युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया ने बदली तस्वीर, 453 शिक्षक-विहीन स्कूलों में अब शिक्षकों की तैनाती, 4728 एकल शिक्षकीय स्कूलों में भी सुधार
Published on: July 04, 2025
By: BTNI
Location: Raipur, India
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के दूरदर्शी नेतृत्व और उनकी “हर बच्चे को उत्कृष्ट शिक्षा” की प्रतिज्ञा ने राज्य की शिक्षा व्यवस्था में ऐतिहासिक बदलाव ला दिया है। युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया के माध्यम से छत्तीसगढ़ सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है, जिसके तहत अब राज्य का कोई भी स्कूल शिक्षक-विहीन नहीं है।
पहले छत्तीसगढ़ के 453 विद्यालयों में शिक्षकों की कमी थी, जिसके कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही थी। मुख्यमंत्री के कुशल मार्गदर्शन में युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया के जरिए इन सभी स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति कर दी गई है। इसके अलावा, 4728 एकल शिक्षकीय विद्यालयों में अतिरिक्त शिक्षकों की तैनाती की गई है, जो शिक्षा के अधिकार अधिनियम और नई शिक्षा नीति के अनुरूप एक समान और मजबूत शिक्षा प्रणाली की नींव रखता है।
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मुख्यमंत्री श्री साय ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता जताते हुए कहा, “हमने ठान लिया था कि छत्तीसगढ़ में अब कोई बच्चा शिक्षक के बिना नहीं पढ़ेगा। युक्तियुक्तकरण केवल एक प्रशासनिक कवायद नहीं, बल्कि सामाजिक न्याय पर आधारित शिक्षा सुधार है, जिसका केंद्र हर बच्चा, हर गांव और हर स्कूल है।”
यह कदम विशेष रूप से सुकमा, नारायणपुर और बीजापुर जैसे दूरस्थ और संवेदनशील जिलों में शिक्षा की पहुंच को मजबूत करने में कारगर साबित हुआ है। इस प्रक्रिया ने न केवल शिक्षकों की तर्कसंगत पदस्थापना सुनिश्चित की है, बल्कि शैक्षिक संसाधनों के समान उपयोग को भी बढ़ावा दिया है।
छत्तीसगढ़ सरकार का यह प्रयास शिक्षा को समावेशी बनाने और हर बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का अवसर प्रदान करने की दिशा में एक मील का पत्थर है। इस पहल ने न केवल शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ किया है, बल्कि लाखों बच्चों के भविष्य को उज्जवल बनाने की दिशा में भी एक ठोस कदम उठाया है।