मृतकों को दी श्रद्धांजलि
Published on: July 25, 2025
By: [BTNI]
Location: Jhalawad, India
राजस्थान के झालावाड़ जिले के पीपलोदी गांव में शुक्रवार सुबह एक सरकारी उच्च प्राथमिक स्कूल की छत गिरने से सात विद्यार्थियों की मृत्यु और 29 अन्य के घायल होने की दुखद घटना ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया। इस हृदय विदारक हादसे पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सहित कई प्रमुख नेताओं ने गहरा शोक व्यक्त किया और मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने अपने शोक संदेश में कहा, “झालावाड़, राजस्थान में एक विद्यालय की छत गिरने से कई विद्यार्थियों की मृत्यु और घायल होने का समाचार अत्यंत दुखद है। मेरी प्रार्थना है कि ईश्वर शोक संतप्त परिवारजनों को यह पीड़ा सहन करने की शक्ति प्रदान करें। मैं इस दुर्घटना में घायल हुए विद्यार्थियों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना को “दुखद और हृदय विदारक” बताते हुए कहा, “झालावाड़, राजस्थान में स्कूल हादसा अत्यंत दुखद है। मेरी संवेदनाएं प्रभावित विद्यार्थियों और उनके परिवारों के साथ हैं। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। प्रशासन प्रभावितों को हर संभव सहायता प्रदान कर रहा है।”
Also read- https://www.btnewsindia.com/टीवी-सितारों-की-चमक-इस-हफ्/ https://www.btnewsindia.com/historic-india-uk-trade-deal-signed-a-new-chapter-in-bilateral-relations/
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस हादसे पर गहरा दुख जताते हुए अपने बयान में कहा, “झालावाड़ के पीपलोदी में विद्यालय की छत गिरने से हुआ दर्दनाक हादसा अत्यंत दुखद एवं हृदयविदारक है। इस घटना में मासूम बच्चों की मृत्यु से मन व्यथित है। घायल बच्चों के समुचित उपचार सुनिश्चित करने हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान दे और शोकाकुल परिवारों को यह असीम दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करे।” उन्होंने यह भी बताया कि राज्य सरकार प्रभावित परिवारों के साथ खड़ी है और स्वास्थ्य मंत्री मदन दिलावर को स्थिति का जायजा लेने के लिए घटनास्थल पर भेजा गया है।
राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा, “यह हादसा अत्यंत दुखद है। मैंने घायल बच्चों को सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के सख्त निर्देश दिए हैं। इस हादसे के कारणों की जांच के लिए उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं।” उन्होंने यह भी बताया कि सरकार घायलों के इलाज का पूरा खर्च वहन करेगी और स्कूल परिसर में अन्य इमारतों की संरचनात्मक स्थिरता की भी जांच की जा रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी इस घटना पर शोक जताया और कहा, “झालावाड़ के मनोहर थाना में सरकारी स्कूल की इमारत गिरने से कई बच्चों और शिक्षकों के हताहत होने की खबर आ रही है। मैं प्रार्थना करता हूं कि हताहतों की संख्या कम हो और घायल जल्द स्वस्थ हों।”
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा, “झालावाड़, राजस्थान में स्कूल में हुआ दुखद हादसा हृदयविदारक है। युवा और मासूम जिंदगियों का नुकसान शब्दों से परे है। मेरी गहरी संवेदनाएं शोकग्रस्त परिवारों के साथ हैं।”
स्थानीय लोगों और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, स्कूल की इमारत करीब 20 साल पुरानी थी और लगातार बारिश के कारण कमजोर हो गई थी। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि स्कूल की जर्जर हालत के बारे में प्रशासन को पहले से सूचित किया गया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस हादसे के बाद पांच शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया है, और शिक्षा विभाग ने माना कि मॉनसून से पहले स्कूल भवनों की जांच के निर्देश दिए गए थे, लेकिन जिला प्रशासन ने इसे गंभीरता से नहीं लिया।
प्रशासन ने घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं और घायलों को मनोहर थाना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और झालावाड़ जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गंभीर रूप से घायल कुछ बच्चों को विशेष उपचार के लिए उच्च चिकित्सा केंद्रों में रेफर किया गया है।
यह हादसा स्कूल भवनों की सुरक्षा और रखरखाव के मुद्दों को फिर से सामने लाया है। स्थानीय प्रशासन ने प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है, और राहत कार्य युद्ध स्तर पर जारी हैं।