लखनऊ में अवैध पटाखा फैक्ट्री में भीषण धमाका, 6 की मौत और कई घायल; मुख्यमंत्री योगी ने दिए त्वरित राहत व जांच के निर्देश
Published on: 01 September, 2025
By: BTNI
Location: Lucknow, India
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के गुडंबा थाना क्षेत्र के बेहटा गांव में रविवार सुबह एक अवैध पटाखा फैक्ट्री में हुए भीषण विस्फोट ने पूरे इलाके को दहला दिया। इस हादसे में कम से कम 6 लोगों की मौत हो गई, जबकि 10 लोग मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है। मृतकों में फैक्ट्री संचालक आलम और उनकी पत्नी मुन्नी शामिल हैं।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यह विस्फोट सुबह करीब 11:30 बजे हुआ, जब आलम के घर में अवैध रूप से पटाखे बनाए जा रहे थे। धमाका इतना जोरदार था कि आलम का मकान पूरी तरह ढह गया और आसपास के 2-3 मकानों को भी नुकसान पहुंचा। धमाके की आवाज लगभग 2 किलोमीटर दूर तक सुनाई दी, जिससे इलाके में दहशत फैल गई।
स्थानीय पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं और राहत व बचाव कार्य शुरू किया। घायलों को ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। बम निरोधक दस्ते (बीडीएस) ने जांच में पुष्टि की कि विस्फोट पटाखे बनाने वाले बारूद के कारण हुआ। बीडीएस प्रभारी हनुमान प्रसाद ने बताया कि बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री मौके पर मिली है, जिसके कारण आसपास के मकानों को भी नुकसान हुआ।
Also read- https://www.btnewsindia.com/seven-day-career-guidance-and-personality-development-workshop-concludes-at-digvijay-college/ https://www.btnewsindia.com/pm-modi-receives-grand-welcome-in-tokyo-strengthens-india-japan-ties/
एक स्थानीय महिला रईस बानो ने दावा किया कि विस्फोट से पहले आलम के लड़के ने फैक्ट्री के गेट पर एक गोला दागा और फिर वहां से भाग गया, जिसके बाद धमाका हुआ। इस दावे की पुलिस जांच कर रही है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना का संज्ञान लिया और मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने अधिकारियों को राहत कार्य में तेजी लाने और घायलों को समुचित इलाज मुहैया कराने के निर्देश दिए।
पुलिस ने बताया कि यह फैक्ट्री अवैध रूप से संचालित हो रही थी, और इसकी जांच की जा रही है कि स्थानीय प्रशासन को इसकी जानकारी क्यों नहीं थी। घटनास्थल पर बचाव कार्य जारी है, और मलबे में दबे लोगों को निकालने के लिए राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की टीमें भी तैनात की गई हैं।
इस दुखद हादसे ने एक बार फिर रिहायशी इलाकों में अवैध पटाखा फैक्ट्रियों के खतरे को उजागर किया है। स्थानीय लोग प्रशासन से ऐसी गतिविधियों पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।