जो डीजल और बिजली से चलने वाले पंपों का विकल्प होंगे। इस पहल से न केवल किसानों की सिंचाई लागत में कमी आएगी, बल्कि वे अतिरिक्त बिजली उत्पादन कर उसे ग्रिड में बेचकर आय भी अर्जित कर सकेंगे। योजना के तहत सोलर पंपों पर 90% तक की सब्सिडी प्रदान की जाएगी, जिसमें केंद्र सरकार 60%, राज्य सरकार 30% और किसानों को मात्र 10% लागत वहन करनी होगी।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस योजना को किसानों के लिए गेम-चेंजर बताया है। उन्होंने कहा, “यह योजना न केवल किसानों को ऊर्जा स्वतंत्रता प्रदान करेगी, बल्कि उनकी आय में भी वृद्धि करेगी। सोलर पार्क के माध्यम से हम दोनों राज्यों के बीच ऊर्जा सहयोग को मजबूत करेंगे, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की उपलब्धता बढ़ेगी।”2000 मेगावाट का सोलर पार्क दोनों राज्यों के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा।
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यह परियोजना न केवल स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देगी, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और डीजल की खपत में कमी लाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इस सोलर पार्क से उत्पादित बिजली का उपयोग दोनों राज्य बारी-बारी से छह महीने के लिए करेंगे, जिससे ऊर्जा की कमी को दूर करने में मदद मिलेगी।कृषि विभाग के अधिकारियों के अनुसार, सोलर पंपों की स्थापना के लिए किसानों को ऑनलाइन पंजीकरण कराना होगा। उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए यह पंजीकरण www.agriculture.up.gov.in पर किया जा सकता है, जबकि मध्य प्रदेश में यह सुविधा cmsolarpump.mp.gov.in पर उपलब्ध है। योजना का लाभ ‘पहले आओ, पहले पाओ’ के आधार पर दिया जाएगा।
निष्कर्ष:
पीएम कुसुम योजना और प्रस्तावित सोलर पार्क के माध्यम से मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के किसान न केवल अपनी खेती को सशक्त बनाएंगे, बल्कि स्वच्छ ऊर्जा के उत्पादन में भी योगदान देंगे। यह पहल किसानों को ‘अन्नदाता’ से ‘ऊर्जादाता’ बनाने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है, जो ग्रामीण भारत को आत्मनिर्भर और समृद्ध बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगी।