पाकिस्तान के ड्रोन भारतीय वायुमार्ग में देखे गए
Published on: May 11, 2025
By: Agency
Location: New Delhi, India
पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन किया, और इसके बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने इसका स्वागत किया। इस उल्लंघन के दौरान पाकिस्तान के ड्रोन भारतीय हवाई क्षेत्र में देखे गए। इस घटना के बाद, भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस उल्लंघन पर कड़ी आपत्ति जताई और कहा कि भारतीय सशस्त्र बल इसका उचित और समुचित उत्तर दे रहे हैं।
सीजफायर के उल्लंघन के बाद पाकिस्तान के यूके दूत, मोहम्मद फैसल, SKY न्यूज़ पर एक साक्षात्कार में इस मामले पर प्रतिक्रिया देने के लिए मौजूद थे। जब उनसे पूछा गया कि क्या यह सीजफायर के टूटने का संकेत है, तो उन्होंने इसे हल्के में लिया। उन्होंने कहा, “मेरे अनुभव के अनुसार, यह नियंत्रण रेखा (LoC) पर होता है, और यह आमतौर पर प्रबंधनीय होता है। नियंत्रण रेखा गरम होती है, फिर ठंडी होती है, यह अंतरराष्ट्रीय सीमा नहीं है।”
फैसल ने इस बात को भी स्वीकार किया कि अगर कुछ अंतरराष्ट्रीय सीमा पार किया जाता है, जैसा कि भारतीयों ने पिछले तीन दिनों में पाकिस्तान के खिलाफ किया है, तो उसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। हालांकि, उन्होंने अमेरिका को सीजफायर की मध्यस्थता का श्रेय दिया और कहा, “मैं आशावादी हूं कि जो सीजफायर अमेरिकी मध्यस्थता से हुआ है, वह कायम रहेगा।”
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Sky न्यूज़ के एंकर ने फैसल से पूछा, “प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने कहा कि हमें एक स्थायी और दीर्घकालिक सीजफायर की आवश्यकता है, लेकिन हम सभी जानते हैं कि यह संघर्ष दशकों से चल रहा है। क्या यह एक खोखली उम्मीद है?” इसके जवाब में फैसल ने कहा, “यह उम्मीद की जा सकती है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय, जो कश्मीरी लोगों के प्रति अपनी जिम्मेदारी को पूरा करेगा, इस संघर्ष का हल निकालेगा।”
फैसल ने जम्मू और कश्मीर के मामले पर पाकिस्तान का रुख स्पष्ट किया और कहा कि “पाकिस्तान तैयार है और हम बार-बार यह कह चुके हैं कि हमारे लिए सैनिकों की संख्या कोई समस्या नहीं है। असल समस्या यह है कि भारतीय पक्ष कश्मीर के लोगों से यह पूछने के लिए तैयार नहीं है कि वे क्या चाहते हैं। पाकिस्तान जो भी कश्मीर के लोग चाहेंगे, वह उसके साथ खड़ा होगा।”
इस दौरान, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ के बयान को लेकर पाकिस्तान ने सीजफायर की उम्मीद जताई, लेकिन यह सवाल उठता है कि क्या यह संघर्ष लंबे समय तक जारी रह सकता है, या यह एक राजनीतिक बयान है जो दोनों देशों के बीच तनाव को कम करने में मदद करेगा।
Conclusion
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पाकिस्तान और भारत के बीच सीजफायर के उल्लंघन की घटनाएं निश्चित ही दोनों देशों के रिश्तों में नई जटिलताएं उत्पन्न कर सकती हैं। हालाँकि, पाकिस्तानी दूत के बयान में शांति की उम्मीद जताई गई है, लेकिन वास्तविकता यह है कि कश्मीर जैसे संवेदनशील मुद्दे पर दोनों देशों के दृष्टिकोण में गहरी खाई बनी हुई है।