भारत के प्रथम गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती, भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि तथा अंतरिक्ष अन्वेषण में नए अध्याय की शुरुआत सहित कई घटनाओं का साक्षी रहा यह दिन।
Published on: October 31, 2025
By: BTNI
आज का दिन इतिहास के पन्नों में अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान रखता है। 31 अक्टूबर को भारत और विश्व में कई उल्लेखनीय घटनाएँ घटीं, जिन्होंने राजनीतिक, सामाजिक और वैज्ञानिक दिशा को नई रूपरेखा प्रदान की।
सबसे पहले, आज ही के दिन 1875 में भारत के लौहपुरुष, स्वतंत्र भारत के प्रथम उप-प्रधानमंत्री एवं गृहमंत्री श्री सरदार वल्लभभाई पटेल का जन्म हुआ था। भारत की 562 रियासतों को एकजुट कर आधुनिक भारत को एक सशक्त देश के रूप में स्थापित करने में उनकी भूमिका अतुलनीय रही। उनकी जयंती पर हर वर्ष राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जाता है।
दूसरी ओर, 31 अक्टूबर 1984 को भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या कर दी गई थी। उनकी मृत्यु के बाद देशभर में गहरी राजनीतिक और सामाजिक हलचल देखी गई। इंदिरा गांधी आपातकाल, हरित क्रांति और बांग्लादेश मुक्ति संग्राम से जुड़े अपने निर्णायक फैसलों के लिए विश्व राजनीति में प्रसिद्ध थीं।
अंतरिक्ष और विज्ञान के क्षेत्र में ऐतिहासिक क्षण
31 अक्टूबर 2000 को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर मानवों के स्थायी निवास की शुरुआत हुई, जिसने अंतरिक्ष अनुसंधान के एक नए युग को जन्म दिया। इसके बाद से आज तक अंतरिक्ष स्टेशन कभी भी मानव रहित नहीं रहा।
अन्य प्रमुख घटनाएँ —
| वर्ष | घटना |
|---|---|
| 1920 | प्रसिद्ध आध्यात्मिक नेता एवं दार्शनिक स्वामी विवेकानंद की विदेश यात्राओं के प्रभाव से प्रेरित विश्व बंधुत्व के विचारों पर वैश्विक चर्चा। |
| 1926 | प्रसिद्ध लेखक, उपन्यासकार और व्यंग्यकार श्रीलाल शुक्ल का जन्म, जिन्होंने ‘राग दरबारी’ जैसी उत्कृष्ट कृति लिखी। |
| 2011 | संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार विश्व की आबादी 7 अरब पार हुई। |
निष्कर्ष:
31 अक्टूबर केवल तिथियों का संग्रह नहीं, बल्कि राष्ट्रीय एकता, राजनीतिक दृढ़ता, वैज्ञानिक प्रगति और इतिहास की महत्वपूर्ण धरोहरों का प्रतीक है। यह दिन हमें राष्ट्र निर्माण में एकता, संकल्प और दूरदर्शिता के महत्व की याद दिलाता है।



