उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने फोर्स को दी बधाई
Published on: June 08, 2025
By: [BTNI]
Location: Raipur, India
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षा बलों ने एक बड़े नक्सली ऑपरेशन में माओवादी नेता सुधाकर उर्फ सुधीर को मार गिराया। इस सफल ऑपरेशन के लिए छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री और गृहमंत्री विजय शर्मा ने सुरक्षा बलों को बधाई दी है। यह जानकारी एक समाचार एजेंसी के हवाले से सामने आई है, जिसमें बताया गया कि सुधाकर के साथ दो अन्य नक्सली, पांड्रू आत्रा और मन्नू बरसा, भी इस मुठभेड़ में मारे गए। यह मुठभेड़ बीजापुर के बोरदगा गांव में हुई थी।
मुठभेड़ का विवरण
पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह ऑपरेशन छत्तीसगढ़, तेलंगाना और महाराष्ट्र की संयुक्त सुरक्षा बलों द्वारा करेगुट्टा पहाड़ियों के आसपास चलाया गया। इस ऑपरेशन में जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और अन्य सुरक्षा बलों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सुधाकर को माओवादी संगठन का एक प्रमुख नेता माना जाता था, जिसने कई बड़े हमलों की साजिश रची थी।
Also read- https://www.btnewsindia.com/moor-gaon-moor-pani-campaign-spurs-rainwater-harvesting-drive/ https://www.btnewsindia.com/excise-crackdown-6-3-litres-of-illicit-liquor-bike-seized/
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा का बयान
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने इस ऑपरेशन को नक्सलवाद के खिलाफ एक बड़ी जीत करार दिया। उन्होंने अपने बयान में कहा, “हमारी सुरक्षा बलों ने अदम्य साहस और रणनीति के साथ नक्सलियों के खिलाफ यह महत्वपूर्ण कार्रवाई की है। सुधाकर जैसे खतरनाक नक्सली के खात्मे से बस्तर और आसपास के क्षेत्रों में शांति और विकास का मार्ग प्रशस्त होगा।” शर्मा ने यह भी जोड़ा कि राज्य सरकार नक्सलवाद को जड़ से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है और इसके लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में लगातार काम कर रही है।
नक्सलवाद के खिलाफ चल रहा अभियान
छत्तीसगढ़ सरकार और केंद्रीय गृह मंत्रालय ने नक्सलवाद को 31 मार्च 2026 तक पूरी तरह समाप्त करने का लक्ष्य रखा है। इस साल अब तक लगभग 150 नक्सलियों को विभिन्न मुठभेड़ों में मार गिराया गया है। शर्मा ने कहा कि डीआरजी और अन्य सुरक्षा बलों की सक्रियता के साथ-साथ स्थानीय लोगों का सहयोग भी इस दिशा में महत्वपूर्ण साबित हो रहा है।
विकास के साथ नक्सलवाद का अंत
विजय शर्मा ने यह भी कहा कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बिजली, पानी, सड़क और अन्य बुनियादी सुविधाओं के विकास से स्थानीय लोगों का माओवादियों से मोहभंग हुआ है। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार नक्सलियों को मुख्यधारा में लाने और उनके पुनर्वास के लिए भी काम कर रही है, लेकिन जो हिंसा का रास्ता चुनेंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।”
यह ऑपरेशन न केवल सुरक्षा बलों की रणनीतिक सफलता को दर्शाता है, बल्कि छत्तीसगढ़ सरकार की नक्सलवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति को भी रेखांकित करता है।