नवनियुक्त जिला पंचायत अध्यक्षों और उपाध्यक्षों के प्रशिक्षण कार्यक्रम में सीएम ने साझा किया ग्रामीण विकास का विजन
Published on: July 05, 2025
By: BTNI
Location: Raipur, India
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने जिला पंचायत के नवनियुक्त अध्यक्षों और उपाध्यक्षों के लिए आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में राज्य के विकास का एक मजबूत खाका प्रस्तुत किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि ‘विकसित भारत’ के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वप्न को साकार करने के लिए ‘विकसित छत्तीसगढ़’ का निर्माण अनिवार्य है, और इस दिशा में जिला पंचायतों की भूमिका सर्वोपरि होगी। यह कार्यक्रम रायपुर में आयोजित किया गया, जिसमें नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों को ग्रामीण विकास की योजनाओं और उनकी जिम्मेदारियों से अवगत कराया गया।
ग्रामीण विकास का मजबूत आधार: जिला पंचायतें
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में जिला पंचायतों को ग्रामीण छत्तीसगढ़ की रीढ़ बताते हुए कहा कि ये संस्थाएं न केवल सरकार की योजनाओं को जमीनी स्तर तक पहुंचाने का माध्यम हैं, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था, शिक्षा, स्वास्थ्य, और बुनियादी ढांचे के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। उन्होंने प्रतिनिधियों से आह्वान किया कि वे अपने क्षेत्रों में रोजगार सृजन, स्वच्छता, जल संरक्षण, और महिला सशक्तिकरण जैसे क्षेत्रों में सक्रिय योगदान दें।
डिजिटल तकनीक और पारदर्शिता पर जोर
सीएम साय ने प्रशिक्षण के दौरान डिजिटल तकनीक को अपनाने पर विशेष बल दिया। उन्होंने कहा, “आधुनिक तकनीक का उपयोग करके हम न केवल प्रशासन को पारदर्शी बना सकते हैं, बल्कि योजनाओं के लाभ को अंतिम व्यक्ति तक तेजी से पहुंचा सकते हैं।” उन्होंने पंचायतों को डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से ग्रामीणों की समस्याओं का त्वरित समाधान करने और केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने की सलाह दी।
विकास का मंत्र: सामूहिक प्रयास और जिम्मेदारी
मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधियों को प्रेरित करते हुए कहा, “आप सभी छत्तीसगढ़ के विकास के ब्रांड एम्बेसडर हैं। आपका हर कदम, हर निर्णय गांवों की तस्वीर बदल सकता है।” उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क, बिजली, पानी, और स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया। साथ ही, उन्होंने पंचायतों से पर्यावरण संरक्षण और स्थानीय संसाधनों के उपयोग को बढ़ावा देने का भी आग्रह किया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का महत्व
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम नवनियुक्त जिला पंचायत अध्यक्षों और उपाध्यक्षों को उनकी भूमिकाओं और दायित्वों से परिचित कराने के लिए आयोजित किया गया। इसमें सरकारी योजनाओं, बजट प्रबंधन, नीति निर्माण, और ग्रामीण विकास की रणनीतियों पर विस्तृत चर्चा हुई। विशेषज्ञों ने प्रतिनिधियों को प्रशासनिक प्रक्रियाओं, कानूनी दायित्वों, और विकास परियोजनाओं के कार्यान्वयन के बारे में प्रशिक्षित किया।
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विकसित छत्तीसगढ़ का सपना
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में छत्तीसगढ़ को आत्मनिर्भर और समृद्ध बनाने का संकल्प दोहराया। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार मिलकर ग्रामीण विकास के लिए कई योजनाएं चला रही हैं, जिनमें प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, जल जीवन मिशन, और स्वच्छ भारत मिशन शामिल हैं। इन योजनाओं को जमीनी स्तर पर लागू करने की जिम्मेदारी जिला पंचायतों पर है।
प्रतिनिधियों में उत्साह
कार्यक्रम में उपस्थित नवनियुक्त अध्यक्षों और उपाध्यक्षों ने मुख्यमंत्री के इस विजन से प्रेरित होकर अपने क्षेत्रों में बदलाव लाने का संकल्प लिया। कई प्रतिनिधियों ने इसे एक ऐतिहासिक अवसर बताया, जो उन्हें ग्रामीण छत्तीसगढ़ को नई ऊंचाइयों तक ले जाने का मौका देगा।
आगे की राह
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम छत्तीसगढ़ के ग्रामीण विकास में एक नया अध्याय जोड़ने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में जिला पंचायतें अब न केवल प्रशासनिक इकाइयां रहेंगी, बल्कि विकास की धुरी बनकर उभरेंगी। यह पहल निश्चित रूप से छत्तीसगढ़ को समृद्ध, सशक्त, और विकसित भारत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाने में योगदान देगी।