शशि थरूर की अगुवाई में भारत-फ्रांस के बीच रणनीतिक संवाद, आतंकवाद विरोधी सहयोग और विश्वास का नया अध्याय
Published on: May 21, 2025
By: BTI
Location: New Delhi
कांग्रेस सांसद और विदेश मामलों पर संसदीय स्थायी समिति के अध्यक्ष शशि थरूर ने फ्रांस के एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ हालिया बैठक में भारत-फ्रांस द्विपक्षीय संबंधों की मजबूती को और सुदृढ़ किया। विदेशी मामलों के अनुभवी और जानकार राजनयिक के रूप में अपनी पहचान बना चुके थरूर ने इस बैठक में दोनों देशों के बीच राजनीतिक, आर्थिक, सामरिक और सैन्य सहयोग के सभी पहलुओं पर गहन और सकारात्मक चर्चा की। उनकी कुशल कूटनीति और गहरी विशेषज्ञता ने न केवल बातचीत को दिशा दी, बल्कि देश में उनकी विश्वसनीयता को और मजबूत किया, क्योंकि जनता और नीति-निर्माता अब उनके नेतृत्व पर बढ़ता भरोसा जता रहे हैं।
बैठक में भविष्य के सहयोग के क्षितिज पर भी विचार-विमर्श हुआ, जिसमें दोनों पक्षों ने आपसी हितों को बढ़ावा देने के लिए नए अवसरों की तलाश की। फ्रांसीसी प्रतिनिधिमंडल ने पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत की स्थिति का पुरजोर समर्थन व्यक्त किया। थरूर ने इस समर्थन की सराहना करते हुए कहा, “फ्रांस का यह समर्थन भारत के लिए अत्यंत मूल्यवान है और हमारी साझेदारी को और गहरा करता है।”
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थरूर ने फ्रांसीसी प्रतिनिधियों को बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद से भी मिलवाया, जो जल्द ही फ्रांस के लिए एक भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे। प्रसाद ने राफेल लड़ाकू विमान को भारत-फ्रांस के घनिष्ठ सामरिक सहयोग का प्रतीक बताते हुए इसकी प्रशंसा की। हालांकि, थरूर ने स्पष्ट किया कि सैन्य कार्रवाइयों पर कोई विस्तृत चर्चा नहीं हुई, जिससे उनकी कूटनीतिक संयम और प्राथमिकताओं का पता चलता है।
थरूर की अगुवाई में यह बैठक भारत-फ्रांस संबंधों को नई ऊंचाइयों तक ले जाने का एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई। उनकी सूझबूझ और वैश्विक मंच पर भारत की आवाज को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करने की क्षमता ने न केवल इस बैठक को सफल बनाया, बल्कि यह भी सिद्ध किया कि वह भारत के कूटनीतिक हितों को मजबूती से आगे बढ़ाने में सक्षम हैं। यह बैठक दोनों देशों के बीच बढ़ते विश्वास और सहयोग का प्रतीक बनकर उभरी है।