कैटरर द्वारा अधिक वसूली की शिकायत के बाद यात्री पर हमला, तीसरे पक्ष की जांच और सुरक्षित प्रक्रिया की मांग
Published on: July 18, 2025
By: BTNI
Location: Jabalpur, India
सोमनाथ-जबलपुर एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 11463) में एक यात्री द्वारा कैटरर के अधिक पैसे वसूलने की शिकायत करने के बाद चौंकाने वाला मामला सामने आया है। शिकायत के बाद रेलवे ने यात्री का पीएनआर और सीट नंबर लेकर इसे आईआरसीटीसी को भेजा, जिसने ठेकेदार को सूचित किया। इसके बाद ठेकेदार के कर्मचारियों ने कथित तौर पर यात्री की पिटाई कर दी।
यह घटना मंगलवार को स्लीपर कोच में हुई, जहां दो से तीन कर्मचारियों ने यात्री पर हमला किया, जो खाने और पानी की कीमतों में अनुचित वृद्धि की शिकायत कर रहा था।यह कोई पहला मामला नहीं है। ऐसी कम से कम दो अन्य घटनाएं भी सामने आई हैं, जहां शिकायत करने वाले यात्रियों को उनकी शिकायत के आधार पर निशाना बनाया गया। इन घटनाओं ने रेलवे की शिकायत निवारण प्रक्रिया पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
विशेषज्ञों और यात्रियों का कहना है कि शिकायतकर्ता के विवरण को उसी पक्ष के साथ साझा करना, जिसके खिलाफ शिकायत है, न केवल अव्यवहारिक है, बल्कि खतरनाक भी है।इस घटना के बाद जबलपुर डीआरएम ने माफी मांगी और कहा, “हमें हुई असुविधा के लिए खेद है। यह शिकायत 15 जुलाई 2025 को हुई, जब ट्रेन बड़ौदा डिवीजन में थी। फिर भी, इस पर विचार करते हुए, आईआरसीटीसी के साथ पत्राचार किया जा रहा है ताकि इस ट्रेन के साइड पैंट्री का अनुबंध रद्द किया जाए।”
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हालांकि, इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति ने यात्री सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है।यात्रियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि शिकायतों की जांच तीसरे पक्ष द्वारा की जाए। उनका सुझाव है कि यात्री का विवरण गोपनीय रखा जाए, शिकायत की जांच हो, और रिफंड सीधे यात्री के खाते में किया जाए, ताकि शिकायतकर्ता को दोषी पक्ष के सामने न आना पड़े। इस तरह की प्रक्रिया न केवल यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी, बल्कि रेलवे की शिकायत प्रणाली में विश्वास भी बहाल करेगी।यह घटना रेलवे प्रशासन के लिए एक चेतावनी है कि शिकायत निवारण प्रणाली में सुधार और यात्री सुरक्षा को प्राथमिकता देना अब समय की मांग है।