किसने दी अनुमति? सवालों के घेरे में निगम अधिकारी और भाजपा नेता
कांग्रेस नेता निखिल द्विवेदी पहुंचे कलेक्टर कार्यालय
Published on: November 11, 2025
By: BTNI
Location: Rajnandgaon, India
शहर के प्रतिबंधित जलाशय क्षेत्र में बीते दिनों ठेकेदारों द्वारा आयोजित पार्टी ने प्रशासन और निगम तंत्र की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह वही स्थान है जहां आम नागरिकों को प्रवेश की अनुमति नहीं है, क्योंकि यहां से पूरे शहर को पानी की सप्लाई होती है और नियमित रूप से जलशोधन व सफाई का कार्य होता है।
सूत्रों के अनुसार, इस प्रतिबंधित क्षेत्र में ठेकेदारों ने खुलेआम पार्टी का आयोजन किया, जिसमें भारी संख्या में लोगों की मौजूदगी रही। सवाल यह उठ रहा है कि क्या इस कार्यक्रम के लिए प्रशासन या नगर निगम से अनुमति दी गई थी? यदि नहीं — तो अब तक कार्यवाही क्यों नहीं हुई?
इसी मुद्दे पर शहर के कांग्रेस नेता, एनएसयूआई के राष्ट्रीय सचिव निखिल द्विवेदी, जो हाल ही में महापौर चुनाव कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में लड़ चुके हैं, ने भी मोर्चा खोला है। उन्होंने इस घटना को नगर निगम और भाजपा नेताओं की मिलीभगत का परिणाम बताया है। निखिल द्विवेदी ने कलेक्टर राजनांदगांव से स्वयं भी लिखित रूप में पार्टी आयोजन की अनुमति मांगी है — ताकि प्रशासन यह स्पष्ट करे कि नियम सबके लिए समान हैं या कुछ विशेष लोगों के लिए अपवाद बनाए गए हैं।
द्विवेदी ने आरोप लगाया कि “भाजपा नेताओं और निगम अधिकारियों को ठेकेदारों से कमीशन की मोटी रकम मिलती है, इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई से सभी के हाथ-पैर फूल रहे हैं।”
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कांग्रेस नेता का यह भी कहना है कि इस मामले में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, मधुसूदन यादव, भूपेश बघेल और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज सभी का ध्यान आकर्षित किया गया है ताकि निष्पक्ष जांच कर जिम्मेदारों पर कठोर कार्रवाई की जाए।
निखिल द्विवेदी, जो पिछले कुछ वर्षों में राजनांदगांव में कांग्रेस के सक्रिय और मुखर युवा चेहरों में गिने जाते हैं, ने पहले भी भ्रष्टाचार, ठेकेदारी और जलप्रदाय,स्वास्थ विभाग में गड़बड़ी सहित अनेक मुद्दों को लेकर कई बार आवाज उठाई है।
अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस गंभीर प्रकरण में ठोस कदम उठाता है या फिर यह मामला भी राजनीतिक रस्साकशी में दबकर रह जाएगा।



