संजय भंडारी मामले में भी ढूंढ रहा है सहारा

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मेहुल चोकसी बहुचर्चित हीरा व्यापारी जो कि 13,500 करोड़ के PNB घोटाले का प्रमुख आरोपी है को आज बेल्जियम में गिरफ्तार किया गया है. भारत सरकार, सीबीआई एवं ईडी के दमदार निवेदन व मयठोससबूत के आधार पर सीबीआई की अपील पर 11 अप्रैल 2025 को उसे बेल्जियम की पुलिस ने हिरासत में लिया गया. चोकसी लंबे समय से एंटवर्प में पत्नी के साथ रह रहा था और अब जेल में बंद है. मोदी सरकार द्वारा उसके भारत प्रत्यर्पण की कोशिशें तेज कर दी गई है।
बताया गया है कि चोकसी ने स्वास्थ्य कारणों को आधार बनाकर जमानत की मांग करने अपने वकील को लगा दिया है और घोटाले से कमाए अरबों खरबों रूपयों के दम पर भारत के हत्थे चढ़ने से बचने की भरपूर कोशिश में लग गया है.
पंजाब नेशनल बैंक (PNB) से 13,500 करोड़ रुपये के बहुचर्चित लोन धोखाधड़ी मामले में आरोपी और भारत से फरार हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को बेल्जियम में गिरफ्तार किए जाने के बाद पूरे देश में इसे लेकर जोरदार चर्चाएं चल रही है और आमजनमानस है कि मोदी सरकार उसे भारत लाने में जरूर कामयाब होगी।
कल 65 वर्षीय चोकसी को 11 अप्रैल, 2025 (शुक्रवार को बेल्जियम पुलिस ने CBI की अपील पर हिरासत में लिया. चोकसी इस समय जेल में बंद है और उसकी जमानत अर्जी पर सुनवाई की तैयारी की जा रही है.
एजेंसियां अपनी खबरों में लिखती है कि चोकसी पिछले कुछ समय से बेल्जियम के एंटवर्प शहर में अपनी पत्नी प्रीति चोकसी के साथ रह रहा था. रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रीति के पास बेल्जियम की नागरिकता है, जबकि चोकसी के पास भी वहां का ‘F रेजिडेंसी कार्ड’ है. बताया जा रहा है कि वह इलाज के बहाने एंटीगुआ से बेल्जियम आया था. चोकसी पहले से ही भारत में वांछित था और उसके खिलाफ मुंबई की एक कोर्ट द्वारा जारी दो अरेस्ट वारंट भी हैं.
उल्लेखनीय है कि इस घोटाले में मेहुल चोकसी के साथ उसका भतीजा नीरव मोदी भी मुख्य आरोपी है, जो लंदन में छिपा हुआ है. नीरव के खिलाफ भी प्रत्यर्पण प्रक्रिया चल रही है और भारत सरकार उसे वापस लाने की कोशिशों में जुटी है.
मेहुल चोकसी पर ये है आरोप -
मेहुल चोकसी ने अपने भतीजे नीरव मोदी के साथ मिलकर PNB से 13,500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की थी. जनवरी 2018 में दोनों घोटाले के खुलासे से पहले ही भारत से फरार हो गए थे. इसके बाद चोकसी ने एंटीगुआ की नागरिकता ले ली और वहां रहने लगा. 2021 में जब वह कथित रूप से क्यूबा भागने की कोशिश कर रहा था. तब उसे डोमिनिका में गिरफ्तार कर लिया गया था.
भंडारी मामले में ढूंढ रहे हैं मजबूत आधार
• उल्लेखनीय है कि मेहुल के वकील कह रहे हैं कि ‘मेहुल चोकसी को अभी तक भारत सरकार की तरफ से ‘भगोड़ा आर्थिक अपराधी’ घोषित नहीं किया गया है. उनकी गिरफ्ताती के बाद अब वहां अपील की जाएगी कि ये उन्हें कस्टडी में नहीं रखा जाए. इसका नियम है कि जब केस दर्ज किया जाता है और उसके बाद अगर वो देश छोड़कर भागता तो गलत होता. हम आज भी कहते हैं कि अगर जांच एजेंसी चाहे तो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये उनका बयान ले सकते हैं।
• चोकसी के वकीस ने इसके साथ ही रक्षा क्षेत्र के सलाहकार संजय भंडारी को बरी किए जाने के खिलाफ भारत की प्रत्यर्पण अपील में लंदन के हाईकोर्ट न्यायालय के फैसले का हवाला भी देते हैं।
• . संजय भंडारी टैक्स चोरी और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों में वॉन्टेड है. भंडारी के मामले में लंदन की अदालत ने कहा था कि रक्षा सलाहकार को तिहाड़ जेल में ‘अन्य कैदियों और जेल अधिकारियों’ से ‘जबरन वसूली और हिंसा’ का खतरा होगा.
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• चोकसी की अपील का क्या हो सकता है आधार — –
• एजेंसियों की खबरों के अनुसार चोकसी की अपील के आधार के बारे में पूछे जाने पर अग्रवाल ने कहा, ‘आम तौर पर दो आधार होते हैं- यह एक राजनीतिक मामला है और मुवक्किल के मानवाधिकार प्रभावित होंगे. हम भंडारी मामले में आए फैसले के आधार पर एक मजबूत मामला बनाएंगे, जिसमें कहा गया है कि भारतीय जेल की स्थिति मानवीय नहीं है.’
• पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) धोखाधड़ी मामले में वॉन्टेड चोकसी को रविवार को बेल्जियम में गिरफ्तार किया गया. उसे 15 नवंबर, 2023 को बेल्जियम में रहने की अनुमति दी गई थी।