Saturday, May 17, 2025
43.8 C
New Delhi

ऑपरेशन सिंदूर पर शशि थरूर की टिप्पणी से कांग्रेस में हलचल

थरूर की सेना और सरकार की प्रशंसा ने कांग्रेस के भीतर विचारधारात्मक मतभेद को उजागर किया, सवाल उठा—क्या यह व्यक्तिगत राय है या पार्टी से विचलन?

Published on: May 15, 2025
By: BTI
Location: New Delhi

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकवादी हमले, जिसमें 26 पर्यटकों की जान गई, ने देश को झकझोर कर रख दिया। इस हमले के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर की सरकार और भारतीय सेना की प्रशंसा ने पार्टी के भीतर और बाहर तीखी बहस छेड़ दी है। थरूर की टिप्पणियों को कुछ कांग्रेस नेताओं ने ‘पार्टी लाइन’ से हटकर बताया, जबकि कई लोग इसे राष्ट्रीय एकता के समय में एक भारतीय के रूप में स्वाभाविक प्रतिक्रिया मान रहे हैं। इस मुद्दे पर देशभर में गर्मागरम चर्चा जारी है।

Barbarika Truth News India-image= May 17, 2025


पहलगाम हमले और ‘ऑपरेशन सिंदूर’
पहलगाम के बैसारन घाटी में हुए आतंकवादी हमले में 25 भारतीय और एक नेपाली पर्यटक मारे गए थे। हमले की जिम्मेदारी द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली, जिसे पाकिस्तान समर्थित लश्कर-ए-तैयबा का सहयोगी माना जाता है। इसके जवाब में भारतीय सेना ने 7 मई 2025 को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए। इस ऑपरेशन को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सराहना मिली, जिसमें फ्रांस, रूस और इजरायल ने भारत के आतंकवाद के खिलाफ आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन किया।

शशि थरूर की प्रशंसा और विवाद
शशि थरूर ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सटीकता और सरकार की रणनीति की जमकर तारीफ की। उन्होंने इसे “सावधानीपूर्वक, सुनियोजित और सटीक” हमला बताया, जो आतंकवादियों को सजा देने के साथ-साथ युद्ध की स्थिति को टालने में सक्षम रहा। थरूर ने कहा, “मैं सरकार की सराहना करता हूं और हमारी सेना के साथ मजबूती से खड़ा हूं। हमने अपना पक्ष रखा और आत्मरक्षा में कार्रवाई की।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि भारत ने ऐसी कार्रवाई की जो संघर्ष को और विस्तार देने का औचित्य नहीं देती, और अब सभी पक्षों को समझदारी से काम लेना चाहिए ताकि तनाव न बढ़े।

Also read- https://www.btnewsindia.com/india-pakistan-conflict-ends-with-ceasefire-declaration/ https://www.btnewsindia.com/rajput-community-marks-maharana-pratap-jayanti-with-grand-unity-procession/

हालांकि, थरूर की यह प्रशंसा कांग्रेस के कुछ नेताओं को रास नहीं आई। पार्टी के नेता उदित राज ने थरूर पर तीखा हमला बोला और सवाल उठाया कि क्या वह “कांग्रेस में हैं या बीजेपी के लिए बोल रहे हैं?” राज ने कहा, “शशि थरूर को बीजेपी से पूछना चाहिए कि वह PoK कब लेगी? क्या वह बीजेपी के वकील बन गए हैं?” राज ने थरूर के उस बयान पर भी आपत्ति जताई जिसमें उन्होंने पहलगाम हमले को खुफिया विफलता बताया और कहा कि इस समय सरकार की आलोचना के बजाय राष्ट्रीय एकता पर ध्यान देना चाहिए।

कांग्रेस के कुछ अन्य नेताओं, जैसे विजय वडेट्टीवार, मणिशंकर अय्यर, तारिक हमीद कर्रा और सैफुद्दीन सोज के बयानों को भी पार्टी ने आधिकारिक तौर पर खारिज किया, यह कहते हुए कि केवल कांग्रेस कार्य समिति (CWC), अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी के बयान ही पार्टी का आधिकारिक रुख दर्शाते हैं।

‘लक्ष्मण रेखा’ का सवाल
थरूर की टिप्पणियों को लेकर पार्टी के भीतर यह धारणा बन रही है कि उन्होंने ‘लक्ष्मण रेखा’ लांघ दी है। तिरुवनंतपुरम में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में थरूर ने इस आरोप का जवाब देते हुए कहा, “इस समय, जब देश संकट में है, मैंने एक भारतीय के रूप में बात की। मैंने कभी किसी और के लिए बोलने का दिखावा नहीं किया।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनके बयान व्यक्तिगत थे, लेकिन देश की भावना के अनुरूप थे।
पार्टी के उपनेता गौरव गोगोई ने भी ऑपरेशन सिंदूर की सराहना की और कहा, “यह राष्ट्रीय एकता का समय है। हमारी सेना और सरकार के प्रयासों की मैं सराहना करता हूं।” हालांकि, पार्टी के आधिकारिक रुख में सरकार की खुफिया विफलता पर सवाल उठाए गए हैं। राहुल गांधी ने कहा, “पहलगाम हमले के जिम्मेदारों को कीमत चुकानी होगी। पीएम मोदी को मजबूती से कार्रवाई करनी चाहिए।”

देश में बहस और जनता की राय
थरूर की टिप्पणियों ने सोशल मीडिया और समाचार चैनलों पर तीखी बहस छेड़ दी है। कुछ लोग थरूर की प्रशंसा को राष्ट्रीय एकता का प्रतीक मान रहे हैं, जबकि अन्य इसे कांग्रेस की आंतरिक असहमति का संकेत बता रहे हैं। X पर एक यूजर ने लिखा, “थरूर लगातार अपनी पार्टी को आईना दिखा रहे हैं। उनका कहना सही है कि आतंकवादियों को कीमत चुकानी होगी।” वहीं, एक अन्य यूजर ने लिखा, “थरूर का बयान कांग्रेस की कमजोरी को उजागर करता है। क्या पार्टी राष्ट्रीय हितों पर एकजुट नहीं हो सकती?”
आगे की राह
पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-पाकिस्तान संबंधों में तनाव चरम पर है। भारत ने इंडस वाटर ट्रीटी को निलंबित कर दिया है, जिसे पाकिस्तान ने “युद्ध की कार्रवाई” करार दिया है। इस बीच, थरूर ने शांति की वकालत करते हुए कहा, “आतंकवादियों को सबक सिखाया गया है, अब दोषियों की पहचान और सजा पर ध्यान देना चाहिए। तनाव बेवजह नहीं बढ़ना चाहिए।”

कांग्रेस के भीतर यह विवाद पार्टी की रणनीति और एकता पर सवाल उठा रहा है। क्या थरूर का बयान राष्ट्रीय हित में एक साहसिक कदम है या पार्टी लाइन से भटकाव? इस सवाल का जवाब आने वाले दिनों में पार्टी के आधिकारिक रुख और नेतृत्व के बयानों से स्पष्ट हो सकता है। फिलहाल, देश की निगाहें इस बहस पर टिकी हैं कि क्या कांग्रेस इस संकट के समय में एकजुट होकर राष्ट्रीय हितों को प्राथमिकता देगी।

Hot this week

रायपुर में तिरंगा यात्रा: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने किया भारतीय सेना की शौर्यगाथा को सलाम

रायपुर में आयोजित भव्य तिरंगा यात्रा में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने 'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता और भारतीय सेना की वीरता को सलाम किया। इस यात्रा में हजारों नागरिकों ने भाग लेकर आतंकवाद के खिलाफ भारत की एकजुटता और राष्ट्रभक्ति का संदेश दिया।

मोदी सरकार शशि थरूर को  दे सकती है संसदीय पैनल का नेतृत्व

भारत सरकार पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक स्तर पर आक्रामक कूटनीतिक अभियान शुरू करने जा रही है। सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस नेता शशि थरूर की अगुवाई में एक संसदीय पैनल बनाया जा सकता है, जो विभिन्न देशों में जाकर 'ऑपरेशन सिंदूर' सहित भारत की कार्रवाइयों को दुनिया के सामने रखेगा।

*चीफ जस्टिस संजीव खन्ना हुए रिटायर*,

सुप्रीम कोर्ट के 51वें मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना के सेवानिवृत्त होने के बाद जस्टिस बीआर गवई ने देश के 52वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें शपथ दिलाई। जस्टिस गवई का कार्यकाल 23 नवंबर 2025 तक रहेगा।

“Dream of Home Ownership Comes True for Long-Term Tenants in Rajnandgaon”

Under the 'Mor Makan Mor Aas' scheme, 21 families were allotted low-cost homes via a lottery draw in Rajnandgaon, bringing the total number of families benefitting from the scheme to 188.

Assembly Speaker Dr. Raman Singh to Attend Public Grievance Redressal Camp at Motipur Ground

Speaker Dr. Raman Singh and MP Santosh Pandey to attend a major grievance redressal camp under Sushasan Tihar 2025 in Rajnandgaon’s Motipur School Ground, offering direct solutions and benefits to citizens from multiple wards.

Topics

रायपुर में तिरंगा यात्रा: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने किया भारतीय सेना की शौर्यगाथा को सलाम

रायपुर में आयोजित भव्य तिरंगा यात्रा में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने 'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता और भारतीय सेना की वीरता को सलाम किया। इस यात्रा में हजारों नागरिकों ने भाग लेकर आतंकवाद के खिलाफ भारत की एकजुटता और राष्ट्रभक्ति का संदेश दिया।

मोदी सरकार शशि थरूर को  दे सकती है संसदीय पैनल का नेतृत्व

भारत सरकार पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक स्तर पर आक्रामक कूटनीतिक अभियान शुरू करने जा रही है। सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस नेता शशि थरूर की अगुवाई में एक संसदीय पैनल बनाया जा सकता है, जो विभिन्न देशों में जाकर 'ऑपरेशन सिंदूर' सहित भारत की कार्रवाइयों को दुनिया के सामने रखेगा।

*चीफ जस्टिस संजीव खन्ना हुए रिटायर*,

सुप्रीम कोर्ट के 51वें मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना के सेवानिवृत्त होने के बाद जस्टिस बीआर गवई ने देश के 52वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें शपथ दिलाई। जस्टिस गवई का कार्यकाल 23 नवंबर 2025 तक रहेगा।

“Dream of Home Ownership Comes True for Long-Term Tenants in Rajnandgaon”

Under the 'Mor Makan Mor Aas' scheme, 21 families were allotted low-cost homes via a lottery draw in Rajnandgaon, bringing the total number of families benefitting from the scheme to 188.

Assembly Speaker Dr. Raman Singh to Attend Public Grievance Redressal Camp at Motipur Ground

Speaker Dr. Raman Singh and MP Santosh Pandey to attend a major grievance redressal camp under Sushasan Tihar 2025 in Rajnandgaon’s Motipur School Ground, offering direct solutions and benefits to citizens from multiple wards.

Chhattisgarh Labour Board Grants ₹3 Lakh Aid to Worker Battling Silicosis

In a compassionate initiative by the Chhattisgarh Labour Welfare Board, a financial aid of ₹3 lakh was granted to Prakash Tandon, a worker suffering from silicosis. The aid was delivered personally by Board Chairman Yogeshdutt Mishra at a village-level event in Bithiya, emphasizing the board's commitment to the health and welfare of laborers across the state. The move is part of the board's broader effort to reach vulnerable workers through its 14 welfare schemes.

राष्ट्रपति ने सुप्रीम कोर्ट के अधिकार को लेकर सीधे लगाई प्रश्नों की झड़ी

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले के संदर्भ में संविधान के अनुच्छेद 143(1) के तहत सलाह मांगते हुए 14 महत्वपूर्ण सवाल उठाए हैं। इनमें सबसे प्रमुख सवाल यह है कि क्या सुप्रीम कोर्ट कार्यपालिका—जैसे राज्यपाल और राष्ट्रपति—को विधेयकों पर निर्णय लेने के लिए समयसीमा निर्धारित करने का निर्देश दे सकता है। इस मुद्दे पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और केंद्र सरकार ने भी आपत्ति जताई है, जिससे कार्यपालिका और न्यायपालिका के बीच टकराव की स्थिति बनती दिख रही है। यह मामला अब संविधान में शक्तियों के संतुलन को स्पष्ट करने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

राशन कार्ड अपडेट नहीं तो उसका लाभ भी नहीं

राशन कार्ड धारकों के लिए E-KYC कराना अब अनिवार्य हो गया है। सरकार ने यह कदम फर्जी कार्ड और गलत सब्सिडी वितरण को रोकने के लिए उठाया है। निर्धारित समयसीमा में E-KYC पूरी न करने पर राशन कार्ड ब्लॉक या रद्द हो सकते हैं, जिससे सब्सिडी वाला अनाज मिलना बंद हो जाएगा। जन सेवा केंद्र या ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से यह प्रक्रिया पूरी की जा सकती है।

Related Articles

Popular Categories