*जस्टिस बीआर गवई बने सुप्रीम कोर्ट के नए मुख्य न्यायाधीश*
*राष्ट्रपति मुर्मू ने दिलाई शपथ*
Published on: May 15, 2025
By: BTI
Location: New Delhi, India

भारत के सुप्रीमकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना आज सेवानिवृत हो गए हैं और अब उनका स्थान बीआर गवई लेंगे।
श्री गवई भारत के सुप्रीम कोर्ट के 52 वें मुख्य न्यायधीश होंगे। जस्टिस भूषण रामकृष्ण गवई ने बुधवार, 14 मई 2025 को राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ग्रहण की। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। यह नियुक्ति जस्टिस संजीव खन्ना के 13 मई 2025 को रिटायर होने के बाद प्रभावी हुई, जिन्होंने लगभग सात महीने तक देश के 51वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में सेवाएं दीं।
जस्टिस गवई, जो वर्तमान में सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस खन्ना के बाद सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश थे, को जस्टिस खन्ना ने ही अपने उत्तराधिकारी के रूप में नामित किया था। उनकी सिफारिश को केंद्र सरकार ने स्वीकार कर लिया, और राष्ट्रपति ने उनकी नियुक्ति को मंजूरी दी। जस्टिस गवई का कार्यकाल 23 नवंबर 2025 तक रहेगा, जब वह 65 वर्ष की आयु पूरी कर रिटायर होंगे।
जस्टिस गवई का करियर और योगदान

जस्टिस बीआर गवई का जन्म 24 नवंबर 1960 को हुआ था। उन्होंने बॉम्बे हाई कोर्ट में 2003 से 2019 तक सेवा दी, जहां वे विभिन्न बेंचों में कार्यरत रहे। मई 2019 में उन्हें सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया। अपने कार्यकाल के दौरान, जस्टिस गवई कई ऐतिहासिक फैसलों का हिस्सा रहे, जिनमें अनुच्छेद 370 को निरस्त करने, नोटबंदी को बरकरार रखने, और इलेक्टोरल बॉन्ड योजना को रद्द करने जैसे महत्वपूर्ण निर्णय शामिल हैं।
जस्टिस खन्ना का कार्यकाल
जस्टिस संजीव खन्ना ने 11 नवंबर 2024 को भारत के 51वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली थी और 13 मई 2025 को रिटायर हुए। उनके कार्यकाल में सेक्युलरिज्म को संविधान की मूल भावना बताने, मंदिर-मस्जिद विवादों में यथास्थिति बनाए रखने, और इलेक्टोरल बॉन्ड योजना को असंवैधानिक घोषित करने जैसे महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। उन्होंने लंबित मामलों को कम करने और न्याय प्रक्रिया को तेज करने पर भी जोर दिया।
Also read- https://www.btnewsindia.com/rationalization-policy-an-injustice-to-teachers-and-students-congress-spokesperson-rupesh-dubey/ https://www.btnewsindia.com/साइबर-अलर्ट-बढ़ते-ऑनलाइन/
शपथ ग्रहण समारोह
राष्ट्रपति भवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। राष्ट्रपति मुर्मू ने जस्टिस गवई को शपथ दिलाते हुए उनके नेतृत्व में भारतीय न्यायपालिका के और सुदृढ़ होने की कामना की।
जस्टिस गवई के सामने अब लंबित मामलों को निपटाने, न्यायिक प्रक्रियाओं को और पारदर्शी बनाने, और संवैधानिक मूल्यों को बनाए रखने की बड़ी जिम्मेदारी होगी। देश की जनता और न्यायिक हलकों में उनके कार्यकाल से बड़ी उम्मीदें हैं।