शांति और सद्भाव बनाए रखने का संदेश,
सड़क प्रदर्शनों को बताया शिष्टाचार के विरुद्ध
Published on: September 28, 2025
By: BTNI
Location: Bareli, India
उत्तर प्रदेश के बरेली शहर में शुक्रवार को ‘आई लव मोहम्मद’ अभियान के समर्थन में हुए हिंसक प्रदर्शनों के बाद माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। पुलिस ने सख्त कार्रवाई करते हुए मुख्य साजिशकर्ता इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा सहित 39 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि शहर में दो दिनों के लिए इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
इस बीच, बरेली ईदगाह के इमाम और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) के सदस्य मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने मुसलमान समुदाय से शांति बनाए रखने की भावुक अपील की है। उन्होंने सड़कों पर प्रदर्शन करने को पैगंबर मोहम्मद (सल्ल.) के शिष्टाचार के खिलाफ बताया और हिंदू भाई-बहनों के त्योहारों के दौरान पूर्ण सद्भाव बनाए रखने का आह्वान किया।हिंसा की पूरी टाइमलाइन: कैसे भड़का बवाल?बरेली में हिंसा की जड़ें 9 सितंबर से जुड़ी हैं, जब कानपुर में बारावफात जुलूस के दौरान ‘आई लव मोहम्मद’ पोस्टर लगाने को लेकर विवाद हुआ था। इस अभियान का उद्देश्य पैगंबर मोहम्मद (सल्ल.) के प्रति प्रेम व्यक्त करना था, लेकिन इसे कुछ हिंदू संगठनों ने ‘आई लव महादेव’ कैंपेन से जोड़कर विरोध किया।
दिल्ली, वाराणसी, उज्जैन और कानपुर जैसे शहरों में इसी विवाद ने तनाव बढ़ाया। * शुक्रवार, 26 सितंबर: जुमे की नमाज के बाद बरेली के जीआईसी ऑडिटोरियम, आला हजरत दरगाह और आईएमसी कार्यालय के बाहर सैकड़ों लोग ‘आई लव मोहम्मद’ पोस्टर लेकर जमा हो गए। मौलाना तौकीर रजा के आह्वान पर भीड़ ने ज्ञापन देने का दावा किया, लेकिन पुलिस के अनुसार यह अनधिकृत प्रदर्शन था। धारा 163 (बीएनएसएस) लागू होने के बावजूद प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर उतरकर नारे लगाए और इस्लामिया मैदान में धरना देने की कोशिश की।
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हिंसा का दौर: पुलिस के रोकने पर भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया, जिसमें 17 पुलिसकर्मी और 40 से अधिक लोग घायल हो गए। वाहनों में तोड़फोड़ हुई और भगदड़ मच गई। पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस का सहारा लिया। डीएम अविनाश सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “हमें योजना की जानकारी थी, लेकिन बिना अनुमति के कार्यक्रम आयोजित नहीं हो सकता। स्थिति अब नियंत्रण में है।” *
साजिश का खुलासा: पुलिस जांच में पता चला कि हिंसा की प्लानिंग 5 दिनों से चल रही थी। पूर्व आईएमसी जिलाध्यक्ष नदीम खां ने 55 व्हाट्सएप ग्रुप्स के जरिए 1,600 लोगों को जुटाया। सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल डेटा से 200 से अधिक संदिग्धों की पहचान हो रही है। मौलाना तौकीर रजा को आगरा जेल शिफ्ट कर दिया गया है, और उनके खिलाफ पुराने दंगों के 5 मुकदमों की फाइलें गायब होने का मामला भी सामने आया है। कुल 11 एफआईआर दर्ज हुई हैं, और एनएसए के तहत कार्रवाई की जा रही है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने सख्त लहजे में कहा, “कुछ लोग आदत से मजबूर हैं, उनकी डेंटिंग-पेंटिंग जरूरी है।” संवेदनशील इलाकों में फ्लैग मार्च जारी हैं, और स्कूल-कॉलेज बंद हैं।
ईदगाह इमाम की अपील: ‘शांति ही पैगंबर का संदेश’शनिवार को जारी बयान में मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा, “पैगंबर मोहम्मद (सल्ल.) से मोहब्बत दिखाने के कुछ शिष्टाचार हैं, सड़कों पर प्रदर्शन करना उनमें शामिल नहीं। हमारे हिंदू भाई-बहन अपने त्योहार मना रहे हैं, हमें पूर्ण शांति और सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखना चाहिए। नियम-कायदों का पालन करें।” उन्होंने मुसलमानों से घरों पर ही पोस्टर लगाने और शांतिपूर्ण तरीके से अभियान चलाने की सलाह दी। यह अपील कांग्रेस सांसद इमरान मसूद के बयान से भी मेल खाती है, जिन्होंने कहा, “मस्जिदें नमाज के लिए हैं, हिंसा के लिए नहीं।” एआईएमपीएलबी ने भी मौलानाओं से आगे आकर शांति सुनिश्चित करने को कहा है।
सोशल मीडिया पर बहस: समर्थन और आलोचनाएक्स (पूर्व ट्विटर) पर #BareillyHinsa और #BareillyViolence ट्रेंड कर रहा है। टाइम्स नाउ नवभारत ने इमाम की अपील को प्रमुखता से शेयर किया, जबकि कुछ यूजर्स ने हिंसा को ‘प्रायोजित’ बताया। एक पोस्ट में कहा गया, “जुमे के बाद भीड़ ने उकसावे वाले नारे लगाए, पुलिस ने सही किया।” वहीं, अन्य ने पुलिस कार्रवाई को ‘बर्बर’ करार दिया।
शांति अपीलों पर अमल?बरेली में स्थिति सामान्य हो रही है, लेकिन सांप्रदायिक तनाव बरकरार है। डीएम ने कहा, “हम शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील कर रहे हैं।” इमाम की अपील अगर अमल में आई, तो यह विवाद को शांत करने में मददगार साबित हो सकती है। हालांकि, पुलिस ने चेतावनी दी है कि उपद्रवियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई जारी रहेगी। यह घटना ‘आई लव मोहम्मद’ बनाम ‘आई लव महादेव’ विवाद को राष्ट्रीय स्तर पर उजागर करती है, जहां आस्था की अभिव्यक्ति हिंसा में बदल गई। बरेली जैसे शहरों में सद्भाव की मिसाल कायम रखने की जरूरत है।