फर्जी डिग्रियां, बिना कक्षाओं के संचालन और अवैध फीस वसूली जैसे गंभीर आरोपों के चलते NCTE ने उठाया सख्त कदम; हजारों छात्रों के भविष्य पर असर
Published on: June 04, 2025
By: BTNI
Location: New Delhi, India
राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (NCTE) ने देशभर में 2224 बीएड कॉलेजों की मान्यता रद्द करने की अभूतपूर्व कार्रवाई की है। यह कदम उन शिक्षण संस्थानों के खिलाफ उठाया गया है, जो निर्धारित मानकों और शैक्षणिक गुणवत्ता को पूरा करने में असफल रहे। जांच में कई गंभीर अनियमितताएं सामने आईं, जिनमें छात्रों का केवल नाममात्र रजिस्ट्रेशन कर डिग्री प्रदान करने और अन्य फर्जीवाड़े शामिल हैं।

NCTE की जांच में पाया गया कि कई संस्थान बिना उचित कक्षाओं, योग्य शिक्षकों या बुनियादी ढांचे के केवल कागजी कार्रवाई के आधार पर डिग्रियां बांट रहे थे। कुछ कॉलेजों में फर्जी दस्तावेजों के जरिए मान्यता हासिल की गई थी, जबकि अन्य में न्यूनतम शैक्षणिक गतिविधियां तक नहीं हो रही थीं। इन संस्थानों पर छात्रों से भारी फीस वसूलने और उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ करने के भी आरोप हैं।
NCTE ने इन कॉलेजों को कई बार सुधार के लिए नोटिस जारी किए, लेकिन मानकों का पालन न होने पर यह कठोर कार्रवाई की गई। अधिकारियों ने बताया कि यह कदम शिक्षक प्रशिक्षण की गुणवत्ता को सुनिश्चित करने और शिक्षा क्षेत्र में पारदर्शिता लाने के लिए उठाया गया है।
इस कार्रवाई से हजारों छात्र प्रभावित हो सकते हैं। NCTE ने प्रभावित छात्रों के लिए वैकल्पिक व्यवस्थाओं का आश्वासन दिया है, ताकि उनके शैक्षणिक भविष्य को सुरक्षित किया जा सके। शिक्षा मंत्रालय ने इस फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि यह शिक्षा प्रणाली में विश्वसनीयता और जवाबदेही को बढ़ाएगा।
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शिक्षा विशेषज्ञों ने इस कार्रवाई को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि यह फर्जी संस्थानों पर लगाम लगाने और शिक्षक प्रशिक्षण की गुणवत्ता सुधारने में मील का पत्थर साबित होगा। NCTE ने चेतावनी दी है कि अन्य संस्थानों को भी मानकों का सख्ती से पालन करना होगा, वरना भविष्य में ऐसी कार्रवाइयां जारी रहेंगी।
इस फैसले ने शिक्षा जगत में व्यापक चर्चा छेड़ दी है और इसे शिक्षक शिक्षा में सुधार की दिशा में एक निर्णायक कदम माना जा रहा है।