गिरफ्तारी के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी
Published on: June 01, 2025
By: BTNI
Location: Gorakhpur, India
उत्तर प्रदेश के कुख्यात माफिया सुधीर सिंह के खिलाफ यूपी पुलिस ने अपनी कार्रवाई को और तेज कर दिया है। गोरखपुर के टॉप टेन माफियाओं में शामिल सुधीर सिंह की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने गोरखपुर, गाजीपुर, बस्ती और महराजगंज समेत कई जिलों में ताबड़तोड़ छापेमारी शुरू की है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, सुधीर सिंह पर हाल ही में एक व्यापारी के साथ मारपीट और जान से मारने की धमकी देने का नया मामला दर्ज किया गया है, जिसने प्रशासन को और सख्ती बरतने के लिए मजबूर किया है।
क्या है मामला?
हाल ही में गोरखपुर के कुसमौल निवासी व्यापारी अंकुर सिंह के साथ एक पार्टी में मारपीट की घटना सामने आई थी। आरोप है कि माफिया सुधीर सिंह और उसके साथियों ने अंकुर की बेरहमी से पिटाई की और जान से मारने की धमकी दी। इस घटना के बाद पुलिस ने सुधीर सिंह और उसके तीन साथियों के खिलाफ गोरखपुर के खजनी थाने में मारपीट, जान से मारने की धमकी और अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया। यह घटना सुधीर सिंह के आपराधिक इतिहास में एक और काला अध्याय जोड़ती है, जिसके खिलाफ पहले से ही हत्या, हत्या का प्रयास, लूट, डकैती और गैंगस्टर एक्ट के तहत 30 से अधिक मामले दर्ज हैं।
पुलिस की कार्रवाई और छापेमारी यूपी पुलिस ने सुधीर सिंह को पकड़ने के लिए कई टीमें गठित की हैं, जो गोरखपुर सहित आसपास के जिलों में लगातार छापेमारी कर रही हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, सुधीर सिंह के ठिकानों पर नजर रखी जा रही है, और उसकी तलाश में गाजीपुर, बस्ती और महराजगंज में भी सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। इसके अलावा, पुलिस ने सुधीर सिंह की अवैध रूप से अर्जित संपत्ति पर भी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। हाल ही में पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट के तहत उसकी करीब 200 करोड़ 95 लाख रुपये की संपत्ति जब्त की थी, जिसमें 100 करोड़ से अधिक की संपत्ति अक्टूबर 2023 में कुर्क की गई थी।
सुधीर सिंह का आपराधिक इतिहास सुधीर सिंह, गोरखपुर के पिपरौली का पूर्व ब्लॉक प्रमुख और बसपा नेता रह चुका है, जिसने अपराध की दुनिया में अपनी गहरी पैठ बनाई। वह गोरखपुर के शाहपुर एल्युमिनियम फैक्ट्री क्षेत्र का निवासी है और उसका नाम यूपी पुलिस की प्रदेश स्तरीय 68 माफियाओं की सूची में शामिल है। सुधीर सिंह पर हत्या, हत्या का प्रयास, लूट, डकैती और जमीनों पर कब्जे जैसे गंभीर अपराधों के 30 से अधिक मामले दर्ज हैं। इसके अलावा, उसने अपराध के जरिए अर्जित की गई करीब 400 करोड़ रुपये की संपत्ति को दानपत्र जैसे हथकंडों के जरिए हड़पने की कोशिश की, जिसे पुलिस ने जांच के बाद चिह्नित किया है।
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, सुधीर सिंह को 2020 में जिला बदर किया गया था और उसकी संपत्ति पर कुर्की की कार्रवाई भी की गई थी। 2021 में पुलिस के साथ मुठभेड़ के दौरान उसने पुलिस पर गोलीबारी की थी, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। हालांकि, जमानत पर बाहर आने के बाद वह फिर से आपराधिक गतिविधियों में सक्रिय हो गया।
Also read- https://www.btnewsindia.com/विधानसभा-में-उठेगा-22-एकड़-अ/ https://www.btnewsindia.com/सोमनी-में-शासकीय-भूमि-की-अ/
योगी सरकार का माफियाओं पर प्रहार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माफियाओं के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाने का स्पष्ट निर्देश दिया है। गोरखपुर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “माफिया सुधीर सिंह की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। हमारी टीमें उसे जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।” पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि जो भी माफिया कानून-व्यवस्था के साथ खिलवाड़ करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
संपत्ति जब्ती की कार्रवाई यूपी पुलिस ने सुधीर सिंह की अवैध संपत्ति को जब्त करने की प्रक्रिया को और तेज कर दिया है। अब तक उसकी 400 करोड़ रुपये की संपत्ति पुलिस के रडार पर है, जिसमें से कई संपत्तियों को गैंगस्टर एक्ट के तहत कुर्क किया जा चुका है। पुलिस ने 13 ऐसी जमीनों की पहचान की है, जो सुधीर सिंह ने दानपत्र के जरिए हड़पने की कोशिश की थी। इन संपत्तियों का सत्यापन कर पुलिस ने कार्रवाई के लिए जिला प्रशासन को फाइल भेज दी है।
स्थानीय लोगों में दहशत सुधीर सिंह की आपराधिक गतिविधियों ने गोरखपुर और आसपास के इलाकों में दहशत का माहौल पैदा किया है। स्थानीय व्यापारी और निवासी उसकी गुंडागर्दी से त्रस्त हैं। एक स्थानीय व्यापारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, “सुधीर सिंह और उसके गुर्गों की वजह से इलाके में डर का माहौल है। पुलिस की कार्रवाई से कुछ राहत मिली है, लेकिन उसकी गिरफ्तारी तक लोग चैन से नहीं रह सकते।”
पुलिस और प्रशासन की अपील गोरखपुर पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे सुधीर सिंह के ठिकानों या गतिविधियों के बारे में कोई भी जानकारी हो तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि सूचना देने वालों की पहचान गोपनीय रखी जाएगी। साथ ही, प्रशासन ने लोगों से शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग की अपील की है।
आगे की रणनीति पुलिस अब सुधीर सिंह के सहयोगियों और उसके नेटवर्क को तोड़ने की दिशा में भी काम कर रही है। सूत्रों के अनुसार, पुलिस उन लोगों की भी जांच कर रही है, जो सुधीर सिंह को आर्थिक या अन्य सहायता प्रदान कर रहे हैं। इसके अलावा, माफिया के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट और अन्य कानूनी प्रावधानों के तहत और सख्त कार्रवाई की योजना बनाई जा रही है।
यह घटनाक्रम न केवल सुधीर सिंह के आपराधिक साम्राज्य पर यूपी पुलिस के शिकंजे को दर्शाता है, बल्कि योगी सरकार की माफियाओं के खिलाफ कठोर नीति को भी रेखांकित करता है। सुधीर सिंह की गिरफ्तारी और उसकी अवैध संपत्ति की जब्ती से गोरखपुर में कानून-व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया जा रहा है।