भारत ने संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान पोषित आतंकवाद पर फिर साधा निशाना
पहलगाम हमले के बाद कड़ा रुख
Published on: May 24, 2025
By: BTI
Location: New York
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत ने एक बार फिर पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान इस गंभीर मुद्दे की ओर खींचा। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 भारतीय नागरिकों और एक नेपाली पर्यटक की जान गई थी, के बाद भारत ने पाकिस्तान की आतंकवाद को बढ़ावा देने वाली नीतियों की कड़े शब्दों में निंदा की।

संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत हरीश पुरी ने ‘सशस्त्र संघर्ष में नागरिकों की सुरक्षा’ विषय पर आयोजित खुली बहस में पाकिस्तान को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान वह देश है जो नागरिकों और आतंकवादियों के बीच कोई अंतर नहीं करता। भारत ने दशकों से पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादी हमलों का सामना किया है, जिसमें 26/11 मुंबई हमले से लेकर हालिया पहलगाम हमला शामिल है।” पुरी ने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान का इस चर्चा में भाग लेना ही अंतरराष्ट्रीय समुदाय का अपमान है।
भारत ने इस मंच पर स्पष्ट किया कि पहलगाम हमले का उद्देश्य जम्मू-कश्मीर में सामान्य situation को बाधित करना और पर्यटन पर नकारात्मक प्रभाव डालना था। विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने हाल ही में प्रेस वार्ता में खुलासा किया कि हमले के पीछे पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों का हाथ था, जो भारत में और हमले की योजना बना रहे थे। इसके जवाब में भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत 6-7 मई की रात पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में 9 आतंकी ठिकानों पर हवाई हमले किए।
संयुक्त राष्ट्र में भारत की उप स्थायी प्रतिनिधि राजदूत योजना पटेल ने भी हाल ही में ‘विक्टिम्स ऑफ टेररिज्म एसोसिएशन नेटवर्क’ (VOTAN) के उद्घाटन समारोह में पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के उस बयान का जिक्र किया, जिसमें उन्होंने आतंकी संगठनों को समर्थन और वित्त पोषण देने के पाकिस्तान के इतिहास को स्वीकार किया था। पटेल ने कहा, “यह खुला कबूलनामा पाकिस्तान को एक दुष्ट राज्य के रूप में उजागर करता है, जो वैश्विक आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है। दुनिया अब और आंखें नहीं मूंद सकती।”
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी 12 मई को राष्ट्र के नाम संबोधन में पाकिस्तान को चेतावनी दी थी कि आतंकवाद और बातचीत एक साथ नहीं चल सकते। उन्होंने कहा, “पाकिस्तानी सेना और सरकार जिस तरह आतंकवाद को खाद-पानी दे रही है, वह एक दिन पाकिस्तान को ही खत्म कर देगा। भारत का रुख स्पष्ट है- टेरर और ट्रेड, पानी और खून एक साथ नहीं बह सकते।”
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने पहलगाम हमले की निंदा करते हुए इसके दोषियों, आयोजकों और प्रायोजकों को जवाबदेह ठहराने की आवश्यकता पर जोर दिया था। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेस ने भी भारत और पाकिस्तान से तनाव कम करने और अधिकतम संयम बरतने की अपील की है।
भारत ने इस मंच पर यह भी दोहराया कि वह आतंकवाद के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति पर कायम है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से पाकिस्तान के आतंकी ढांचे को खत्म करने में सहयोग की अपेक्षा करता है।