22 सितम्बर से 1 अक्टूबर तक मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की आराधना, 2 अक्टूबर को विजयादशमी और 6 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा
Published on: August 31, 2025
By: [BTNI]
Location: Rajnandgaon, India
नवरात्रि साल में चार बार मनाई जाती है, जिसमें दो गुप्त नवरात्रि, चैत्र नवरात्रि और शारदीय नवरात्रि शामिल हैं। चैत्र और शारदीय नवरात्रि को विशेष महत्व प्राप्त है। इस बार शारदीय नवरात्रि सोमवार, 22 सितम्बर 2025 से शुरू होकर बुधवार, 1 अक्टूबर 2025 तक मनाई जाएगी। नवरात्रि के समापन के बाद विजयादशमी (दशहरा) 2 अक्टूबर 2025 को और शरद पूर्णिमा एवं लक्ष्मी पूजन 6 अक्टूबर 2025 को मनाया जाएगा।
यह नौ दिवसीय पर्व मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की उपासना को समर्पित है, जिनमें प्रत्येक दिन का विशेष आध्यात्मिक महत्व है।
शारदीय नवरात्रि 2025 की तिथियां व समय
- प्रतिपदा तिथि प्रारंभ: 22 सितम्बर, रात 1:23 बजे
- प्रतिपदा तिथि समाप्त: 23 सितम्बर, सुबह 2:55 बजे
इस बार नवरात्रि के नौ दिन पूर्ण होंगे और कोई तिथि_overlap नहीं होगी।

घटस्थापना और शुभ मुहूर्त (22 सितम्बर 2025)
- प्रातःकालीन मुहूर्त: सुबह 6:09 बजे – 8:06 बजे तक
- मध्यान्ह मुहूर्त: 11:49 बजे – 12:38 बजे तक
शारदीय नवरात्रि 2025 पूजा कैलेंडर
| तिथि | दिन | पूजा |
|---|---|---|
| 22 सितम्बर | सोमवार | शैलपुत्री पूजा, कलश स्थापना |
| 23 सितम्बर | मंगलवार | ब्रह्मचारिणी पूजा |
| 24 सितम्बर | बुधवार | चंद्रघंटा पूजा |
| 26 सितम्बर | शुक्रवार | कूष्मांडा पूजा |
| 27 सितम्बर | शनिवार | स्कंदमाता पूजा |
| 28 सितम्बर | रविवार | कात्यायनी पूजा |
| 29 सितम्बर | सोमवार | कालरात्रि पूजा, महा निषिता पूजा (रात्रि 11 बजे) |
| 30 सितम्बर | मंगलवार | महागौरी पूजा |
| 1 अक्टूबर | बुधवार | सिद्धिदात्री पूजा, कन्या पूजन, हवन |
| 2 अक्टूबर | गुरुवार | विजयादशमी, शमी एवं अपराजिता पूजा |
इस वर्ष नवरात्रि हस्त नक्षत्र में आरंभ हो रही है। चूंकि यह सोमवार को शुरू हो रही है, मान्यता है कि मां दुर्गा हाथी की सवारी पर आगमन करेंगी, जो समृद्धि और उन्नति का प्रतीक है।
घटस्थापना विधि
- प्रातः स्नान कर तांबे, चांदी या मिट्टी के कलश में पवित्र जल भरें।
- कलश पर आम के पत्ते व नारियल स्थापित करें।
- घी का दीपक जलाकर मां दुर्गा का ध्यान करें।
- व्रत या अनुष्ठान का संकल्प लें।
- जरूरतमंदों को भोजन, वस्त्र या दान दें।
- घर और पूजा स्थान को स्वच्छ और पवित्र रखें।
मान्यता है कि सही विधि से घटस्थापना करने पर मां दुर्गा की कृपा से सुख, समृद्धि और सौभाग्य प्राप्त होता है।
नवरात्रि में बोले जाने वाले शक्तिशाली मंत्र
- “जयन्ती मंगल काली भद्रकाली कपालिनी।
दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तुते।।” - “सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके।
शरण्ये त्र्यम्बके गौरी नारायणी नमोऽस्तुते।।”
नवरात्रि में इन बातों का रखें ध्यान
- नकारात्मक विचारों और विवादों से दूर रहें।
- पूजा के दौरान काले वस्त्र न पहनें।
- घर और पूजा स्थल को स्वच्छ रखें।
विशेष आकर्षण
- नवरात्रि प्रारंभ: 22 सितम्बर 2025 (सोमवार)
- नवरात्रि समापन: 1 अक्टूबर 2025 (बुधवार)
- विजयादशमी (दशहरा): 2 अक्टूबर 2025 (गुरुवार)
- शरद पूर्णिमा एवं लक्ष्मी पूजन: 6 अक्टूबर 2025 (सोमवार)
शुभकामनाएं
- “मां दुर्गा आप और आपके परिवार पर अपना आशीर्वाद और स्नेह बनाए रखें। शुभ शारदीय नवरात्रि!”
- “नवरात्रि के इस पावन अवसर पर आपको मिले सौभाग्य और ज्ञान। हैप्पी नवरात्रि!”
- “मां दुर्गा की कृपा से आपके जीवन में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहे। शुभ नवरात्रि!”
- “मां दुर्गा के आशीर्वाद से हर कठिनाई दूर हो और सपने साकार हों। शुभ शारदीय नवरात्रि!”
- “यह नवरात्र आपके जीवन को नई खुशियों और सफलता से आलोकित करे।”
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