दोनों देशों के साथ व्यापार बढ़ाने का वादा
Published on: May 11, 2025
By: BTI
Location: New Delhi, India
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुए “पूर्ण और तत्काल सीजफायर” का स्वागत करते हुए दोनों देशों के साथ व्यापार बढ़ाने की प्रतिबद्धता जताई है। ट्रम्प ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर इसकी घोषणा की, जिसमें उन्होंने सीजफायर को “सामान्य बुद्धि और महान बुद्धिमत्ता” का परिणाम बताया। यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारत और पाकिस्तान ने तीन दिनों तक चली भारी गोलाबारी के बाद अमेरिकी मध्यस्थता से शांति स्थापित की।
ट्रम्प का बयान और व्यापारिक वादा
ट्रम्प ने अपने बयान में कहा, “लंबी रात की बातचीत के बाद, जिसमें संयुक्त राज्य ने मध्यस्थता की, मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारत और पाकिस्तान ने पूर्ण और तत्काल सीजफायर पर सहमति जताई है। दोनों देशों को सामान्य बुद्धि और महान बुद्धिमत्ता के उपयोग के लिए बधाई।” उन्होंने आगे कहा कि वह भारत और पाकिस्तान के साथ व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने के लिए काम करेंगे, हालांकि इस दिशा में अभी औपचारिक चर्चा शुरू नहीं हुई है।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर ट्रम्प के इस बयान को लेकर उत्साह देखा गया। एक यूजर ने लिखा, “ट्रम्प ने भारत और पाकिस्तान की मजबूत सरकारों की तारीफ की और व्यापार बढ़ाने की बात कही। यह दोनों देशों के लिए फायदेमंद हो सकता है।”
सीजफायर की पृष्ठभूमि
पिछले तीन दिनों में भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर था, जब पाकिस्तान ने 26 सैन्य ठिकानों और नागरिक बुनियादी ढांचे पर हमले किए। जवाब में भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान के छह हवाई अड्डों को नष्ट कर दिया। इस तनाव के बाद अमेरिकी मध्यस्थता से दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों ने बातचीत की, जिसके परिणामस्वरूप 10 मई को शाम 5 बजे से सीजफायर लागू हुआ।
व्यापार बढ़ाने की संभावनाएं
ट्रम्प का यह बयान भारत-अमेरिका व्यापार संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है। फरवरी 2025 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वाशिंगटन यात्रा के दौरान दोनों नेताओं ने 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 500 अरब डॉलर तक दोगुना करने का लक्ष्य रखा था। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए भारत और अमेरिका के बीच एक बहु-क्षेत्रीय द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर चर्चा चल रही है।
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हालांकि, ट्रम्प की टैरिफ नीतियों ने वैश्विक व्यापार में उथल-पुथल मचाई है। भारत पर 26% का पारस्परिक टैरिफ लगाया गया था, जिसे बाद में 90 दिनों के लिए 10% तक कम कर दिया गया। भारत ने इस अवसर का लाभ उठाते हुए अमेरिका के साथ तेजी से व्यापार समझौते पर काम शुरू कर दिया है। एक भारतीय अधिकारी ने कहा, “भारत उन पहले देशों में से है जिन्होंने अमेरिका के साथ व्यापार समझौते पर बातचीत शुरू की और इसे जल्द पूरा करने की समयसीमा तय की।”
विशेषज्ञों की राय
विशेषज्ञों का मानना है कि भारत की उपभोक्ता-प्रधान अर्थव्यवस्था इसे अमेरिका के साथ व्यापार वार्ता में मजबूत स्थिति प्रदान करती है। बीएनपी पारिबास के भारत इक्विटी प्रमुख अभिराम एलेश्वरपु ने कहा, “भारत की माल निर्यात पर कम निर्भरता इसे व्यापार वार्ता में लचीलापन देती है।” भारत ने ऑटो पार्ट्स पर “जीरो-फॉर-जीरो” टैरिफ का प्रस्ताव भी रखा है, जो वार्ता को गति दे सकता है।

आगे की राह
ट्रम्प की यह घोषणा न केवल भारत-पाकिस्तान संबंधों में शांति का संदेश देती है, बल्कि भारत-अमेरिका व्यापारिक संबंधों के लिए भी नए अवसर खोलती है। हालांकि, टैरिफ और व्यापार नीतियों को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है, और भारत को इस “90-दिन की रणनीतिक खिड़की” का उपयोग समझदारी से करना होगा।
यह कदम दक्षिण एशिया में शांति और आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है, बशर्ते दोनों पक्ष इस अवसर का लाभ उठाएं।