ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत की कूटनीतिक पहल, सांसदों का वैश्विक प्रतिनिधिमंडल बनेगा
Published on: May 18, 2025
By: BTI
Location: Chennai, India
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वरिष्ठ नेता और पूर्व तेलंगाना राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन ने रविवार को चेन्नई में एक महत्वपूर्ण बयान जारी किया। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और भारत की आतंकवाद विरोधी नीति को वैश्विक मंच पर ले जाने के लिए सांसदों के एकजुट प्रयासों की सराहना की। तमिलिसाई ने कहा कि सभी सांसद देशहित में एकजुट हैं और पार्टी लाइन से ऊपर उठकर भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
तमिलिसाई सुंदरराजन ने कहा, “मैं सभी सांसदों की सराहना करती हूं क्योंकि हम सभी एकजुट हैं… हम पार्टी का प्रतिनिधित्व नहीं कर रहे हैं, हम अपने देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।” उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देते हुए बताया कि सरकार ने सांसदों के विशेष प्रतिनिधिमंडलों का गठन किया है, जो विभिन्न देशों में जाकर भारत की उपलब्धियों, भारतीय सेना की वीरता और देश के शांतिपूर्ण इरादों को दुनिया के सामने प्रस्तुत करेंगे।
ऑपरेशन सिंदूर और कूटनीतिक रणनीति
ऑपरेशन सिंदूर, जिसे जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में शुरू किया गया था, ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों को नष्ट कर भारत की सैन्य ताकत को प्रदर्शित किया। इस अभियान के बाद भारत ने वैश्विक स्तर पर अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए कूटनीतिक प्रयास तेज कर दिए हैं। तमिलिसाई के बयान से स्पष्ट है कि सरकार अंतरराष्ट्रीय समुदाय को यह संदेश देना चाहती है कि भारत की कार्रवाइयां आतंकवाद के खिलाफ हैं और उसका उद्देश्य क्षेत्रीय शांति स्थापित करना है।
वैश्विक मंच पर भारत की छवि
तमिलिसाई ने जोर देकर कहा कि सांसदों के ये प्रतिनिधिमंडल भारत की सकारात्मक छवि को बढ़ावा देंगे। “हमारी सेना की महानता और हमारे देश के अच्छे इरादे दुनिया तक पहुंचाने का यह सही समय है,” उन्होंने कहा। यह कदम ऐसे समय में उठाया जा रहा है जब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की सैन्य अड्डों पर बढ़ती सक्रियता और उनके “ऑपरेशन सिंदूर एक ट्रेलर है” जैसे बयानों ने ऑपरेशन सिंदूर 2 की संभावनाओं को हवा दी है।
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सर्वदलीय समर्थन
ऑपरेशन सिंदूर को लेकर हाल ही में आयोजित सर्वदलीय बैठक में सभी दलों ने सरकार के कदम का समर्थन किया था। तमिलिसाई के बयान ने इस एकजुटता को और रेखांकित किया। उन्होंने कहा, “यह गर्व का विषय है कि हम सभी भारत के लिए एक साथ खड़े हैं।”
आगे की राह
सांसदों के वैश्विक प्रतिनिधिमंडल का गठन भारत की कूटनीतिक रणनीति का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उजागर करना और भारत की आतंकवाद विरोधी नीति को समर्थन जुटाना है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम न केवल भारत की स्थिति को मजबूत करेगा, बल्कि भविष्य में संभावित सैन्य कार्रवाइयों के लिए वैश्विक सहमति बनाने में भी मदद करेगा।
निष्कर्ष
तमिलिसाई सुंदरराजन का बयान भारत की उस रणनीति को दर्शाता है, जिसमें सैन्य ताकत के साथ-साथ कूटनीतिक प्रयासों को प्राथमिकता दी जा रही है। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद भारत न केवल क्षेत्रीय सुरक्षा को मजबूत करने में जुटा है, बल्कि वैश्विक स्तर पर अपनी छवि को एक जिम्मेदार और शक्तिशाली राष्ट्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में भी अग्रसर है।