पहली बार पास हुईं 17 महिला कैडेट्स ने रचा इतिहास
नारी शक्ति को नमन सभी बहनों को बधाई
Published on: June 01, 2025
By: BTNI
Location: Pune, India
राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) ने शुक्रवार, 30 मई 2025 को अपने 148वें कोर्स की पासिंग आउट परेड (POP) के साथ इतिहास रच दिया। इस बार की परेड में पहली बार 17 महिला कैडेट्स ने अपने 300 से अधिक पुरुष समकक्षों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर परेड में हिस्सा लिया और स्नातक की उपाधि प्राप्त की। यह क्षण न केवल NDA के लिए बल्कि भारतीय सशस्त्र बलों के लिए भी एक ऐतिहासिक मील का पत्थर साबित हुआ, जो नारी शक्ति और लैंगिक समावेशिता की दिशा में एक बड़ा कदम है।
‘अंतिम पग’ के साथ नया अध्याय
खडकवासला, पुणे में स्थित NDA के प्रतिष्ठित खेतरपाल परेड ग्राउंड में आयोजित इस भव्य समारोह में कुल 1,341 कैडेट्स ने हिस्सा लिया, जिनमें से 336 कैडेट्स पासिंग आउट कोर्स का हिस्सा थे। 17 महिला कैडेट्स ने पुरुष कैडेट्स के साथ एकसमान सैन्य अनुशासन और आत्मविश्वास के साथ मार्च किया, जिसे देखकर वहां मौजूद सभी लोग अभिभूत हो गए। परेड का नेतृत्व अकादमी कैडेट कैप्टन उदयवीर सिंह नेगी ने किया, जबकि लेफ्टिनेंट कर्नल प्रवीण कुमार तिवारी ने अपने घोड़े ‘रिलायंट रॉबिन’ पर सवार होकर परेड की देखरेख की।
मिजोरम के राज्यपाल ने की सराहना
परेड की समीक्षा मिजोरम के राज्यपाल और पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल (रिटायर्ड) वी.के. सिंह ने की। उन्होंने इस अवसर को ‘नारी शक्ति’ का प्रतीक बताते हुए कहा, “यह हमारे समावेशी और सशक्तिकरण की दिशा में सामूहिक यात्रा का एक ऐतिहासिक मील का पत्थर है। इन युवा महिलाओं ने न केवल अपनी क्षमता साबित की है, बल्कि यह भी दिखाया है कि वे महिलाओं के नेतृत्व में विकास की प्रेरणा हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि परेड के दौरान पुरुष और महिला कैडेट्स में कोई अंतर नजर नहीं आया, जो NDA की मजबूत नींव और प्रशिक्षण की गुणवत्ता को दर्शाता है।
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सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने खोला रास्ता
महिला कैडेट्स का NDA में प्रवेश 2021 में सुप्रीम कोर्ट के एक ऐतिहासिक अंतरिम आदेश के बाद संभव हुआ, जिसमें यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) को महिलाओं को NDA और नौसेना अकादमी की प्रवेश परीक्षा में शामिल होने की अनुमति देने का निर्देश दिया गया था। इसके बाद 2022 में पहली बार महिला कैडेट्स ने NDA के 148वें कोर्स में प्रवेश लिया। इन कैडेट्स ने तीन साल के कठिन सैन्य और शैक्षणिक प्रशिक्षण को सफलतापूर्वक पूरा किया और अब वे अपनी-अपनी सेवाओं—सेना, नौसेना और वायुसेना—के लिए प्री-कमीशनिंग प्रशिक्षण के लिए भारतीय सैन्य अकादमी (IMA), भारतीय नौसेना अकादमी (INA) और वायुसेना अकादमी (AFA) में जाएंगी।
कैडेट्स की उपलब्धियां और पुरस्कार
इस समारोह में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए कई कैडेट्स को सम्मानित किया गया। बटालियन कैडेट एडजुटेंट प्रिंस राज को समग्र मेरिट में प्रथम स्थान के लिए राष्ट्रपति का स्वर्ण पदक, अकादमी कैडेट कैप्टन उदयवीर सिंह नेगी को रजत पदक और बटालियन कैडेट कैप्टन तेजस भट्ट को कांस्य पदक प्रदान किया गया। डिवीजन कैडेट कैप्टन श्रीति दक्ष ने कला संकाय में प्रथम स्थान हासिल कर चीफ ऑफ एयर स्टाफ ट्रॉफी और रजत पदक जीता। हरियाणा की श्रीति ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय अपनी दादी को दिया। गोल्फ स्क्वाड्रन को समग्र उत्कृष्टता के लिए प्रतिष्ठित चीफ्स ऑफ स्टाफ बैनर से सम्मानित किया गया।
कैडेट्स की भावनाएं
परेड के बाद कैडेट्स ने अपनी भावनाओं को साझा किया। श्रीति दक्ष ने कहा, “तीन साल का प्रशिक्षण एक भावनात्मक यात्रा थी। शुरू में इसे अपनाने में समय लगा, लेकिन प्रशिक्षकों और स्टाफ की मदद से मैंने खुद को ढाल लिया। मेरे पिता भी NDA के पूर्व छात्र हैं और हंटर स्क्वाड्रन से हैं, जिससे यह मेरे लिए और खास हो गया।” एक अन्य कैडेट शीतल ने कहा, “अंतिम पग की ओर बढ़ते समय भावनाएं उमड़ रही थीं। NDA ने मुझे 180 डिग्री बदल दिया और मानसिक व शारीरिक रूप से मजबूत बनाया।”
नारी शक्ति का उत्सव
परेड का समापन चेतक हेलीकॉप्टर, सुपर डिमोना ग्लाइडर्स और सुखोई-30 लड़ाकू विमानों के शानदार फ्लाईपास्ट के साथ हुआ। इसके बाद महिला कैडेट्स ने push-up प्रतियोगिता में हिस्सा लिया, जिसने उनके जोश और जज्बे को दर्शाया। उनके माता-पिता भी इस ऐतिहासिक पल के गवाह बने और अपनी बेटियों की उपलब्धियों पर गर्व महसूस किया। कैडेट रितुल दहान के पिता अजित दहान ने कहा, “मेरी बेटी ने मुझे एक नई पहचान दी है। उसका परेड में बटालियन का नेतृत्व करना मेरे लिए बहुत खास था।”
नए भारत की ताकत
यह घटना भारतीय सशस्त्र बलों में लैंगिक समानता और महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। जैसा कि जनरल वी.के. सिंह ने कहा, “NDA की कोर वैल्यूज वही हैं, लेकिन समय के साथ यह और समावेशी हो रहा है।” यह नारी शक्ति का उत्सव है, जो नए भारत की बेटियों के साहस, संकल्प और नेतृत्व को दर्शाता है।