मास्टर सदानंद को राज्यसभा नामांकन: BJP का प्रेरणादायी संदेश
Published on: July 14, 2025
By: [BTNI]
Location: New Delhi, India
भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने केरल के कन्नूर जिले के वरिष्ठ नेता और सामाजिक कार्यकर्ता सी. सदानंद मास्टर को राज्यसभा के लिए नामित कर एक शक्तिशाली और प्रेरणादायी संदेश दिया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा 13 जुलाई 2025 को किए गए इस नामांकन ने न केवल मास्टर के संघर्षमय जीवन को सम्मानित किया, बल्कि यह भी दर्शाया कि BJP समर्पण, बलिदान और राष्ट्रसेवा को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है।
सदानंद मास्टर: एक प्रेरणादायी जीवन यात्रा
सी. सदानंद मास्टर, जो एक शिक्षक, सामाजिक कार्यकर्ता और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के समर्पित स्वयंसेवक रहे हैं, ने अपने जीवन में असाधारण चुनौतियों का सामना किया है। 1994 में, मात्र 30 वर्ष की आयु में, कन्नूर में कथित वामपंथी कार्यकर्ताओं के हमले में उनकी दोनों टांगें काट दी गईं। इस क्रूर राजनीतिक हिंसा के बावजूद, मास्टर ने कृत्रिम अंगों के सहारे समाजसेवा और राष्ट्रवादी विचारधारा को बढ़ावा देने का कार्य जारी रखा। उनकी यह अटूट प्रतिबद्धता और साहस आज लाखों लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
मास्टर ने 1984 में RSS में शामिल होकर अपने सामाजिक कार्य की शुरुआत की थी। उन्होंने स्वामी विवेकानंद और डॉ. हेडगेवार को अपने आदर्श मानकर शिक्षा और समाजसेवा के माध्यम से लोगों को राष्ट्रवाद के लिए प्रेरित किया। एक शिक्षक के रूप में, उन्होंने त्रिशूर जिले में सामाजिक विज्ञान पढ़ाया और कई सामाजिक पहलों में सक्रिय भूमिका निभाई।
BJP का संदेश: समर्पण और सेवा का सम्मान
सदानंद मास्टर का राज्यसभा के लिए नामांकन BJP के उस दर्शन को रेखांकित करता है, जो कार्यकर्ताओं के समर्पण और बलिदान को महत्व देता है। पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व, विशेष रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, ने इस निर्णय को ‘विकसित केरलम’ (विकसित केरल) के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है। मास्टर ने स्वयं कहा, “पार्टी आलाकमान का यह निर्णय केरल में BJP की गतिविधियों को मजबूती देगा। मेरा लक्ष्य ‘विकसित केरलम’ के लिए काम करना है।”
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मास्टर को शुभकामनाएं देते हुए कहा, “सदानंद मास्टर का जीवन एक मिशन है, जो राष्ट्रसेवा और समाज कल्याण को समर्पित है। उनकी उपस्थिति से राज्यसभा को नई ऊर्जा मिलेगी।” यह नामांकन न केवल मास्टर के व्यक्तिगत संघर्ष को सम्मान देता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि BJP उन लोगों को मंच प्रदान करती है, जो कठिन परिस्थितियों में भी अपने ध्येय से नहीं डिगते।
केरल में BJP की रणनीति को बल
केरल, जहां BJP का राजनीतिक आधार अभी भी उभर रहा है, वहां यह नामांकन एक रणनीतिक कदम माना जा रहा है। कन्नूर जैसे राजनीतिक रूप से अस्थिर जिले से ताल्लुक रखने वाले मास्टर का नामांकन न केवल स्थानीय कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाएगा, बल्कि आगामी स्थानीय निकाय और विधानसभा चुनावों में पार्टी की स्थिति को मजबूत करेगा। मास्टर ने कहा, “केरल में BJP एक नाजुक मोड़ पर है। हमारा लक्ष्य ‘विकसित केरलम’ को साकार करना है।”
सामाजिक और राजनीतिक प्रभाव
सामाजिक कार्यकर्ता और शिक्षाविद के रूप में मास्टर की नियुक्ति से यह संदेश जाता है कि BJP न केवल राजनीतिक विजय पर ध्यान देती है, बल्कि सामाजिक सेवा और राष्ट्रवादी विचारधारा को बढ़ावा देने वालों को भी प्राथमिकता देती है।
राजनांदगांव के अटल मंच के कार्यकारी अध्यक्ष आशीष शर्मा ने बीटी न्यूज़ से बातचीत में कहा कि
“कम्युनिस्टों ने उनके पैर काटे, लेकिन उनका हौसला नहीं तोड़ सके। आज मास्टर जी राज्यसभा में राष्ट्र की सेवा करेंगे।”
शर्मा ने कहा कि सदानंद मास्टर का राज्यसभा के लिए नामांकन BJP की उस विचारधारा को मजबूत करता है, जो राष्ट्रवाद, समर्पण और सामाजिक सेवा पर आधारित है। यह कदम न केवल केरल में पार्टी के कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है, बल्कि पूरे देश में यह संदेश देता है कि सच्चा संघर्ष और बलिदान कभी व्यर्थ नहीं जाता। मास्टर की कहानी, जो कठिनाइयों के बावजूद राष्ट्रसेवा के पथ पर अडिग रही, अब राज्यसभा के मंच से नई ऊंचाइयों को छूएगी।