एयर इंडिया की उड़ान AI-171 में मृतकों की याद में, उनकी कहानियां और प्रभाव
Published on: June 13, 2025
By: [BTNI]
Location: Ahmedabad, India
अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की उड़ान AI-171, 12 जून 2025 को टेकऑफ के कुछ ही मिनटों बाद अहमदाबाद के मेघनीनगर इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस भीषण हादसे में 242 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों में से केवल एक व्यक्ति, विशवासकुमार रमेश, जीवित बचे। इसके अलावा, जमीन पर भी कई लोगों की जान गई, जिसमें बी.जे. मेडिकल कॉलेज के छात्र शामिल थे। इस त्रासदी ने पूरे देश को झकझोर दिया है। आइए, उन लोगों की कहानियों और डेटा पर नजर डालें, जो इस हादसे का शिकार हुए।
मृतकों का डेटा और राष्ट्रीयता
एयर इंडिया के अनुसार, उड़ान AI-171 में 242 लोग सवार थे, जिसमें 230 यात्री और 12 चालक दल के सदस्य शामिल थे। यात्रियों की राष्ट्रीयता इस प्रकार थी:
169 भारतीय
53 ब्रिटिश
7 पुर्तगाली
1 कनाडाई
अहमदाबाद पुलिस के अनुसार, दुर्घटना स्थल से 265 शव बरामद किए गए, जिसमें यात्री और जमीन पर मौजूद लोग शामिल हैं। डीएनए विश्लेषण के बाद ही अंतिम मृत्यु संख्या की पुष्टि होगी, क्योंकि कई शव बुरी तरह क्षतिग्रस्त हैं।
प्रमुख व्यक्तियों की कहानियांविजय रूपानी: गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री

विवरण: गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपानी (2016-2021) इस उड़ान में बिजनेस क्लास में यात्रा कर रहे थे। वह अपने परिवार से मिलने लंदन जा रहे थे। उनकी मृत्यु की पुष्टि केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल ने की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी पत्नी अंजलि रूपानी से मुलाकात कर संवेदना व्यक्त की।
प्रभाव: रूपानी की मृत्यु को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के लिए एक बड़ा नुकसान बताया गया। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने भी उनके निधन पर शोक जताया।
अंजु शर्मा: हरियाणा की एक मां
विवरण: 55 वर्षीय अंजु शर्मा, मूल रूप से हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले की रहने वाली थीं, जो वडोदरा में रहती थीं। वह अपनी बड़ी बेटी से मिलने लंदन जा रही थीं। उनके चाचा बलकिशन शर्मा ने बताया कि उनके माता-पिता को अभी इस त्रासदी की खबर नहीं दी गई है, क्योंकि वे इस सदमे को सहन नहीं कर पाएंगे।
प्रभाव: अंजु का परिवार इस अपूरणीय क्षति से जूझ रहा है, और उनकी बेटी अहमदाबाद पहुंच रही है।
आकाश: 15 वर्षीय किशोर
विवरण: आकाश, एक 15 वर्षीय लड़का, उस इमारत में काम कर रहा था जहां विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ। वह कैफेटेरिया में पार्ट-टाइम काम करता था। उसकी मां, सीता बेन, उसे बचाने की कोशिश में गंभीर रूप से झुलस गईं और अस्पताल में भर्ती हैं। आकाश के बड़े भाई कल्पेश को उनकी तस्वीर देखकर गहरा सदमा लगा।
प्रभाव: आकाश के परिवार का दुख अथाह है, और उनकी मां की हालत गंभीर बनी हुई है।
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बी.जे. मेडिकल कॉलेज के छात्र
विवरण: विमान बी.जे. मेडिकल कॉलेज के एक डाइनिंग हॉल में दुर्घटनाग्रस्त हुआ, जहां उस समय कई मेडिकल छात्र भोजन कर रहे थे। भारतीय चिकित्सा संघ (गुजरात) के अनुसार, कम से कम पांच मेडिकल छात्रों की मृत्यु हुई, और 45 अन्य घायल हुए।
प्रभाव: इस हादसे ने चिकित्सा समुदाय को गहरा आघात पहुंचाया, क्योंकि ये छात्र देश के भविष्य के डॉक्टर थे।
अकील नानाबावा, हन्ना और सारा: एक परिवार
विवरण: ग्लॉस्टर, इंग्लैंड के एक मुस्लिम समुदाय समूह ने तीन यात्रियों की पहचान की – अकील नानाबावा, उनकी पत्नी हन्ना, और उनकी बेटी सारा। ये तीनों एक साथ यात्रा कर रहे थे।
प्रभाव: इस परिवार की मृत्यु ने ग्लॉस्टर के समुदाय को गहरी चोट पहुंचाई, जहां वे एकजुटता में शोक मना रहे हैं।
एकमात्र जीवित बचे व्यक्ति: विशवासकुमार रमेश

विवरण: 40 वर्षीय विशवासकुमार रमेश, एक ब्रिटिश-भारतीय नागरिक, इस हादसे के एकमात्र जीवित बचे व्यक्ति हैं। वह सीट 11A पर बैठे थे, जो इमरजेंसी एग्जिट के पास थी। उन्होंने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया कि टेकऑफ के 30 सेकंड बाद एक तेज आवाज सुनाई दी, और फिर विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। वह खून से सने कपड़ों में मलबे से निकलकर बाहर आए।
प्रभाव: विशवासकुमार का जीवित रहना एक चमत्कार माना जा रहा है। हालांकि, वह अपने भाई अजय को खो चुके हैं, जो उनके साथ यात्रा कर रहे थे। उनके परिवार ने लंदन में शोक और आश्चर्य का माहौल बताया।
दुर्घटना का प्रभाव और प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी: पीएम मोदी ने हादसे को “हृदयविदारक” बताया और अहमदाबाद में दुर्घटना स्थल का दौरा किया। उन्होंने घायलों से मुलाकात की और विजय रूपानी की पत्नी को सांत्वना दी।
टाटा समूह और एयर इंडिया: टाटा समूह ने प्रत्येक मृतक के परिवार को 1 करोड़ रुपये मुआवजे की घोषणा की। मॉन्ट्रियल कन्वेंशन के तहत, एयर इंडिया को प्रति पीड़ित 1.5 करोड़ रुपये का अतिरिक्त मुआवजा देना होगा।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया: ब्रिटेन के विदेश सचिव डेविड लैमी, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग, और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इस त्रासदी पर शोक व्यक्त किया। ब्रिटेन की जांच शाखा (AAIB) ने भारतीय जांच में सहयोग की पेशकश की।
स्थानीय समुदाय: मेघनीनगर के निवासियों ने धुएं और विस्फोट की भयावहता का वर्णन किया। आपातकालीन सेवाओं ने तुरंत कार्राणी शुरू की, लेकिन भारी ईंधन (1.25 लाख लीटर) और उच्च तापमान ने बचाव कार्य को मुश्किल बना दिया।
जांच और अगले कदम
ब्लैक बॉक्स की खोज: जांचकर्ता विमान के ब्लैक बॉक्स (फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर) की तलाश कर रहे हैं, जो दुर्घटना के कारणों का पता लगाने में महत्वपूर्ण होगा। गुजरात एटीएस ने डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर बरामद किया है।
संभावित कारण: विशेषज्ञों ने ओवरलोडिंग और पक्षी से टकराने की संभावना जताई है। वीडियो फुटेज में दिखा कि टेकऑफ के दौरान विमान का लैंडिंग गियर नीचे था, जो असामान्य है।
निष्कर्ष
यह दुर्घटना भारत की सबसे घातक विमान दुर्घटनाओं में से एक है, जिसने न केवल यात्रियों बल्कि जमीन पर मौजूद लोगों के जीवन को भी प्रभावित किया। विजय रूपानी जैसे प्रमुख व्यक्तियों से लेकर आकाश जैसे युवा और अंजु शर्मा जैसे परिवार के सदस्यों तक, प्रत्येक कहानी इस त्रासदी की गहराई को दर्शाती है। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, दुनिया उन जवाबों का इंतजार कर रही है जो इस हादसे के कारणों को स्पष्ट करेंगे और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने में मदद करेंगे।
हेल्पलाइन:
एयर इंडिया ने भारत के लिए हेल्पलाइन नंबर 1800 5691 444 और विदेश के लिए +918062779200 जारी किया है।