115 शहरों ने बेहतर की रैंकिंग, 62 ने गारबेज-फ्री रेटिंग में सुधार, 163 निकाय बने ओडीएफ प्लस प्लस
Published on: July 30, 2025
By: [BTNI]
Location: Raipur, India
छत्तीसगढ़ ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत स्वच्छता के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। स्वच्छ सर्वेक्षण 2025 में राज्य के 115 शहरों ने अपनी स्वच्छता रैंकिंग में उल्लेखनीय सुधार दर्ज किया है, जिसमें 25 शहर देश के 100 सबसे स्वच्छ शहरों की सूची में शामिल होकर राज्य का गौरव बढ़ा रहे हैं। इस उपलब्धि का सबसे चमकता सितारा राजधानी रायपुर है, जिसे प्रतिष्ठित सेवन स्टार गारबेज-फ्री सिटी और वाटर प्लस का दर्जा प्राप्त हुआ है। यह सम्मान स्वच्छता के प्रति रायपुर के अभिनव प्रयासों और निरंतर समर्पण का प्रमाण है।

शहरों की उल्लेखनीय छलांगस्वच्छ सर्वेक्षण में छत्तीसगढ़ के कई शहरों ने अपनी रैंकिंग में प्रभावशाली सुधार किया है। सिमगा, जशपुर, राजपुर और भिलाई-चरोदा जैसे शहरों ने रैंकिंग में लंबी छलांग लगाकर स्वच्छता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को साबित किया है। कुल 62 शहरों ने अपनी गारबेज-फ्री रेटिंग में सुधार किया, जो कचरा प्रबंधन और स्वच्छता व्यवस्था में उनके बेहतर प्रदर्शन को दर्शाता है। इसके अलावा, राज्य के 163 नगरीय निकायों ने ओडीएफ प्लस प्लस का दर्जा हासिल किया है, जो खुले में शौच से मुक्ति के साथ-साथ ठोस और तरल कचरे के प्रभावी प्रबंधन को रेखांकित करता है।

मुख्यमंत्री और मंत्री ने सराहामुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने इस उपलब्धि को जनता, स्वच्छता कर्मियों और नगरीय निकायों के साझा प्रयासों का परिणाम बताया। उन्होंने कहा, “यह छत्तीसगढ़ के लिए गर्व का क्षण है। हमारे शहरों ने न केवल स्वच्छता के मानकों को ऊंचा किया है, बल्कि देशभर में एक मिसाल भी कायम की है।” शहरी विकास मंत्री श्री अरुण साव ने भी इस सफलता की सराहना करते हुए कहा कि 7,400 करोड़ रुपये की स्वच्छता योजनाओं ने इन प्रयासों को मजबूत आधार प्रदान किया है।
उन्होंने विशेष रूप से स्वच्छता कर्मियों के योगदान को रेखांकित किया, जिन्होंने दिन-रात मेहनत कर इस लक्ष्य को साकार किया।स्वच्छता योजनाओं का मजबूत आधारछत्तीसगढ़ सरकार ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत कई नवाचारों और योजनाओं को लागू किया है, जिनमें कचरा संग्रहण, पृथक्करण, और रिसाइक्लिंग पर विशेष ध्यान दिया गया है। रायपुर का सेवन स्टार गारबेज-फ्री दर्जा इस बात का प्रमाण है कि शहर ने कचरा प्रबंधन में उत्कृष्टता हासिल की है। इसके साथ ही, वाटर प्लस दर्जा यह दर्शाता है कि रायपुर ने अपशिष्ट जल के प्रबंधन और नदियों-जलाशयों की स्वच्छता में भी बेहतरीन कार्य किया है।
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अन्य शहरों का योगदानसिमगा, जशपुर, राजपुर और भिलाई-चरोदा जैसे शहरों ने न केवल अपनी रैंकिंग में सुधार किया, बल्कि स्थानीय स्तर पर स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इन शहरों ने सामुदायिक भागीदारी, स्वच्छता अभियानों और कचरा प्रबंधन की आधुनिक तकनीकों को अपनाकर यह साबित किया है कि छोटे शहर भी बड़े बदलाव ला सकते हैं।भविष्य की राहयह उपलब्धि छत्तीसगढ़ के लिए एक मील का पत्थर है, जो स्वच्छता के प्रति राज्य की दृढ़ संकल्प को दर्शाती है।

सरकार का लक्ष्य अब इस सफलता को और आगे ले जाना है, ताकि राज्य के सभी शहर और कस्बे स्वच्छता के उच्चतम मानकों को प्राप्त कर सकें। स्वच्छता कर्मियों, स्थानीय निकायों और जनता के सहयोग से छत्तीसगढ़ स्वच्छ भारत मिशन में एक अग्रणी राज्य के रूप में अपनी पहचान और मजबूत करेगा।निष्कर्ष: छत्तीसगढ़ की यह स्वच्छता क्रांति न केवल राज्य के लिए गर्व का विषय है, बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणा का स्रोत भी है। यह सामूहिक प्रयास और समर्पण का परिणाम है, जो स्वच्छ, स्वस्थ और समृद्ध छत्तीसगढ़ की दिशा में एक बड़ा कदम है।