इस्तीफे की मांग
Published on: May 04, 2025
By: BTI
Location: New Delhi, India
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा में कांग्रेस नेता और विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर गंभीर आरोप लगाते हुए देश का माहौल बिगाड़ दिया। दुबे ने दावा किया कि राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी ने चीन के साथ साठगांठ कर देश को “बेचने” की कोशिश की है। जीरो परसेंट डुयूटी करके भारत में चीनी मोबाइल,या उसका कोई हिस्सा पार्ट या खिलौना जैसे आइटम पर शून्य डूयूटी लगाया तो जवाब दे आखिर क्यों?
निशिकांत दुबे ने राहुल गांधी से लोकसभा से इस्तीफा देने की मांग की, जिसके बाद सदन में जोरदार हंगामा हुआ।

दुबे के आरोप और न्यूज क्लिक विवाद
निशिकांत दुबे ने अपने भाषण में न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि न्यूज क्लिक वेबसाइट, जिस पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापेमारी की थी, को चीन से फंडिंग मिली थी। उन्होंने आरोप लगाया कि यह फंडिंग कांग्रेस और उसके नेताओं को देश को “खंडित” करने के लिए दी गई थी। दुबे ने कहा, “2005 से 2014 तक, जब देश में संकट आया, तब-तब चीन ने कांग्रेस को पैसा दिया। 2008 में बीजिंग ओलंपिक के दौरान सोनिया गांधी को बुलाया गया, और 2017 में डोकलाम विवाद के समय राहुल गांधी चीनी अधिकारियों से मिल रहे थे।”
उन्होंने कांग्रेस पर “हिंदी-चीनी भाई-भाई” की नीति को बढ़ावा देने और देश को बांटने का इरादा रखने का भी आरोप लगाया। दुबे ने मांग की कि कांग्रेस को मिली सभी फंडिंग की जांच हो और इसे “चुनाव लड़ने के लिए अवैध” घोषित किया जाए।
राहुल गांधी का जवाब
राहुल गांधी ने इन आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि बीजेपी बिना सबूत के उन पर हमला कर रही है। उन्होंने सदन में कहा, “मुझे बोलने का मौका नहीं दिया जाता, लेकिन मैं बीजेपी के झूठ का जवाब देना चाहता हूं। मेरे खिलाफ लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं।” राहुल ने यह भी कहा कि सरकार चीन के साथ सीमा विवाद पर पारदर्शिता नहीं बरत रही, और उन्होंने दावा किया कि चीनी सैनिक भारतीय जमीन पर मौजूद हैं।

सदन में तीखी नोकझोंक
दुबे के बयान के बाद कांग्रेस सांसदों ने जोरदार विरोध दर्ज किया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने दोनों पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की, लेकिन सदन की कार्यवाही कई बार स्थगित करनी पड़ी। बीजेपी सांसदों ने राहुल गांधी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव लाने की मांग की, जबकि कांग्रेस ने इसे “राजनीतिक बदले की कार्रवाई” करार दिया।
विपक्ष का पलटवार
कांग्रेस प्रवक्ता जयराम रमेश ने कहा, “निशिकांत दुबे और बीजेपी के पास कोई ठोस सबूत नहीं है। वे केवल राहुल गांधी और कांग्रेस की छवि खराब करने के लिए झूठे आरोप लगा रहे हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी असल मुद्दों, जैसे बेरोजगारी और महंगाई, से ध्यान हटाने के लिए इस तरह की रणनीति अपना रही है।
पहले भी लग चुके हैं आरोप
यह पहली बार नहीं है जब निशिकांत दुबे ने राहुल गांधी पर इस तरह के आरोप लगाए हैं। 2023 में भी उन्होंने न्यूज क्लिक फंडिंग के मुद्दे पर कांग्रेस को निशाना बनाया था और राहुल की लोकसभा सदस्यता समाप्त करने की मांग की थी। इसके अलावा, दुबे ने राहुल पर तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश करने और संसद की गरिमा को ठेस पहुंचाने का भी आरोप लगाया था।
क्या होगा अगला कदम?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह विवाद संसद के शीतकालीन सत्र में और तूल पकड़ सकता है। बीजेपी और कांग्रेस के बीच बढ़ती तल्खी से संसद की कार्यवाही पर असर पड़ने की आशंका है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर बीजेपी विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव को आगे बढ़ाती है, तो यह मामला संसद की विशेषाधिकार समिति के पास जा सकता है।
इस बीच, जनता और राजनीतिक हलकों में इस बात पर चर्चा तेज है कि क्या यह विवाद केवल राजनीतिक रणनीति है या इसके पीछे कोई बड़ा खुलासा होने वाला है।