1 करोड़ नौकरियां और स्वरोजगार के नए लक्ष्य
PM मोदी ने लॉन्च की ₹62,000 करोड़ की योजनाएं
Published on: October 04, 2025
By: BTNI
Location: Patna, India
बिहार की डबल इंजन सरकार ने राज्य के युवाओं को स्थानीय स्तर पर नौकरी और स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने का मजबूत संकल्प जताया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई वाली NDA सरकार और केंद्र की मोदी सरकार के संयुक्त प्रयासों से अब बिहार के नौजवानों को दिल्ली-बेंगलुरु जैसे शहरों की ओर पलायन करने की मजबूरी से मुक्ति मिलेगी। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘युवा संवाद’ कार्यक्रम के दौरान ₹62,000 करोड़ की लागत से युवा-केंद्रित योजनाओं का शुभारंभ किया, जो शिक्षा, कौशल विकास और रोजगार पर केंद्रित हैं। यह ऐलान X (पूर्व ट्विटर) पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ताजा पोस्ट से जुड़ा है, जिसमें उन्होंने लिखा: “हमारा संकल्प है कि बिहार के नौजवानों को बिहार में ही नौकरी और स्वरोजगार मिले। इसलिए डबल इंजन सरकार अब इन नए लक्ष्यों को लेकर आगे बढ़ रही है…
” बिहार लंबे समय से बेरोजगारी और युवाओं के पलायन की समस्या से जूझ रहा है। 2025 के विधानसभा चुनावों से पहले यह मुद्दा राजनीतिक बहस का केंद्र बिंदु बन गया है। एनएसएसओ के आंकड़ों के मुताबिक, बिहार में युवा बेरोजगारी दर 20% से ऊपर है, और हर साल लाखों युवा बेहतर अवसरों के लिए राज्य से बाहर जाते हैं। विपक्षी दलों जैसे RJD ने इसे ‘नौकरी का वादा’ बनाकर हमला बोला है, लेकिन NDA सरकार इसे ‘डबल इंजन’ की ताकत से हल करने का दावा कर रही है।
पिछले पांच वर्षों में ‘सात निश्चय-2’ कार्यक्रम के तहत 50 लाख से अधिक नौकरियां और सरकारी पद प्रदान किए जा चुके हैं। अब अगले पांच वर्षों (2025-2030) में लक्ष्य दोगुना कर 1 करोड़ नौकरियां और स्वरोजगार के अवसर देने का है। CM नीतीश कुमार ने सितंबर 2025 में विधानसभा में कहा था, “शिक्षित युवा आत्मनिर्भर, कुशल और रोजगारोन्मुखी बनें, ताकि बिहार और देश के विकास में योगदान दें।” नए लक्ष्य और योजनाओं का ऐलान: ₹62,000 करोड़ का मेगा पैकेज आज पटना में आयोजित ‘कौशल दीक्षांत समारोह’ में PM मोदी ने कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं, जो विशेष रूप से बिहार पर केंद्रित हैं। मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं:
योजना/उद्यम विवरण लाभार्थी/लागत प्रधानमंत्री कौशल और रोजगार क्षमता परिवर्तन योजना (PM-SETU) 1,000 सरकारी आईटीआई का आधुनिकीकरण (हब-एंड-स्पोक मॉडल)। बिहार के पटना और दरभंगा आईटीआई पहले लाभान्वित। उद्योग-प्रबंधित, विश्व बैंक और एशियन डेवलपमेंट बैंक से सह-वित्त पोषित।
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18-40 वर्ष के युवा; ₹60,000 करोड़ जान नायक करपूरी ठाकुर स्किल यूनिवर्सिटी उद्योग-उन्मुख कोर्स और व्यावसायिक शिक्षा को बढ़ावा। नया कैंपस और रिसर्च सुविधाएं। बिहार के युवा; उद्घाटन आज मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना (विस्तारित) स्नातक बेरोजगार युवाओं (20-25 वर्ष) को 2 वर्ष तक ₹1,000 मासिक भत्ता। पुनः लॉन्च। 5 लाख युवा; ₹1,200 करोड़ वार्षिक मुख्यमंत्री प्रतिज्ञा योजना 1 लाख युवाओं को पेड इंटर्नशिप (₹4-6 हजार मासिक), कौशल विकास। युवा; चालू छात्रवृत्ति और ऋण योजना कक्षा 9-10 के 25 लाख छात्रों को ₹450 करोड़ की छात्रवृत्ति (DBT के माध्यम से)। बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड: ब्याज-मुक्त ₹4 लाख तक शिक्षा ऋण। छात्र-युवा सरकारी भर्ती 4,000 नए सरकारी पदों पर नियुक्ति पत्र वितरण।
कुल 69,000 सरकारी नौकरियां 2025 में। युवा; तत्काल इसके अलावा, उद्योग विभाग ने 6 अक्टूबर से TRTC पटना में मुफ्त रेसिडेंशियल स्किल कोर्स शुरू करने की घोषणा की, जिसमें CNC मशीनिंग, टूल एंड डाई मेकिंग जैसे कोर्स शामिल हैं। महिलाओं के लिए ‘मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना’ के तहत ₹2 लाख तक की सहायता से उद्यमिता को बढ़ावा दिया जा रहा है। PM मोदी ने कहा, “बिहार का युवा बिहार का भविष्य है। डबल इंजन की ताकत से हम पलायन रोकेंगे और आत्मनिर्भर बिहार बनाएंगे।” CM नीतीश कुमार ने धन्यवाद देते हुए कहा, “ये योजनाएं हमारे संकल्प को मूर्त रूप देंगी।”
उद्योगों का योगदान: स्थानीय रोजगार के उदाहरण बिहार में उद्योगों का विस्तार पलायन कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। वैशाली के मunchOnn कंपनी और पटना के फतुहा स्थित Banshi Medicare जैसी इकाइयों ने स्थानीय युवाओं को हजारों नौकरियां दी हैं। एक वीडियो पोस्ट में श्रमिकों ने बताया, “अब घर-परिवार छोड़कर बाहर नहीं जाना पड़ता। नीतीश
सरकार ने जीवन बदल दिया।” समस्तीपुर की अंजू कुमारी जैसी महिलाएं स्वयं सहायता भत्ता से उद्यम चला रही हैं। सोशल मीडिया पर जोरदार प्रतिक्रियाएं X पर CM की पोस्ट को IPRD बिहार ने रीपोस्ट किया, जिसे 35,000 से अधिक व्यूज मिले। यूजर्स की प्रतिक्रियाएं सकारात्मक हैं: एक यूजर ने लिखा, “फिर एक बार नीतीश कुमार! युवा शक्ति बिहार की ताकत।” वहीं,
विपक्ष ने सवाल उठाए: “वादे पुराने, नौकरियां कब?” BJP और JDU समर्थक इसे ‘डबल इंजन की जीत’ बता रहे हैं। #RojgarMatlabNitishSarkar और #BiharWithYouth जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। राजनीतिक निहितार्थ: 2025 चुनावों से पहले बड़ा दांव यह ऐलान 2025 बिहार विधानसभा चुनावों से ठीक पहले आया है, जहां 6 अक्टूबर को चुनाव आयोग शेड्यूल घोषित कर सकता है। NDA इसे ‘रोजगार क्रांति’ के रूप में प्रचारित कर रही है, जबकि INDIA गठबंधन बेरोजगारी पर हमलावर है।
विश्लेषक कहते हैं, “ये योजनाएं युवा वोट बैंक को मजबूत करेंगी, लेकिन अमल पर नजर रखनी होगी।” निष्कर्ष: आत्मनिर्भर बिहार की नई सुबह डबल इंजन सरकार का यह संकल्प बिहार के युवाओं के लिए नई उम्मीद जगाता है। 1 करोड़ नौकरियों का लक्ष्य हासिल करने के लिए केंद्र-राज्य समन्वय मजबूत हो रहा है। क्या यह पलायन की समस्या का स्थायी समाधान बनेगा? समय बताएगा, लेकिन फिलहाल बिहार के नौजवान उत्साहित हैं।