फर्जी सिम कार्ड रैकेट का पर्दाफाश
11 आरोपी राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ से गिरफ्तार
Published on: June 25, 2025
By: BTNI
Location: Raipur, India
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में साइबर अपराध के खिलाफ चलाए जा रहे ‘ऑपरेशन साइबर शील्ड’ के तहत रायपुर रेंज साइबर सेल पुलिस ने एक बड़े अंतरराज्यीय फर्जी सिम कार्ड रैकेट का पर्दाफाश किया है। इस कार्रवाई में फर्जी सिम कार्ड विक्रेताओं, पॉइंट ऑफ सेल (पीओएस) एजेंट्स, डिस्ट्रीब्यूटर्स और संवर्धकों सहित 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। ये गिरफ्तारियां राजस्थान, मध्यप्रदेश, रायपुर, दुर्ग और धमतरी से की गई हैं। पुलिस ने इस रैकेट से जुड़े 7,000 से अधिक फर्जी सिम कार्ड और 590 मोबाइल फोन की पहचान की है, जो साइबर अपराधों में उपयोग किए जा रहे थे।
ऑपरेशन साइबर शील्ड: साइबर अपराध पर नकेल कसने की मुहिम
रायपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) अमरेश मिश्रा के निर्देशन में साइबर सेल ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। यह कार्रवाई साइबर अपराधों की बढ़ती घटनाओं को रोकने और संगठित अपराधी नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए शुरू की गई थी। इस रैकेट के तार संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), श्रीलंका, नेपाल और म्यांमार जैसे देशों से जुड़े होने की जानकारी सामने आई है, जहां इन फर्जी सिम कार्डों का उपयोग साइबर ठगी, मनी लॉन्ड्रिंग और अन्य अवैध गतिविधियों के लिए किया जा रहा था।
कैसे काम करता था यह रैकेट?
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि यह गिरोह फर्जी ई-केवाईसी (e-KYC) और डी-केवाईसी (D-KYC) प्रक्रियाओं का दुरुपयोग कर हजारों सिम कार्ड सक्रिय करता था। ये सिम कार्ड बाद में साइबर अपराधियों को बेचे जाते थे, जो इनका उपयोग म्यूल बैंक अकाउंट्स (फर्जी खातों) के जरिए ठगी करने में करते थे। आरोपियों ने ग्राहकों के बायोमेट्रिक डेटा (उंगलियों के निशान और चेहरे की पहचान) का दुरुपयोग कर एक ही आधार कार्ड से कई सिम कार्ड जारी किए।

रैकेट का संचालन इस तरह किया जाता था:
- फर्जी सिम एक्टिवेशन: पीओएस एजेंट्स और डिस्ट्रीब्यूटर्स ग्राहकों को मुफ्त सिम कार्ड देने का लालच देकर उनके आधार कार्ड और बायोमेट्रिक डेटा का उपयोग करते थे। तकनीकी खराबी का बहाना बनाकर एक ही ग्राहक के डेटा से कई सिम कार्ड एक्टिवेट किए जाते थे।
- अवैधबिक्री:इनअतिरिक्तसिमकार्डोंकोऊंचेदामोंपरसाइबरअपराधियोंकोबेचाजाताथा,जोइनकाउपयोगडिजिटलअरेस्टस्कैम,यूपीआईफ्रॉड,फर्जीविज्ञापनऔरअन्यअवैधगतिविधियोंकेलिएकरतेथे।
- अंतरराष्ट्रीयकनेक्शन:येसिमकार्डभारतकेबाहरयूएई,श्रीलंका,नेपालऔरम्यांमारमेंअपराधियोंद्वाराइस्तेमालकिएजारहेथे,जिससेयहएकगंभीरअंतरराष्ट्रीयअपराधकामामलाबनगयाहै।
गिरफ्तार आरोपियों का विवरण
गिरफ्तार किए गए 11 आरोपियों में मोबाइल दुकान मालिक, इंटरनेट कैफे संचालक और सिम कार्ड विक्रेता शामिल हैं। इनमें से कुछ की पहचान राजनांदगांव, रायपुर और दुर्ग के रूप में हुई है। सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में लिया गया है, और पुलिस इस नेटवर्क के अन्य सदस्यों और संगठित साइबर अपराधी सिंडिकेट्स के साथ इसके संबंधों की जांच कर रही है।
जब्त सामग्री और जांच
पुलिस ने आरोपियों के पास से बड़ी संख्या में फर्जी सिम कार्ड, मोबाइल फोन, लैपटॉप, वाई-फाई राउटर, बैंक पासबुक, चेकबुक और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए हैं। इन उपकरणों की जांच से साइबर अपराधों के और भी बड़े नेटवर्क का खुलासा होने की उम्मीद है। पुलिस ने अब तक 135 बैंक खातों, 64 यूपीआई खातों और 20 एटीएम को ब्लॉक किया है, जिनका उपयोग ठगी के लिए किया जा रहा था।
साइबर अपराध पर बढ़ता खतरा
यह घटना टेलीकॉम सुरक्षा और बायोमेट्रिक डेटा के दुरुपयोग को रोकने के लिए सख्त नियमों और बेहतर सुरक्षा तंत्र की आवश्यकता को रेखांकित करती है। साइबर अपराधी न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी इन सिम कार्डों का उपयोग कर रहे थे, जिससे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठते हैं।
पुलिस की अपील
रायपुर पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे फर्जी कॉल्स, सोशल मीडिया पर भ्रामक विज्ञापनों और अनजान लोगों द्वारा भेजे गए लिंक पर सावधानी बरतें। साथ ही, टेलीकॉम कंपनियों से अनुरोध किया गया है कि वे सिम कार्ड एक्टिवेशन के लिए सख्त सत्यापन प्रक्रिया लागू करें ताकि भविष्य में ऐसी धोखाधड़ी को रोका जा सके।
‘ऑपरेशन साइबर शील्ड’ के तहत यह कार्रवाई साइबर अपराध के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम है। रायपुर पुलिस की इस सफलता ने न केवल एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया है, बल्कि यह भी दर्शाया है कि संगठित साइबर अपराध से निपटने के लिए समन्वित और सतत प्रयासों की आवश्यकता है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि इस मामले में जांच जारी रहेगी और अन्य संदिग्धों को भी जल्द पकड़ा जाएगा।
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ऑपरेशन साइबर शील्ड के तहत गिरफ्तार 11 आरोपियों के नाम और पते निम्नलिखित हैं:
- नितेश कुमार शर्मा पिता: कमलेश कुमार शर्मा, उम्र: 26 वर्ष पता: बागौर बहमोरी, तहसील नागौती, जिला करौली, राजस्थान
- पीयूष पांडे पता: मध्यप्रदेश (विस्तृत पता उपलब्ध नहीं)
- हरविंदर भाटिया पता: दुर्ग, छत्तीसगढ़ (विस्तृत पता उपलब्ध नहीं)
- दिलावर सिंह संधू पिता: जगजीत सिंह संधू, उम्र: 23 वर्ष पता: हाउसिंग बोर्ड, आई.ई. भिलाई, दुर्ग, छत्तीसगढ़
- उदय राम यदु पिता: कार्तिक राम यदु, उम्र: 31 वर्ष पता: श्री राम नगर, न्यू चंगोराभाठा, डी.डी. नगर, रायपुर, छत्तीसगढ़
- अतहर नवाज पिता: फजल अली, उम्र: 38 वर्ष पता: ओल्ड धमतरी रोड, मठपुरैना, रायपुर, छत्तीसगढ़
- आशीष कलवानी पिता: रमेश लाल कलवानी, उम्र: 30 वर्ष पता: खोखोपारा, पुरानी बस्ती, रायपुर, छत्तीसगढ़
- चंदन कुमार सिंह पिता: अजीत सिंह, उम्र: 25 वर्ष पता: रामेश्वर नगर, भनपुरी, रायपुर, छत्तीसगढ़
- सचिन गिरी पता: रायपुर, छत्तीसगढ़ (विस्तृत पता उपलब्ध नहीं)
- वैभव साहू पता: दुर्ग, छत्तीसगढ़ (विस्तृत पता उपलब्ध नहीं)
- सूरज मारकंडे पता: धमतरी, छत्तीसगढ़ (विस्तृत पता उपलब्ध नहीं)