असम के धुबरी जिले में मंदिर के पास कथित गोमांस फेंके जाने की घटना ने सांप्रदायिक तनाव को जन्म दिया है। स्थिति के नियंत्रण के लिए मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने "देखते ही गोली मारने" का आदेश जारी किया है। 'नबीन बांग्ला' संगठन द्वारा लगाए गए भड़काऊ पोस्टर और 'गोमांस माफिया' के आरोपों ने मामले को और गंभीर बना दिया है। तनावपूर्ण माहौल के बीच राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप भी तेज हो गए हैं।
असम पुलिस ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को शर्मिष्ठा की गिरफ्तारी मामले में आड़े हाथों लिया है। यह विवाद तब बढ़ा जब कोलकाता पुलिस ने हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी के आरोप में शर्मिष्ठा को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया, जबकि असम सरकार ने इसी मामले में शिकायतकर्ता वजाहत के खिलाफ FIR दर्ज कर उसे गिरफ्तार करने की मांग की है। इस प्रकरण ने ममता सरकार की निष्पक्षता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
उत्तर प्रदेश के हरनपुर में प्रशासन ने बिना अनुमति बनाए जा रहे एक अवैध मस्जिद ढांचे को बुलडोजर से ढहा दिया। शिकायत के बाद की गई इस कार्रवाई में सुरक्षा के मद्देनज़र भारी पुलिस बल तैनात रहा। प्रशासन ने इसे पूरी तरह कानून सम्मत और अवैध निर्माण के खिलाफ की गई कार्यवाही बताया है, न कि किसी समुदाय विशेष के खिलाफ। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और इसने राज्य में अवैध निर्माणों पर सख्ती के संदेश को और मजबूत किया है।
रायपुर के मेकाहारा अस्पताल में पत्रकारों के साथ बाउंसरों द्वारा की गई मारपीट और बदसलूकी ने प्रदेशभर में हड़कंप मचा दिया है। इस घटना के विरोध में रायपुर पुलिस ने आरोपियों की 'बारात' निकालते हुए उन्हें पैदल शहर में घुमाया। सोशल मीडिया पर इस घटना की कड़ी आलोचना हो रही है और लोग इसे प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला, कानून-व्यवस्था की विफलता और अस्पताल में व्यवस्थागत खामियों से जोड़कर देख रहे हैं।
छत्तीसगढ़ में IPS कैडर की संख्या 142 से बढ़ाकर 153 कर दी गई है, जिससे राज्य की कानून-व्यवस्था और प्रशासनिक क्षमता को मजबूती मिलेगी। केंद्रीय गृह मंत्रालय की इस अधिसूचना का राज्य सरकार ने स्वागत किया है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह वृद्धि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था, अपराध नियंत्रण और पुलिस बल की कार्यक्षमता को बेहतर बनाने में सहायक होगी।
राजनांदगांव जिले के डोंगरगांव क्षेत्र में एक निजी स्कूल की शिक्षिका के अपहरण और जबरन शादी के मामले ने सनसनी मचा दी है। पीड़िता ने भर्रेगांव निवासी आरोपी अनूप चंद्राकर पर गंभीर आरोप लगाते हुए पूर्व विधायक छन्नी साहू के साथ महिला थाना और एसपी कार्यालय पहुंचकर न्याय की मांग की। पीड़िता ने पुलिस पर पूर्व शिकायत के बावजूद कार्रवाई न करने का आरोप लगाया है। मामले को लेकर क्षेत्र में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई जा रही है।
मोहला जिले में अक्षय तृतीया पर संभावित बाल विवाह की रोकथाम और कानून व्यवस्था बनाए रखने हेतु कलेक्टर श्रीमती तुलिका प्रजापति और पुलिस अधीक्षक श्री यशपाल सिंह ने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।