तेज प्रताप यादव का सनसनीखेज बयान
"मैं बनूंगा सीएम, तेजस्वी इस लायक नहीं"
Published on: August 19, 2025
By: BTNI
Location: Patna, India
बिहार की राजनीति में एक बार फिर हलचल मच गई है, जब राष्ट्रीय जनता दल (RJD) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव और कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला। तेज प्रताप ने खुलकर कहा कि उनके मन में मुख्यमंत्री बनने की प्रबल इच्छा है और तेजस्वी इस पद के लिए उपयुक्त नहीं हैं। इसके साथ ही उन्होंने तेजस्वी और राहुल गांधी पर “नौटंकी” करने का आरोप लगाया, जिससे राजद के अंदरूनी मतभेद फिर से सुर्खियों में आ गए हैं।
तेज प्रताप का तीखा कटाक्ष
एक निजी यूट्यूब चैनल को दिए साक्षात्कार में तेज प्रताप ने कहा, “हम तेजस्वी जी के लिए कहते थे, पर अब वो उस लाइन पर नहीं जा रहे। उनका लाइन धीरे-धीरे भटक रहा है। वे मुख्य मुद्दों से दूर होकर राहुल गांधी जैसे नेताओं के साथ नौटंकी में समय बर्बाद कर रहे हैं।” उन्होंने आगे कहा, “मुख्यमंत्री बनने की इच्छा मेरे मन में एकदम है। जब हम मुख्यमंत्री बनेंगे, तभी पिताजी (लालू प्रसाद यादव) की तरह काम कर पाएंगे।”
परिवार और पार्टी में बढ़ता तनाव
तेज प्रताप का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब वे पहले ही RJD और लालू परिवार से निष्कासित किए जा चुके हैं। इस साल मई में तेज प्रताप ने अनुष्का यादव के साथ अपनी तस्वीर साझा कर रिलेशनशिप का खुलासा किया था, जिसके बाद लालू प्रसाद ने उन्हें पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया और परिवार से भी संबंध तोड़ लिया। इस घटना ने बिहार की राजनीति में भूचाल ला दिया था।
तेज प्रताप के इस बयान को तेजस्वी यादव को 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में RJD का मुख्य चेहरा बनाने की रणनीति के खिलाफ एक बगावती तेवर के रूप में देखा जा रहा है। कुछ विश्लेषकों का मानना है कि तेज प्रताप की बर्खास्तगी के पीछे परिवार में उत्तराधिकार का संघर्ष भी एक बड़ा कारण हो सकता है।
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तेजस्वी और राहुल पर “नौटंकी” का आरोप
तेज प्रताप ने तेजस्वी और राहुल गांधी की जोड़ी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी “वोट अधिकार यात्रा” और अन्य गतिविधियां बिहार की असली समस्याओं से ध्यान भटकाने वाली “नौटंकी” हैं। उन्होंने कहा, “ये लोग असली मुद्दों से भटक गए हैं। बिहार की जनता को रोजगार, शिक्षा और विकास चाहिए, न कि नौटंकी।”
तेज प्रताप की नई राजनीतिक रणनीति
RJD से निष्कासन के बाद तेज प्रताप ने अपनी अलग राह चुन ली है। उन्होंने “टीम तेज प्रताप यादव” नामक एक मंच बनाया है, जिसे वे एक ओपन प्लेटफॉर्म बता रहे हैं, न कि कोई नई राजनीतिक पार्टी। इसके तहत उन्होंने जहानाबाद के घोसी विधानसभा सीट से जय प्रकाश यादव उर्फ गांधी यादव को उम्मीदवार घोषित किया है। तेज प्रताप ने यह भी संकेत दिया है कि वे आगामी विधानसभा चुनाव में महुआ सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में उतर सकते हैं।
तेजस्वी की प्रतिक्रिया
तेज प्रताप के बयान पर जब तेजस्वी यादव से सवाल किया गया, तो उन्होंने इसे टालते हुए कहा, “हर चुनाव में कितनी पार्टियां बनती हैं…” तेजस्वी ने इस मामले पर ज्यादा टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, लेकिन उनके इस जवाब से साफ है कि परिवार और पार्टी में तनाव बढ़ रहा है।
राजनीतिक हलकों में चर्चा
तेज प्रताप के इस बयान ने बिहार की राजनीति में नई बहस छेड़ दी है। विपक्षी दल, खासकर बीजेपी, इस मुद्दे को भुनाने की कोशिश में जुट गई है। बीजेपी प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने कहा, “लालू परिवार में एकता की कमी साफ दिख रही है। यह RJD के लिए सबसे बड़ा खतरा है।”
आगे क्या?
तेज प्रताप यादव का यह बयान न केवल उनके राजनीतिक भविष्य की दिशा को दर्शाता है, बल्कि लालू परिवार और RJD के अंदर बढ़ते मतभेदों को भी उजागर करता है। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले तेज प्रताप की यह बगावती मुद्रा RJD और इंडिया गठबंधन के लिए चुनौती बन सकती है। सभी की नजरें अब इस बात पर टिकी हैं कि तेज प्रताप अपनी नई रणनीति के तहत क्या कदम उठाते हैं और इसका बिहार की सियासत पर क्या असर पड़ता है।